मित्रो, केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा के कनिष्ठ एवं वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों की एक बैठक दिनांक 15 अक्तूबर, 2019 को बोट क्लब पर आयोजित की गई। बरसों बाद आयोजित हुई इस बैठक में संवर्ग के साथियों की उपस्थिति उत्साहजनक थी। बैठक के प्रारंभ में निम्न सात मुद्दों पर संक्षिप्त चर्चा की गई:
1. कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए 4600 ग्रेड वेतन
2. कनिष्ठ तथा वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी पदों का मर्जर अथवा
3. वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी को राजपत्रित दर्जा दिया जाना
4. कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों को शुरुआती स्तर पर अनिवार्य प्रशिक्षण
5. भर्ती नियमों की सेवा शर्तों में सुधार
6. सीधी भर्ती को न रोक पाने की स्थिति में सीधी भर्ती परीक्षा के त्रुटिपूर्ण स्वरूप में सुधार (लिखित परीक्षा के स्थान पर वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछा जाना और अनुवाद के ज्ञान की परीक्षा न लिया जाना तथा परीक्षा का 95% हिस्सा केवल हिंदी भाषा और विशेष रूप से हिंदी साहित्य पर आधारित होना परीक्षा के नाम पर धोखा है)
7. संवर्ग के अधिकारियों को या तो आईएसटीएम से प्रशिक्षण दिलाया जाए अथवा हिंदी शिक्षण संस्थान द्वारा प्रस्तावित प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आईएसटीएम की तर्ज पर ही तैयार किया जाए
इन सभी मुद्दों पर उपस्थित साथियों ने मूल्यवान सुझाव साझा किए जिन्हें नोट कर लिया गया है। इसके बाद कार्रवाई के प्रथम चरण में कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए 4600 रु. ग्रेड वेतन तथा सीधी भर्ती परीक्षा के स्वरूप में सुधार के विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। तय किया गया कि इस बैठक में प्राप्त सुझावों तथा उपर्युक्त विषयों के संबंध में तैयार किए जाने वाले रिप्रेजेंटेशन के लिए तथ्यों का हर दृष्टिकोण से अध्ययन किया जाएगा और अगले एक से डेढ़ माह के दौरान रिप्रेजेंटेशन को अंतिम रूप दिया जाएगा जिसे बाद में एसोसिएशन के अध्यक्ष के माध्यम से संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए सभी वरिष्ठ और कनिष्ठ अनुवाद अधिकारियों से खुले मन से आगे आकर इन विषयों पर परिश्रम करने का आह्वान किