प्रिय साथियो, इस समय अनुवादकों से जुडे तमाम विषयों पर विभिन्न स्तरों पर कार्रवाई चल रही है. जिन पर अद्यतन जानकारी इस प्रकार है:
1. कैट में विचाराधीन 1986 केस:
इस केस में आखिरी तारीख 28 फरवरी थी परंतु इस तिथि को बैंच के न बैठने के कारण अब अगली तारीख 4 अप्रैल, 2013 निर्धारित की गई है।
2. वरिष्ठं अनुवादक से सहायक निदेशक के पद पर तदर्थ पदोन्निति:
इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत जारी है। यह मामला एसोसिएशन की प्राथमिकताओं में सर्वोपरि है आशा है शीघ्र ही कोई सकारात्मक कार्रवाई इस दिशा में होगी।
3. कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला:
इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा दिए गए प्रतिवेदन पर विभाग के अधिकारियों द्वारा फाइल राजभाषा विभाग के सचिव महोदय को वित्त मंत्रालय को प्रेषित करने हेतु प्रस्तुत कर दी गई है।
4. वर्ष 2009 बैच के अनुवादकों का स्थाईकरण:
इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा गत 28 फरवरी को सचिव, राजभाषा विभाग को एक प्रतिवेदन देकर ऐसे सभी अनुवादकों के स्थाईकरण आदेश जारी करने का अनुरोध किया था जिनके वांछित दस्तावेज विभाग को प्राप्त हो चुके हैं। हर्ष का विषय है कि सचिव महोदय ने इस संबंध में अपनी अनुमति प्रदान कर दी है और एक-दो दिनों में ही विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक आयोजित की जाएगी।
5. नए भर्ती नियम:
नए आर.आर. संबंधी मामला इस समय प्रगति में है। इस विषय में डीओपीटी द्वारा राजभाषा विभाग से कुछ जानकारी मांगी गई थी. जिसका उत्तर राजभाषा विभाग ने डीओपीटी को उपलब्ध करा दिया है। अब आशा है कि इस मामले में तीव्र गति से प्रगति होगी।
1. कैट में विचाराधीन 1986 केस:
इस केस में आखिरी तारीख 28 फरवरी थी परंतु इस तिथि को बैंच के न बैठने के कारण अब अगली तारीख 4 अप्रैल, 2013 निर्धारित की गई है।
2. वरिष्ठं अनुवादक से सहायक निदेशक के पद पर तदर्थ पदोन्निति:
इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत जारी है। यह मामला एसोसिएशन की प्राथमिकताओं में सर्वोपरि है आशा है शीघ्र ही कोई सकारात्मक कार्रवाई इस दिशा में होगी।
3. कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला:
इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा दिए गए प्रतिवेदन पर विभाग के अधिकारियों द्वारा फाइल राजभाषा विभाग के सचिव महोदय को वित्त मंत्रालय को प्रेषित करने हेतु प्रस्तुत कर दी गई है।
4. वर्ष 2009 बैच के अनुवादकों का स्थाईकरण:
इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा गत 28 फरवरी को सचिव, राजभाषा विभाग को एक प्रतिवेदन देकर ऐसे सभी अनुवादकों के स्थाईकरण आदेश जारी करने का अनुरोध किया था जिनके वांछित दस्तावेज विभाग को प्राप्त हो चुके हैं। हर्ष का विषय है कि सचिव महोदय ने इस संबंध में अपनी अनुमति प्रदान कर दी है और एक-दो दिनों में ही विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक आयोजित की जाएगी।
5. नए भर्ती नियम:
नए आर.आर. संबंधी मामला इस समय प्रगति में है। इस विषय में डीओपीटी द्वारा राजभाषा विभाग से कुछ जानकारी मांगी गई थी. जिसका उत्तर राजभाषा विभाग ने डीओपीटी को उपलब्ध करा दिया है। अब आशा है कि इस मामले में तीव्र गति से प्रगति होगी।
हमें हर्ष है कि यह ऐशोसिशन ही बडी तन्मपयता से अनुवादकों के हितों में कार्य कर रही है
ReplyDeleteतथा शीघ्र ही अपेक्षित परिणाम प्राप्ती होंगे ऐसी हमारी कामनाएं हैं
और उपलब्धष करवाई गई जानकारी के लिए आपका बहुत बहुत धन्यावाद बहुत प्रसन्नबता होती है जब ऐशोसिशन कोई समाचार प्रदान करती है
डा विजय शर्मा
अद्यतन जानकारी से अवगत कराने और इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा निरंतर प्रयास के लिए साभार धन्यवाद।
ReplyDeleteशरत्कुमार ना काशीकर्
"कैट में विचाराधीन 1986 केस" के बारे में जानकारी प्रार्थनीय है ताकि नए सदस्य जान सके।
ReplyDeleteशरत्कुमार ना काशीकर
उपलब्ध करवाई गई जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
ReplyDeleteJHT को 4600 GP से सम्बंधित जो representation CSOLs के द्वारा राजभाषा विभाग को प्रस्तुत किया गया था, उसके सम्बन्ध में अद्यतन progress क्या है? कृपया सूचित करने का कष्ट करे..
ReplyDeleteसधन्यवाद,
माधवी
कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला:
ReplyDeleteइस संबंध में एसोसिएशन द्वारा दिए गए प्रतिवेदन पर राजभाषा विभाग के सचिव महोदय द्वारा फाईल वित मंत्रालय को प्रेषित कर दी गई है क्याो या नहीं कृपया अवगत करवाएं
डा विजय शर्मा
4600 ग्रेड वेतन प्रदान करने संबंधी फाइल क्या राजभाषा विभाग से वित्त मंत्रालय पहुँची है? अद्यतन जानकारी प्रार्थनीय है।
ReplyDeleteशरत्कुमार ना काशीकर्
Dear moderator,
ReplyDeleteWhat happened to the representation regarding 4600 gp to JHTs? Is there any positive response from Rajbhasha Vibhag or they are just lingering it out as usual? Ms.T.P.Leena has got her arrears far back,u must be knowing it.How far we will have to wait for it?The Association must fix some time limit for this issue also like other imp. issues.As this issue is also very important,It should not be neglected or given least importance/last priority.Hope u must be getting my point and pay proper attention to GradePay issue of JHTs. Pl.respond at the earliest.--Madhvi
JHT को 4600 GP से सम्बंधित जो representation CSOLs के द्वारा राजभाषा विभाग को प्रस्तुत किया गया था, उसके सम्बन्ध में अद्यतन progress क्या है? कृपया सूचित करने का कष्ट करे..
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला:
ReplyDeleteइस सम्बन्ध में कई बार पूछने पर भी एसोसिएशन क्यों शांत है? कृपया शीघ्र हमें राजभाषा विभाग द्वारा लिए गए स्टैंड के सम्बन्ध में सूचित करें.क्या राजभाषा विभाग ने वित्तमंत्रालय के साथ मिलकर कुछ सार्थक प्रयास किये?या अभी मामला वहीँ का वहीँ है?-माधवी
मामले की गंभीरता को समझते हुए कृपया कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला शीघ्र हल करवाएं ऐसा अनुरोध है ।
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
4600 ग्रेड पे
ReplyDeleteसमय अधिक हो चुका है कुछेक तो सूचित किया जाना चाहिए इसमें कोई शंका नहीं कि ऐसोशियेशन अपना भ्ररसक प्रयास कर रही होगी व हमसे भी अधिक प्रयत्नशील होगी कार्य को निपटाने के बारे में
बहुत ही सराहनीय कदम है । कार्रवाई शीघ्र अपेक्षित है । अगर कहीं कोई अडचन आती है तो एकमात्र रास्ता कोर्ट केस का है ।
सधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला:
ReplyDeleteमाधवी जी ठीक की रही हैं इस सम्बन्ध में कई बार पूछने पर भी एसोसिएशन क्यों शांत है? कृपया शीघ्र हमें राजभाषा विभाग द्वारा लिए गए स्टैंड के सम्बन्ध में सूचित करें.क्या राजभाषा विभाग ने वित्तमंत्रालय के साथ मिलकर कुछ सार्थक प्रयास किये?या अभी मामला वहीँ का वहीँ है?-
कृपया अवगत करवाएं
सधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
ReplyDeleteदो माह बीत जाने के बाद ग्रेड रु 4600/- वेतन संबंधी जानकारी उपलब्धल नहीं करवाई गई फाईल की मूवमेंट संबंधी जानकारी प्रदान करने के लिए विनम्र अनुरोध है
डा विजय शर्मा
Dear moderator,
ReplyDeleteWhat's the matter?What does your silence mean? You never took so much time to reply our queries.In fact,we are in a fix.Please pursue the matter very quickly otherwise all your efforts will be in vain if Rajbhasha vibhaag or Ministry of Finance lingers on the issue too long.We do not even know where the representation regarding 4600 gp to jht is lying at present as association is not answering our queries.I hope this time my query will not go unanswered.I expect a quick reply from your side..Thanking you in anticipation.-Madhvi
मान्यवर महोदय रु 4600 /- के संदर्भ में अभी तक ऐसोशियेशन की ओर से कोई संदेश / अभियुक्ति प्राप्त नहीं हुई कृपया अवगत करवाएं
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
माधवी जी ने ठीक कहा है कि
ReplyDelete"What's the matter?What does your silence mean? You never took so much time to reply our queries.In fact,we are in a fix.Please pursue the matter very quickly otherwise all your efforts will be in vain if Rajbhasha vibhaag or Ministry of Finance lingers on the issue too long.We do not even know where the representation regarding 4600 gp to jht is lying at present as association is not answering our queries.I hope this time my query will not go unanswered.I expect a quick reply from your side..Thanking you in anticipation" काम का होना या न होना अलग बात है कम से कम केस की प्रगति तो बताई जाए अन्यथा कोर्ट केस ही एकमात्र सहारा है शीघ्र कार्रवाई अपेक्षित है आशा है कि आप सभी की भावनाओं को समझ रहे होंगे समय तो हर कार्य में लगता है पर कार्य की प्रगति धीमी गति से चल रही है और बताया भी कुछ नहीं जा रहा है ।
डा विजय शर्मा
मान्यवर महोदय रु 4600 /- के संदर्भ में अभी तक ऐसोशियेशन की ओर से कोई संदेश / अभियुक्ति प्राप्त नहीं हुई कृपया अवगत करवाएं
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
अनुरोध है कि रु 4600 /- के संदर्भ में अवगत करवाएं
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
09878925769
मार्च 2013 में दो के अतिरिक्त अप्रैल व मई में एसोशियेशन की कोई गतिविधि पोस्ट नहीं हुई
ReplyDeleteएसोशियेशन कहां व्यस्त हो गई । एक्टिव रहन चाहिए व संाद करते रहना चाहिए ।
सधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
क्या राजभाषा विभाग 4600gp वाले मामले में रूचि नहीं ले रहा है?अथवा वित्तमंत्रालय आनाकानी कर रहा है.कृपया बताये ताकि आगे का मार्ग सुनिश्चित किया जा सके.एसोसिअशन ने सभी अनुवादकों को व्यक्तिगत अभ्यावेदन अपने अपने मंत्रालयों को भेजने से रोका हुआ था.इसलिए हम सभी एसोसिअशन के उत्तर की प्रतीक्षा कर रहे हैं.किन्तु एसोसिअशन अब चुप्पी साधे हुए है.यह कहाँ तक ठीक है?-माधवी
ReplyDeleteऐसा लगता है कि शायद ऐशाशियेशन जनवरी 2013 के बाद समाप्त हो गई है ।इसीलिए कोई भी
ReplyDeleteजानकारी प्राप्त नहीं हो रही या सदस्य / पदाधिकारी कहीं विदेशी दौरे पर चले गए हैं जो कार्य सम्पन्न नहीं हो रहा ।
डा विजय शर्मा
ईटीडीसी, मोहाली
रु 4600/- ग्रेड वेतन, संभावित कार्रवाई के बारे में प्रगति बताई जाए ।
ReplyDeleteजो कोर्ट केस से मिला उसकी प्रसन्नता समाप्त हो गई
डा विजय शर्मा
4 मार्च 2013 के बाद एसोशियेशन की कोई गतिविधि पोस्ट नहीं हुई । अनुरोध है कि एसोशियेशन की गतिविधियां सक्रिय की जाएं तथा रु 4600/- वेतनमान अतिशीघ्र सुलझाया जाए । यह प्राथनीय है ।
ReplyDeleteरु 4600/' की कार्रवाई अतिशीघ अपेषित है ।
ReplyDeleteमान्यवर महोदय रु 4600 /- के संदर्भ में अभी तक ऐसोशियेशन की ओर से कोई संदेश / अभियुक्ति प्राप्त नहीं हुई कृपया अवगत करवाएं
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
ऐसा लग रहा है कि जैसे हम अनुवादकों की साईट पर नहीं या यह साईट बंद हो गई है जिसका कोई भी उतर मार्च 4 ए 2013 से प्राप्त नहीं हो पा रहा शीघ्र उतर अपेक्षित है
ReplyDeleteडाक्टर विजय शर्मा
मान्यवर महोदय आपके पास एक ही केस लंबित हैरु 4600 /-वाला, वह भी माननीय सुप्रीमर्कोट से जीता गया फिर भी आप इतना बिलंब क्यों दिखा रहे हैं केस की प्रगति बताने में क्या हर्ज है अगर नेगटिव है तो कोर्ट केस कर देना चाहिए हमें अनुदेश दें तुरंत केस करने के लिए तैयार हैं
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
मार्च 2013 में दो के अतिरिक्त अप्रैल व मई में एसोशियेशन की कोई गतिविधि पोस्ट नहीं हुई
ReplyDeleteएसोशियेशन कहां व्यस्त हो गई । एक्टिव रहन चाहिए व संवाद करते रहना चाहिए ।
सधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
मान्यवर महोदय रु 4600 /- के संदर्भ में अभी तक ऐसोशियेशन की ओर से कोई संदेश / अभियुक्ति प्राप्त नहीं हुई कृपया अवगत करवाएं
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
पुरानी पोस्ट तो रोज पढते हैं परंतु 4600/- ग्रेड वेतन की नई पोस्ट कब देखने को मिलेगी
ReplyDeleteलिए गए निण्रय से अवगत करवाएं या साईट को बंद करें धन्यवाद जिस केस के बारे में जानकारी देना नहीं चाहते उसका क्या लाभ
डाक्टर विजय कुमार शर्मा
चण्डीगढ
09878925769
अधिक इंतजार नहीं हो रहा 31 मई 2013 तक इंतजार के पश्चात कोर्ट केस कर दिया जाएगा
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
JHT को 4600 GP से सम्बंधित जो representation CSOLs के द्वारा राजभाषा विभाग को प्रस्तुत किया गया था, उसके सम्बन्ध में अद्यतन progress क्या है? कृपया सूचित करने का कष्ट करे..
ReplyDeleteसधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
4 मार्च 2013 के बाद एसोशियेशन की कोई गतिविधि पोस्ट नहीं हुई । अनुरोध है कि एसोशियेशन की गतिविधियां सक्रिय की जाएं तथा रु 4600/- वेतनमान अतिशीघ्र सुलझाया जाए । यह प्राथनीय है ।
ReplyDeleteतीन माह के बाद कुछ तो बताया जाए
सधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला:
ReplyDeleteइस संबंध में एसोसिएशन द्वारा दिए गए प्रतिवेदन पर विभाग के अधिकारियों द्वारा फाइल राजभाषा विभाग के सचिव महोदय को वित्त मंत्रालय को प्रेषित करने हेतु प्रस्तुत कर दी गई है।परंतु अभी तक
अनुवादक ऐसोशियनेशन की प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई कब तक इंतजार करें कुछ तो बताया जाए
ऐसी खामोशी का क्या अर्थ निकलेगा । यह सर्वविदित है । शीघ्र क्या कार्रवाई अपेक्षित है ।
सधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
कनिष्ठ हिन्दी अनुवादकों के ग्रेड वेतन 4600 करवाने के लिए एसोसिएशन की कटिबद्धता पर कोई प्रश्न चिह्न/संदेह नही है। किंतु शत-शत संख्या में अनुवादक (कनिष्ठ/वरिष्ठ दोनों) यह राह देख रहे हैं कि एसोसिएशन अपने सफल प्रयत्न से ग्रेड वेतन 4600/4800 दिलवाने का मार्ग प्रशस्त करवाएगी। आशा करते हैं कि एसोसिएशन इन सभी की भावनाओं का सम्मानपूर्वक आदर करते हुए अद्यतन जानकारी से अवगत करवाने की कोशिश करेगी।
ReplyDeleteउपर्युक्त टिप्पणियों को देखकर ऎसा लगता है कि प्रिय मित्र डॉ. विजय शर्मा जी बहुत संवेदनशील मनोभाव के हैं और 4600 ग्रेड वेतन के मामले में बहुत चिंतित हैं।
साभार धन्यवाद।
शरत्कुमार ना काशीकर्
प्रिय मित्रो,
ReplyDeleteयह कटु सत्य है कि यह ब्लॉग पिछले कई माह से निष्क्रिय हो गया है. न ही नई सूचनाएं आप तक पहुंच रही हैं और न ही आपकी जिज्ञासाओं के उत्तर दिए जा रहे हैं. इस ब्लॉग का मोडरेटर होने के नाते इस पूरी असुविधा और अराजकता के लिए मैं आप सभी से क्षमाप्रार्थी हूं. यह अपरिहार्य कारणों से हुआ. मैं जानता हूं कि यह 'अपरिहार्य' शब्द बहुत धोखा देता है. मगर एक सार्वजनिक पद और संगठन की कार्यशैली के चलते मेरी कुछ सीमाएं थीं जो मुझे यहां कुछ भी स्वत: ही पोस्ट कर देने के लिए स्वतंत्र नहीं छोड़ती थीं. इस व्यवस्था के अनुसार मैं चाह कर भी स्वयं आपको आधिकारिक रूप से सूचनाएं नहीं दे सकता था.
परंतु ये सीमाएं अगर जनहित के विरूद्ध जा रही हों तो उनका क्या औचित्य. सूचनाएं आपके पास होना आपका अधिकार है और किसी भी कीमत पर उनका हनन नहीं होना चाहिए. यह पहली बार ही था कि पूरा केन्द्रीय सचिवालय सेवा संवर्ग और देश भर के तमाम अनुवाद साथी इस ब्लॉग के माध्यम से एक मंच से जुड़ सके. इसी उद्देश्य से चुनावों से काफी पहले मैंने इस ब्लॉग को डिजायन किया और तब से एसोसिएशन के साथी पदाधिकारियों के सहयोग से एक व्यवस्था के तहत इसका संचालन एसोसिएशन के हित में करता रहा हूं और निरंतर संवाद सुनिश्चित करते हुए सदैव आपके प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयास किया है. आप सभी ने इसे सराहा और प्रोत्साहित भी किया जिसने सदैव उत्साह बढ़ाया.
अब जो हुआ उसका क्षिद्रान्वेषण करने के बजाए अब हमें अपने लक्ष्यों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए. आप सबके तमाम प्रश्नों के संदर्भ में मैं आपको सूचित करना चाहूंगा कि कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू ग्रेड पे से संबंधित एसोसिएशन के प्रतिवेदन की फाइल सचिव, राजभाषा विभाग द्वारा वित्त मंत्रालय को प्रेषित कर दी गई थी. एसोसिएशन के प्रतिवेदन पर अभी भी वित्त मंत्रालय में विचार किया जा रहा है. यह मामला हमारी प्राथमिकताओ में है तथा आपको आश्वस्त करना चाहेंगे कि इस मामले में सभी अपेक्षित कार्रवाई की जाएंगी. और आगामी हर महत्वपूर्ण डवलपमेंट से आपको अवगत कराया जाएगा.
कुछ साथियों ने इस मामले में कोर्ट में केस दायर करने की बात की है...मैं किसी को रोकने का अधिकार तो नहीं रखता हूं परंतु आग्रह करना चाहूंगा कि एक बार वित्त मंत्रालय का उत्तर प्राप्त होने तक इंतजार किया जाना चाहिए और उसके बाद यदि वित्त मंत्रालय का उत्तर नकारात्मक रहता है तो पूरे तथ्यों के साथ हम न्यायालय की शरण लेंगे. यदि आप पहल करेंगे तो उस स्थिति में भी आप मुझे सदैव अपने साथ पाएंगे. अभी के लिए इतना ही....पुन: आप सबके स्नेह और आशीर्वाद के लिए हृदय से आभार.
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, केन्द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक एसोसिएशन.
(यह संदेश में अपनी पर्सनल कैपेसिटी में लिख रहा हूं...मेरे विचारों से एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारियों का सहमत होना आवश्यक नहीं है. )
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, केन्द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक एसोसिएशन
ReplyDeleteका आभार प्रकट करते हैं कि उन्होंने कुछ तो बताया जो अच्छा लगा धन्यवाद ।
साभार धन्यवाद।
प्रिय बंधु आर्य जी, सस्नेह नमस्कार
ReplyDeleteआपके अत्यंत समर्पक उउतर द्वारा अद्यतन जानकारी /परिस्थिति का चित्रण पाकर् सभी की जिज्ञासा शमन हुई होगी। हमें बडी खुशी है कि 4600 ग्रेड वेतन के मामले में एसोसिएशन अनुवादकों के साथ है, साथ ही अपनी ओर से निरंतर प्रयास प्रयास करते रहने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
अब हमें एसोसिएशन पर पूरा भरोसा रखए हुए वित्त मंत्रालय के उत्तर का इंतजार किया जाना चाहिए(जैसे श्री आर्य जी ने सूचित किया है)
बाधाएं आती हैं ...........कदम मिलाकर चलना होगा....
साभार
,
शरत्कुमार ना काशीकर्
प्रिय बंधु आर्य जी, सस्नेह नमस्कार
ReplyDeleteपुन: आपका धन्यवाद करता हूं कि आपने अपनी विवश्ताओं के होते हुए भी हमारी जिज्ञासाओं को
शांत किया आपने इस ब्लाग का प्रारंभ किया तथा आन इसे मोडरेटर होतु हुए जिम्मेदारी भी समझ
रहे हैं । आपसे विशेष अनुरोध है कि एक-दो दिन में अनुवादकों के साथ अनुवाद अवश्य करें।
आभारी रहुंगा । काशीकर् जी यह समझाने में प्रयासरत हैं कि इस कार्य में कम से कम छ: माह का समय अवश्य लगेगा ि विजय हम सभी अनुवादकों की होगी । मैडम माधवी जी की शंकाएं काफी हद तक दूर हो गई होंगी अन्य अनुवादक भाईयों को भी इस विचार विर्मश में भाग लेना चाहिए ।
डा विजय शर्मा
श्री सौरभ आर्य जी,
ReplyDeleteकाफी समय के पश्चात आपका उत्तर पाकर बहुत अच्छा लगा कि कुछ तो सूचना हमें प्राप्त हो सकी किन्तु अभी भी यह समझ में नहीं आ रहा कि वित्त -मंत्रालय ने यह मामला इतना लटकाया हुआ क्यों है?क्या वित्त- मंत्रालय को कोर्ट केस की प्रति उपलब्ध कराने पर भी इस मामले में कोई संदेह है या वे इस मामले को जानबूझकर लंबा खींच रहे हैं.असोसिअशन की निष्क्रियता अथवा असोसिअशन की ओर से विलम्ब इस समय काफी भारी पड़ सकता है.अतः मेरा सुझाव है कि राजभाषा -विभाग पर असोसिअशन अपने प्रयत्नों से दबाव बनाए रखे.सधन्यवाद-माधवी
आदरणीय विजय शर्मा जी, शरत्कुमार जी और माधवी जी,
ReplyDeleteआप सभी का हृदय से आभार. मैं आपको वचन दे चुका हूं कि अब ब्लॉग पर नियमित रूप से सभी साथियों के साथ संवाद सुनिश्चित किया जाएगा....हां कभी कभी कुछ सूचनाएं ऐसी होती हैं जिन्हें समय से पहले सार्वजनिक करना हमारे सामूहिक हितों के विरूद्ध जा सकता है..अतएव हमारी चुप्पी को निष्क्रियता न समझा जाए. परंतु यहां पुन: रेखांकित करना चाहूंगा कि इसका यह अर्थ भी नहीं होना चाहिए कि हम आपके प्रश्नों को पूर्णतया अनुत्तरित छोड़ दें. संवाद हर कीमत पर जारी रहना चाहिए. सदि हम यह अपराध करें तो नि:संकोच हमारी आलोचना की जाए. इसके लिए मैं इस मंच से एसोसिएशन के अन्य साथी पदाधिकारियों से भी आग्रह करूंगा कि वे भी आगे आकर इस संवाद और विमर्श का हिस्सा बनें.
खैर, जहां तक 4600 ग्रेड वेतन के मामले का संबंध है इस पर कोई लापरवाही नहीं की जाएगी. आप सभी जानते हैं कि वेतन संबंधी मामलों में वित्त मंत्रालय के स्तर पर जीत हासिल करना एक टेढ़ी खीर रहा है...परंतु हम सकारात्मक परिणामों के प्रति आशान्वित हैं अन्यथा अगले विकल्प पर कार्य किया जाएगा.
आपका,
-सौरभ आर्य
प्रिय बंधु आर्य जी, सस्नेह नमस्कार
रु 4600/- के वेतनमान के बारे में जैसे कि माधवी जी की रही हैं कि वित मंत्रालय क्यों देरी कर रहा है इसमें कोई संदेह नहीं कि वित मंत्रालय या अन्य कोई मंत्रालय प्रारंभ से ही हिंदी केडर के प्रति अच्छी भावना नहीं रखते चाहे मैट्रिक पास या हायर सेंकडरी निदेशक/ संयुक्त निदेशक तक बन जाते हैं परंतु हिंदी में डाक्टर की उपाधि या एम ए, बी एड डिप्लोमा अनुवाद, एलएलबी करने के बाद भी न कोई प्रगति नहीं तथा हीन भावना से देखा जाता है । एसोशियेशन सब कुछ कर रही होगी इसमें कोई शंकी नहीं रही । हम तो संवाद व केस की जानकारी रखने की इच्छा रखते हैं ।
साधन्यवाद
डा विजय शर्मा
आदरणीय श्री सौरभ आर्य जी,
ReplyDeleteआप चलते रहें मंजिल कभी तो प्राप्त होगी एकता में बल है
साधन्यवाद
डा विजय शर्मा
सौरभ आर्य जी
सादर नमस्कार
आपने ठीक कहा है कि :-
इस मंच से एसोसिएशन के अन्य साथी पदाधिकारियों से भी आग्रह करूंगा कि वे भी आगे आकर इस संवाद और विमर्श का हिस्सा बनें ।
संवाद ही एक ऐसा माध्यम है जिससे समस्याओं का समाधान निकलता है । एक दूसरे को समाझा जा सकता है । कठिनाईयों को पार पाया जा सकता है । टीप्ी लीना का केस एसोसिएशन के माध्यम से ही सभी अवुावदक भाईयों को पता चला है और कहूं तो बिना संवाद राजभाषा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी इस केस से अनिभज्ञ हैं । क्योंकि एक अधिकारी को निजी तौर पर मिलने पर मैंने ही बताया है । तो वह हैरान रह गए । नाम नहीं लूंगा । सोचकर हैरान हूं । शेष रु 4600/- ग्रेड वेतन में जिस केस में कोई समस्या नहीं उसमें वित मंत्रालय क्यों इतनी देरी कर रहा है ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
नमस्कार विजय शर्मा जी,
Deleteआपसे पूर्णतया सहमत हूं संवाद के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखने के लिए इसीलिए आग्रह किया है । यह हमारे लिए हर्ष का विषय है कि ब्लॉग अनुवादकों के लिए लाभप्रद रहा ।
धन्यवाद ।
पुनः संवाद स्थापित करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद,श्री सौरभ आर्य जी.
ReplyDeleteजैसा की आपको विदित ही होगा,सचिव राजभाषा विभाग श्री अरुण कुमार जैन की ओर से दिनांक 02-5-2013 को एक अर्ध शा. पत्र जारी किया गया है जिसमे 24 फरवरी 2008 के कार्यालय ज्ञापन में दिए गए वेतनमानों को सभी अधीनस्थ कार्यालयों में लागू करने के निर्देश दिए गए हैं.उक्त ज्ञापन में JHT का ग्रेड पे 4200 एवं SHT का ग्रेड पे 4600 ही दर्शाया गया है.कही ऐसा तो नहीं की एसोसिएशन के 4600 GP वाले प्रतिवेदन को राजभाषा विभाग ने ठंढे बसते में डा ल दिया है.अन्यथा उक्त पत्र इस समय जारी करने की कोई तुक नहीं समझ में आ रही.अतः कृपया प्रयासों में REMINDERS इत्यादि देकर तेजी लायें.क्योकि राजभाषा विभाग के एवं वित्त-मंत्रालय के इरादे कुछ स्पष्ट नहीं हो पा रहे.-माधवी
नमस्कार माधवी जी,
Deleteआपके प्रश्नों का उत्तर देना मेरा फर्ज था. सचिव, राजभाषा के जिस पत्र का आप उल्लेख कर रही हैं उसका एसोसिएशन के प्रतिवेदन से कोई संबंध नहीं है. दरअसल, अभी भी भारत सरकार के कई कार्यालयों में कनिष्ठ अनुवादकों को 4200 रू ग्रेड पे भी नहीं मिल पा रहा है. अतएव यह आदेश जारी किया है ताकि सभी कार्यालयों में समरूपता आ सके. 4600 ग्रेड पे वाला प्रतिवेदन अब राजभाषा विभाग द्वारा आगे भेजा जा चुका है । राजभाषा विभाग और वित्त मंत्रालय की स्थिति जल्द ही स्पष्ट हो जाएगी...तभी आगे की रणनीति बनाई जा सकेगी.
सादर,
सौरभ आर्य.
सौरभ आर्य जी
ReplyDeleteसादर नमस्कार
आपने ठीक कहा कनिष्ठ अनुवादकों को 4200 रू ग्रेड पे भी नहीं मिल पा रहा है । इसलिए
राजभाषा विभाग को पत्र जारी करना पडा । एसोशियेशन सब कुछ कर रही होगी इसमें कोई शंकी नहीं रही । वो सुबह कभी तो आएगी । 5 जून 2013 को श्री ए के जैन चण्डीगढ, राजभाषा सम्मेलन व पुरस्कार वितरण के लिए पधारे थे तो अनुवादक / राजभाषा अधिकारियों ने अपनी समस्याएं उनके सामने रखीं । सभी भाई अपने हक की माग रहे थे । संयुक्त सचिव श्री पांडे जी भी पधारे थे जोकि जून 30 को रिटायर हो रहे हैं उन्होंने भी सभी की बातों को ध्यान से सुना ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
श्री काशीकर जी
ReplyDeleteसस्नेह नमस्कार
आपके द्वारा कुछ समय संवाद नही हो रहा अनुवादक भाईयों पर चर्चा के लिए अन्य समस्यांए
भी होती हैं जिन पर चर्चा का जा सकती है । चर्चा जारी रखें
सादर सहित
डा विजय शर्मा
आदरणीय सौरभ आर्य जी
ReplyDeleteसस्नेह नमस्कार
मेरा यह अनुरोध है कि आपके अतिरिक्त जो भी एसोशियेशन के पदाधिकारी हैं वह भी इसमें
सक्रिय भाग लें तब और विस्तार पूर्वक चर्चाएं हो सकती हैं आपने तो हमारी कुछ बातों को धैर्य
से सुनते हुए मांईड नहीं किया यह आपकी बडी प्रशंसा योग्य कार्य है । ग्रेड वेतन का काम तो आप भाई लाग अवश्य करवा के छोडेगे । मेरा आपसे एक विशेष अनुरोध है कि भारत सरकार के कुछेक विभाग /मंत्रालय/ अधीनस्थ कार्यालय जो कि पूरी तरह से भारत सरकार के नियंत्राणधीन हैं उन्हें भी राजभाषा केडर में अवश्य शामिल करवाएं क्योंकि वहां पर 24 वर्ष से उच्च शिक्षा प्राप्त अनुवादक भाई कनिष्ठ अनुचादक के ग्रेड में बैठे हं व कलेरीकल व तकनीकी कर्मचारी निदेशक के पद पर पंहुच गए हैं केवल यह धारणा रखी जाती है कि हिंदी अनुवादक का पद संख्या के अनुसार रखा जाता है । मंत्रालय/ विभाग में पदासीन अनुवादक भी पदोन्नति पा लेते हैं परंतु अधीनस्थ कार्यालय के नहीं ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
नमस्कार विजय शर्मा जी,
Deleteमैं इस संबंध में अपने साथियों से आग्रह कर चुका हूं....आशा है वे भी जल्दी ही यहां उपस्थित होंगे.
दूसरे, आपकी बातों का बुरा मानने का तो प्रश्न ही नहीं है. यह मंच केवल अनुवादकों के सवार्थ ही है...हमारी कमियों पर आलोचना का आपको पूरा अधिकार है. खैर, हमारे प्रयास यहां जारी हैं. आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं...यह वाकई चिंताजनक स्थिति है. इस पर हम सबको मिलकर चर्चा के माध्यम से सही राह तलाशनी होगी...जिससे सुनियोजित रणनीति के साथ विभाग और सरकार के साथ बात की जा सके.
सादर,
सौरभ आर्य ।
सभी अनुवादक भाई जोकि ब्लाग में फोटो में दिख रहे हैं जोकि सतर के लगभग हैं मेरा अनुरोण है
ReplyDeleteकि वह भी चर्चा का हिस्सा बनें केवल माधवी, काशीकर, सौरभ जी ही इसमें भाग ले रहे हैं
चर्चा करने से ही कुछ न कुछ समाधान निकलता है ण्क दूसरे से जुडने से हमारे ज्ञान में भी
बछोतरी होती है । अनुवादक भाईयों को क्या क्या समस्या कार्य में आ रही हैं सब कुछ पता चलजा है
पलीज ध्यान दें केवल 4600 ग्रेड वेतन तक ही न सीमित रह कर सब बातों समस्यायों पर ध्यान दें । ग्रेड वेतन तो कोर्ट में अपली दायर करने पर ही हो जाएगा ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
सौरभ आर्य जी
ReplyDeleteसादर नमस्कार
जब एक ड्राफटसमैन एवं ट्रेडसमैन 1.1.2006 से 6500-10500 के वेतनमान में होन पर 4600/- ग्रेड वेतन ले सकता है तो एक अनुवादक क्यों नहीं ?
सादर सहित
डा विजय शर्मा
बिल्कुल सही...यही हमारा प्रश्न विभाग और सरकार से है.
Deleteआदरणय आर्य जी
ReplyDeleteअनुरोध है कि एक आध सप्ताह बाद संवाद अवश्यक किया जाए अन्यथा बलाग का कोई अथ्र नहीं रह जाता
सादर सहित
डा विजय शर्मा
सौरभ आर्य जी
ReplyDeleteसादर नमस्कार
मार्च से अप्रैल तक ऐसोशियेशन की कोई गतिविधि के बारे में नहीं बताया गया । पलीज अवगत करवाएं ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
नमस्कार माधवी जी,
ReplyDeleteआपके द्वारा बहुत सटीक व अच्छे ढंग से प्रश्न का उतर पूछा जाता है । आपसे अनुरोध है कि आप
निरंतर इस बलाग से जुडी रहें । अनुवादकों की समस्यायों पर चर्चा जारी रखें ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
नमस्कार विजय जी,
Deleteहमारे कार्यालय का निरीक्षण संसदीय राजभाषा समिति कर रही है.अतः थोडा व्यस्त हूँ. किन्तु ब्लॉग से तो अवश्य ही जुडी रहूगी.क्योंकि सभी अनुवादकों के लिए यह एक ऐसा मंच है जिससे हम परस्पर विचार-विमर्श कर सकते हैं.सधन्यवाद,
-माधवी
सौरभ आर्य जी
ReplyDeleteसादर नमस्कार
रु 4600/- ग्रेड वेतन के लिए एसोशियेशन का प्रतिवेदन राजभाषा विभाग के द्वारा
वित
मंत्रालय को कब भेजा गया है यदि डेट बता दें तो धन्यवादी हूंगा यदि एसोशियेशन वित मंत्रालय के साथ भी केस के साथ निरंतर जुडा है तो कब तक समाधान की संभावना है ।
कनिष्ठ अनुवादकों की पदोन्नति नियम क्या हैं कौन सी साईट से ज्ञापन आदि मिल सकता है ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
सौरभ आर्य जी
ReplyDeleteसादर नमस्कार
अनुरोध है कि एक आध सप्ताह बाद संवाद अवश्यक किया जाए अन्यथा बलाग का कोई अथ्र नहीं रह जाता
सादर सहित
डा विजय शर्मा
नमस्कार विजय जी, सदैव ज्यादा से ज्यादा संवाद का प्रयास रहेगा. कुछ दिनों की समस्या है...अन्यथा सब नियमित रहेगा.
Deleteधन्यवाद
प्रिय बंधु आर्य जी, सस्नेह नमस्कार
ReplyDeleteएक ही केस ऐसोशिशेशन के पास है आशा है कि सफलता मिलेगी ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
सौरभ आर्य जी
ReplyDeleteसादर नमस्कार
आपका प्रयास ही एक दिन रंग लाएगा व आपका नाम अवश्य प्रकाशमय होगा
सादर सहित
डा विजय शर्मा
ReplyDeleteसौरभ आर्य जी
सादर नमस्कार
JHT को 4600 GP से सम्बंधित जो representation CSOLs के द्वारा राजभाषा विभाग को
प्रस्तुत किया गया था, उसके सम्बन्ध में अद्यतन progress क्या है? कृपया सूचित करने का कष्ट करें
सादर सहित
डा विजय शर्मा
बहुत जल्द सभी को इस केस की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया जाएगा. कुछ दिन और धैर्य रखें.
Deleteआाभार
सौरभ आर्य जी
ReplyDeleteइसमें एक बात यह गौर करने लायक है कि - भारत सरकार के 2009 के जिस आदेश के बल पर टी पी लीना ने सुप्रीम कोर्ट में जीती है उसी आदेश के आधार पर सेंट्रल एक्साइज विभाग में निरीक्षकों को 4600 ग्रेड पे दिया गया है । फिर अनुवादकों को क्यों नहीं दिया जा सकता ? यह बात समझ से परे है । इसमें नि:संदेह अनुवादकों के साथ अन्याय हो रहा है । इसे केवल केन्द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा के अनुवादक ही नहीं अखिल भारतीय स्तर पर अनुवादकों के लिए एक मंच स्थापित कर उसके द्वारा प्रयास करना ज्यादा प्रभावशाली होगा ।
सादर
श्रीनिवास येचूरी
आदरणीय श्रीनिवास जी,
Deleteआप सही कह रहे हैं....सबके सामूहिक प्रयास से ही हमें सफलता मिलेगी. फिलहाल हमें केन्द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक एसोसिएशन द्वारा राजभाषा विभाग को सौंपे गए प्रतिवेदन पर वित्त मंत्रालय की टिप्पणी का इंतजार है. अन्यथा अगले विकल्पों पर कार्य करना ही होगा.
धन्यवाद
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
बहुत सुखद लगा आपके साथ बलाग पर बातचीत से मिले उत्तर का । ऐसा दिन प्रतिदिन होता रहे तो बढिया रहेगा । वित मंत्रालय ने ही रु 4600/- का ग्रेड वेतन देने के आदेश दिया था कि कि
1/1/2006 को जो कर्मचारी 6500-10500 के वेतनमान में कार्यरत हैं उन्हें 4600/- ग्रेड वेतन दिया जाए । एसटीक्यूसी निदेशालय ने तुरंत ड्राफटसमैन व ट्रेडसमेन को 4600/- का ग्रेड वेतन दिया परंतु अनुवादकों को नहीं दिया कि उनको राजभाषा विभाग ने 4200/- का ग्रेड वेतन दिया है । अत: उन्हें नहीं मिल सकता । गेड वेतन संशोधन का कार्य राजभाषा विभाग को तुरंत करना चाहिए था परंतु कोई तत्परता उन्होंने नहीं दिखाई । उसके पश्चात टी पी लीना ने माननीय सुप्रीमकोर्ट से विजय प्राप्त की परंतु अन्य अनुवादकों के लिए आज तक कुछ नहीं किया गया अब आशा केवल आपसे है और पूरी आशा है कि आप इतिहास विजय प्राप्त करके करेंगे ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
नमस्कार विजय शर्मा जी,
Deleteआप शत प्रतिशत सही हैं. इसी दिशा में एसोसिएशन इन दिनों कार्य कर रही है. जल्द ही कोई न कोई परिणाम सामने होगा. एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक दिनांक 11 जुलाई को होने जा रही है..तत्पश्चात अद्यतन स्थिति और आगे की रणनीति से सभी को अवगत कराया जाएगा.
Deleteआदरणीय श्री आर्य जी
नमस्कार
अद्यतन स्थिति और आगे की रणनीति से सभी को अवगत कराया जाए
डा विजय शर्मा
नमस्कार सौरभ आर्य जी,
Delete4600ग्रेड पे वाले मामले का क्या हुआ?लगता है कोई उम्मीद शेष नहीं.टी.पी .लीना जी अपना एरियर बहुत पहले ले चुकी हैं.फ़ाइल कही दबी हुई है.चुप बैठने से कुछ नहीं होने वाला.इसे पूरे मनोयोग से persue करने की आवश्यकता है अन्यथा कुछ हाथ नहीं लगने वाला.जैसा की मैंने पहले भी कहा था यदि पे कमीशन तक मामला linger on होता है तो फिर हम सभी नुक्सान में रहेंगे.-माधवी
ReplyDeleteआदरणीय श्री आर्य जी
नमस्कार
JHT को 4600 GP से सम्बंधित जो representation CSOLs के द्वारा राजभाषा विभाग को प्रस्तुत किया गया था, उसके सम्बन्ध में अद्यतन progress क्या है? कृपया सूचित करने का कष्ट करे..
सधन्यवाद,
डा विजय शर्मा
ReplyDeleteआदरणीय श्री आर्य जी
नमस्कार
एसोशियेशन का नाम इतिहास में दर्ज करवाने के इंतजार में
सादर सहित
डा विजय शर्मा
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
8 जुलाई के बाद बलाग पर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई पहले भी अनुरोध किया है कि
एक सप्ताह के अंतराल पर इसे चलता रहना चाहिए । अन्यथा यह प्रभावहीन हो जाता है
सादर सहित
डा विजय शर्मा
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
कार्यकारिणी की बैठक के बारे में धीमी गति के समाचार की तरह कुछ तो रोशनी डाली जाए मेहरबानी होगी
सादर सहित
डा विजय शर्मा
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
प्रतीत होता है कि बलाग व एसोशियेशन का समस्त कार्यभार/दायत्वि आप के पास है व आप बहुत अधिक व्यस्त हैं अन्य सदस्यों के द्वारा भाग न लेने के कारण कार्य में तीव्रता नहीं दिखाई दे रही । सभी की भागीदारी प्रार्थनीय है । पूरी आशा है कि आप एतिहासिक विजय प्राप्त करेंगे ।
डा विजय शर्मा
सौरभ जी नमस्कार!
ReplyDeleteकृपया यह बताएं कि 4600 ग्रेड पे वाले मामले में किसी प्रकार की प्रगति हुई है कि नहीं?इसमें कोई उम्मीद है भी कि नहीं?यदि उम्मीद नहीं है तो क्या रास्ता अपनाना है?टी.पी. लीना जी तो कब का एरियर वगैरह पा चुकी है.लगता है एसोसिएशन भी निराश हो चुकी है.और सब कुछ अनुवादकों की किस्मत पर डाल बैठी है.किन्तु यहाँ पर अब चुप बैठने से कुछ नहीं होने वाला.शीघ्र ही कुछ करिये.अन्यथा कुछ हाथ लगने वाला नहीं.फाइल कही वित्त मंत्रालय में दबी पडी है.-माधवी
प्रियबंधु श्री आर्य जी,
ReplyDeleteक्या एसोसिएशन की बैठक दि.11.7.2013 को संपन्न हुई? यदि हां तो बैठक के कार्यवृत्त और खासकर क.हिं.अनुवादकों को ग्रेड वेतन रू.4600 प्रदान करने के संबंध में अद्यतन जानकारी/रणनीति से अवगत कराने की कृपा करें।
शरत्कुमार ना काशीकर्
नमस्कार काशिकर जी,
Deleteबहुत ही जल्द समस्त स्थिति और आगामी रणनीति से अवगत कराया जाएगा. धन्यवाद ।
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
आपसे अनुरोध है कि अतिशीघ्र केस के बारे में बताया अन्यथा कोर्ट में अपील डालें खेद है कि किसी भी प्रकार की जानकारी एसोशियेशन की ओर से नहीं प्रदान की जा रही ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
आपसे अनुरोध है कि अतिशीघ्र केस के बारे में बताया अन्यथा कोर्ट में अपील डालें खेद है कि किसी भी प्रकार की जानकारी एसोशियेशन की ओर से नहीं प्रदान की जा रही ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय विजय शर्मा जी,
Deleteआपकी चिंताओं से मैं पूरी तरह इत्तेफाक रखता हूं. बहुत ही जल्द ही आप सभी से वस्तुस्थिति साझा की जाएगी...और आगामी रणनीति भी. विश्वास रखें और यह जंग हम मुकम्मल तौर पर लडेंगे.
सादर,
सौरभ आर्य.
आदरणीय श्री आर्य जी
Deleteनमस्कार
ग्रेड वेतन संबंधी सुप्रीमकोर्ट के निर्णय के बाद वित मंत्रालय का निर्णय कब आएगा
एसोशियेशन के प्रयास संबंधी भी बताने का कष्ट किया जाए ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
आप के उत्तर से साफ लगता है कि केस में वित मंत्रालय के द्वारा नकारात्मक टिप्पणी
है अन्यथा यह केस कभी का हल हो गया होता अब आप व वर्तमान एसोशियेशन ही
इस केस में दबाव वना सकती है
सादर सहित
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
बहुत प्रसन्न्नता हुई कि आपने हमारे प्रशन का उत्तर दिया और वर्तमान सचिव राजभाषा श्री जैन भी अनुवादकों के पक्षधर हैं पुन: कहना चाहुंगा िक ग्रेड वेतन का मामला राजभाषा का है अत:
इन्हें अपने स्तर पर वित सहालकार के परामर्श से कर देना चाहिए शेष नियमों की जानकारी मेरे को इतनी नहीं है पुन: आप ही यह कार्य करवा सकते हैं वरना अनुवदक पहले ही ठगा सा महसूस कर रहे हैं आगे क्या होगा प्रमात्मा जाने
सादर सहित
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
बहुत प्रसन्नता हुई कि अन्य साथी माधवी जी एवं श्री काशीकर जी ने भी अपने-अपने
विचार रखे और श्री आर्य जी ने भी बहुत सहजता से जबाब दिया परंतु ग्रेड वेतन संबंधी
कोई जानकारी न मिल पाना कुछ असहज लगा व लग इस तरह रहा है कि माननीय सुप्रीमकोर्ट
के निर्णय को वित विभाग मानना नहीं चाह रहा है जबिक संसद एवं राष्ट्रपति महोदय भी
न्यायालय का सम्मान करते हैं व सभी तुरंत कोर्ट के फैसले को लागे करते हैं । भारत
सरकार हिंदी भाषा को लागू करना चाहती है परंतु हिंदी कामिर्कों का सम्मान नहीं करती व
वेतनमान सही ढंग से लागे नहीं करती विधी की कैसी विडंबना है ।
वर्तमान एसोशियेशन
ही अपने प्रभाव से इस ग्रेड वेतन को लागू करवा सकती है क्योंकि इसमें भीख मांगने वाली बात नहीं है यह तो न्यायालय ने दिया है और सरकार देना नहीं चाहती ।एसोशियेशन अवश्य अपना नाम कमाएगी ।
सादर सहित
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय आर्य जी,
ReplyDeleteनमस्कार
मार्च 2013 के बाद किसी भी प्रकार प्रगति के बारे में बलाग के माध्यम से नहीं बताया गया
इसमें किसी भी प्रकार शंका नहीं एसोशियेसन अपना पूरा जोर लगा रही होगी
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
हिंदी अनुवादको राजभाषा की नतियों नवीनतम जानकारी भी इस बलाग के माध्यम से दी जाए जैसे
राजभाषा कर्मी के बलाग पर बताया जाता है समस्याएं शेयर की जाती हैं
डा विजय शर्मा
09878925769
यह हम सभी के लिए बड़े खेद एवं साथ ही दुर्भाग्य का विषय है कि सौरभ आर्य जैसे उत्साही एवं योग्य कार्यकर्ता ने एसोसिअशन के संयुक्त सचिव के पद से त्याग-पत्र दे दिया है.अब तो अनुवादकों के भाग्य का फैसला ईश्वर एवं भाग्य के हाथों में ही सौपा हुआ समझना पड़ेगा.---माधवी
ReplyDeleteआदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
कृपया धनजय सिंह के सुपीर्मकोर्ट के निर्णय बारे सभी के धयान में लाने का कष्ट करें
डा विजय शर्मा
प्रिय बंधु श्री.सौरभ आर्यजी, सस्नेह नमस्कार
ReplyDeleteआपके सरल, सटीक और मधुरभाषी उत्तर/संवाद से बहुत खुशी होती है साथ में एसोसिएशन की गतिविधियाँ भी। आपकी भाषा तो अनुकरणीय है। धन्यवाद।
अनुवादकों को रू. 4600 ग्रेड वेतन प्रदान लरने के संबंध में आपसे दिए गए उत्तर से ऐसा प्रतीत होता है कि राजभाषा विभाग से इस संबंध में भेजे गए प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय से निराशाजनक उत्तर मिला है। यदि ऐसा ही हुआ है तो यह विधि की क्रूर विडंबना नहीं है तो क्या है? अनुवादक कई कठिनाइयों / असमानताओं से जूझ रहा है जिनमें से प्रमुख दो-तीन का उल्लेख करना चाहता हूँ:
(1) सहायकों (जिनकि नियुक्ति के लिए स्नातक उपाधि अनिवार्य शैक्षिक अर्हता है) से अधिक शैक्षिक अनिवार्य अर्हता (स्नातकोत्तर उपाधि) के साथ अनुवादक के रूप में नियुक्त होकर भी सहायकों से कम ग्रेड वेतन लेना पड रहा है। सहायकों को 4600 और अनुवादकों को 4200 ग्रेड वेतन दिया जा रहा है। इसके लिए कारण यह दिया जाता है कि सहायक मल्टी फंक्शनल काम करता है और अनुवादक एक ही प्रकार का काम (अनुवाद) करता है (उनका काम मक्खी का मक्खी होता है?)। अनुवाद में आनेवाली कठिनाइयाँ /समस्याएँ अनुवादक ही जाने। अनुवादक को कई प्रकार के विषयों पर अनुवाद करना पडता है। हर एक विषय का शब्द, उसका अर्थ, परिभाषा, वाक्य संरचना, शब्दकोश आदि अलग होता है। जैसे प्रशासन/लेखा/भंडार/तकनीकी/वैग्यानिक/प्रशिक्षण आदि। जब अनुवादक इन विषयों का अनुवाद करता है उनका दायित्व मल्टि फंक्शनल काम करनेवालों से ज्यादा रहता है।
(2) अधिकांश कार्यालयों में अनुवादक का उत्तरदायित्व सिर्फ अनुवाद करना नहीं होता है अपितु कर्यालय का सारा हिन्दी काम के लिए उसी को जिम्मेदार ठहराया जाता है क्योंकि अधिकांश कार्यालयों में कनिष्ठ / वरिष्ठ हिन्दी अनुवादक के अलावा और कोई उच्च पद नहीं होता (हिन्दी अधिकारी आदि)। इस कारण हिन्दी से जुडे हर काम (बैठकें आयोजित करना, हर प्रकार के प्रशिक्षण आयोजित करना, अनुवाद के साथ साथ कार्यांवयन का कार्य देखना, हिदी सप्ताह/संगोष्ठियाँ आयोजित करना इत्यादि) अनुवादक को ही करना पडता है। परिणाम स्वरूप अनुवादक को अघोषित रूप से हिन्दी अधिकारी का उत्तरदायित्व का निर्वाह करना पडता है (यह दक्षिण भारतीय कार्यालयों में अक्सर देखने को मिलता है)। कभी कभी कार्यभार आवश्यक मात्रा से ज्यादा भी हो जाता है।
(3) यही नहीं, अधिकांश कार्यालयों में अनुवादक को सरप्लस स्टाफ के रूप में (जिनको करने के लिए कोई काम नहीं होता!) देखा जाता है और अन्य कार्यालयीन काम भी उनपर थोपा जाता है।
(4) अगर पदोन्नति की बात करें तो ये अवसर नहीं के बराबर हैं। मुझे नहीं लगता कि प्रसक्त परिस्थिति में, चंद अनुवादकों को छोडकर बाकी अनुवादकों की नियुक्ति से सेवा निवृत्ति तक यह अवसर आएगा भी या नहीं। कई कार्यालयों में अनुवादक के अलावा कोई पद पदोन्नति के लिए सृजित किया ही नहीं हैं (नियमों में भी उसके लिए कोई जगह नहीं है कुछ संवर्गों को छोडकर)। यदि पद उपलब्ध भी हैं तो पदोन्नति देकर भरने में भी संकोच करते हैं या विभागीय नियुक्ति की नियमावली का अभाव रहता है। इस प्रकार कनिष्ठ (अनिष्ट?) हिन्दी अनुवादक को अपने कार्यकाल को बिना पदोन्नति समाप्त करना पडता है।
(5) कम से कम सहायक के समकक्ष नहीं बन पाना, वेतन संशोधन में असंतुलन, हिन्दी में काम करनेवालों के प्रति अन्य सहकर्मियों का तिरस्कार भावना जैसे कारणों का असर अनुवादक पर पड रहा है और वह खुद हीन भाव से पीडित होने का डर भी उत्पन्न हो गया है।
इस सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अनुवादकों को सहायक के समकक्ष मानकर उनकी छोटी सी माँग (ग्रेड वेतन 4200 से 4600 को बढाने की) को पूरी कर लेने केलिए सरकार को सहानुभूति से विचार करने की जरूरत है। इससे नुकसान तो नहीं है लेकिन फायदा ज्यादा है । इससे अनुवादकों का मनोबल बढेगा, हीन भावना कम होकर कार्य निष्पादन में जरूर सुधार आयेगा साथ में उनका आर्थिक स्तर भी थोडा बहुत उन्नत होगा। कम से कम उक्त ग्रेड वेतन देने से पदोन्नति नामक रेगिस्तान की मरीचिका (मृगतृष्णा) को भुला सकते हैं।
एसोसिएशन से भी नम्र प्रार्थना है कि अनुवादकों की उपर्युक्त समस्याओं पर उचित मंच पर चर्चा करने की कोशिश करें। संबंधित विभागों को भी और “प्रशासनिक सुधार नीति” के तहत भी विचार/गौर करने की जरूरत है।
सरकार और अनुवादकों की बीच की कडी होने के नाते एसोसिएशन द्वारा ग्रेड वेतन मामले की वस्तुस्थिति/आगे की रणनीति जानने की प्रतीक्षा में हैं।
बाधाएँ आती हैं....कदम मिलाकर चलना होगा....
सादर
शरत्कुमार ना काशीकर
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
खेद का विषय है कि कोई जानकारी ग्रेड वेतन के बारे में नहीं मिल रही
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
अनुरोध है कि बलाग को सक्रिय रखें तथा हो सकता है कि कोई आपकी मजबूरी होगी परंतु
इता तो बताया जा सकता है कि राजभाषा विभाग के द्वारा कब केस वित मंत्रालय के पास भेजा गया था ।
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
अनुवादक एसोशियेशन की कोई भी गतिविधि फरवरी 2013 के बाद न मिल पाना यह इंगति करता है
कि यह एसोशियेशन नाममात्र का है नियमित रुप से इसके पास अभी बताने के लिए कुछ भी नही है । गोपनीय रखने वाली आज की तारीख में कोई बात नहीं है ।
डा विजय शर्मा
09878925769
आदरणीय विजय शर्मा जी एवं अन्य सभी सदस्य,
ReplyDeleteमुझे अत्यंत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मैं एसोसिएशन के संयुक्त सचिव पद से त्याग-पत्र दे चुका हूं. मैं ही नहीं, बल्कि एसोसिएशन की उपाध्यक्ष, श्रीमती विशाखा बिष्ट, दूसरे संयुक्त सचिव, श्री राकेश पांडेय तथा कार्यकारिणी सदस्या सुश्री पूनम विमल त्याग पत्र दे चुके हैं. लंबे समय से इस ब्लॉग की निष्क्रियता से अवश्य ही आप समझ सकते होंगे कि एसोसिएशन नाम की संस्था पूरी तरह विलुप्त हो चुकी थी.
एक लंबे घटनाक्रम के उपरांत गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए हम त्यागपत्र देने के लिए विवश थे. सीएसओएलएस समुदाय के साथी इस पूरे घटनाक्रम से अवगत हैं परंतु यहां कुछ गैर संवर्गीय साथी जुड़े हुए हैं इसलिए उन्हें भी ये सब क्यों हुआ, कैसे हुआ इसके संबंध में विस्तार से शीघ्र ही जानकारी दी जाएगी.
निस्संदेह यह दुखद स्थिति है, परंतु इस समय में आपको विश्वास दिलाना चाहूंगा कि मैं और अन्य कुछ पदाधिकारी भविष्य में भी पूरी तरह से अनुवादकों के लिए कार्य करते रहेंगे. कहने को बहुत कुछ है...परंतु इस उथल पुथल के बीच भी हमारा ध्यान मुद्दों पर रहना आवश्यक है. शेष शीघ्र ही....
- सौरभ आर्य
आदरणीय आर्य जी
ReplyDeleteसादर नमस्काार
बहुत ही खेद की बात है कि आप जैसे कर्मठ /उत्साबहवान व्यक्ति जिससे हमारा निजी लगाव भी हो गया था उसने कार्यकारिणी की सदस्यनता से त्यायगपत्र दे दिया है । हमें पूरी अपेक्षा थी
कि आपका साथ बना रहेगा । अभी भी आपके साथ बातचीत करते रहेंगे । हम समझते हैं कि कुछ सदस्यक आज की तारीख में अपना स्वातर्थ सिद्ध कर रहे होंगे जिसके कारण आप उनके साथ नहीं चल पाए । परंतु मेरी आपसे यही प्रार्थना है कि आप हिंदी अनुवादकों विशेषकर ग्रेड वेतन 4600/- के संदर्भ में अपने प्रयास जारी रखें व हमें भी मार्गनिर्देशन देते रहें तथा नवीनतम जानकारी से अवगत करवाते रहें । हमें आपसे पूरी अपेक्षा है अगर हो सकता है तो अपना मोबाईल नम्बेर अवश्यत लिखें
धन्येवाद
डा विजय शर्मा
आदरणीय श्री आर्य जी
ReplyDeleteनमस्कार
आपसे अनुरोध है कि आप संवर्गीय व गैर संवर्गीय अनुवादक भाईयों को साथ लें तथा
अपना नया संगठन बनाए या फिर अनुवादक एसोसियोशन के अध्यक्ष बनें तथा हिंदी कार्मिकों
की सेा करें आप में कुछ करने का जोश है । दूसरा ग्रेड वेतन 4600/- का हक अनुवादक भाईयों
को दिलाने में पूरा जोर लगाएं तथा प्रगति भी बताएं जीते हुए केस को हारना बेहद गंभीर मामला है । आपसे पुन: अनुरोध है कि हक की आवाज बुलंद करते रहें । अपेक्षा सहित
डा विजय शर्मा
09878925769
ReplyDeleteआदरणीय श्री आर्य जी
नमस्कार
लीना जी का केस एमएसीपी से संबंधित है और कनिष्ठ हिन्दी अनुवादकों का
4600 का मामला भी उसी सी जुडा हुआ है । अनुवादक संघ की ओर से यह अपील
किया गया था कि इस मामले में कार्रवाई चालू है और वैयक्तिक रूप से आवेदन
देने की आवश्यकता नहीं है । लेकिन अब तक राजभाषा विभाग की ओर से कोई
कार्रवाई हुई है और न ही अनुवादक संघ की ओर से । इसलिए आपलोग में अपने
अपने विभाग में इस संबंध में अभ्यावेदन प्रस्तुत करें और हो सके तो
मिलकर केस करें, अन्यथा यह मिलना संभव नहीं लग रहा है । अनुवादक संघ
शायद मामले का दबाने के इच्छुक है । राजभाषा कर्मी बलाग पर किसी साथी के विचार हैं अनुरोध है कि इस पर अतिशीघ्र ध्यान दें तथा वस्तुस्िथति से अवगत करवाएं ।
डा विजय शर्मा
09878925769
प्रिय बंधु
ReplyDeleteश्री सौर्भ आर्य जी
सस्नेह नमस्कार
यह जानकर बहुत खेद हो रहा है कि आप त्याग-पत्र दे चुके हैं और एसोसिएशन के पदाधिकारी नहीं रहे। मुखत: आपसे परिचित न होते हुए भी ऐसा लग रहा है कि आप बहुत ही जान-पहचान के हैं। शायद इसके लिए ब्लॉग में आपका टिप्पणी मुखेन संवाद, अन्य मित्रों की आपके प्रति सहृदयता, विश्वास, आपके द्वारा मुद्दों के प्रति प्रामाणिक प्रयत्न आदि कारण होंगे।
आपके अन्य साथियों के साथ पद त्यागने के पीछे प्रबल कारण कुछ भी हों, हम लोग चाहते है कि आप सभी अनुवादकों के हित के लिए जितना भी बन पडे करें। वैसे एसोसिएशन दो-चार प्रामाणिक-विश्वसनीय व्यक्ति/सदस्यों से ही चलती है चाहे उसमें कितने भी सदस्य क्यों न हों। जब वे ही एसोसिएशन में नहीं रहे तो उसका क्या औचित्य? खैर, हम सभी आपके, आपके साथियों के साथ हैं। अनुवादकों के सम्यक हित को ध्यान में रखते हुए एक नई एसोसिएशन प्रारंभ करने के बारे में भी जरूर सोचें जो प्रामाणिकता-विश्वसनीयता पर खडी हो जिसमें गैर संवर्गीय साथियों की भलाई के लिए भी जगह हो क्योंकि वह वर्ग आज तक उपेक्षित है, असंघटित है और उनकी समस्या पूछनेवाला कोई नहीं है। अगर ऐसा एक एसोसिएशन का उदय होता है जो उन गैर संवर्गीय अनुवादकों के हित के लिए भी काम करता है तो वे उस एसोसिएशन के सदैव आभारी रहेंगे। आर्य जी आप कृपया इस पर गंभीरता से विचार करें। हम सब सहयोग देने के लिए तैयार हैं। “योजकस्तत्र दुर्लभ:”। हर एक कार्य में योजक का मिलना मुश्किल होता है। हम कामना करते हैं कि आप योजक बनें।
साभार
शरत्कुमार ना काशीकर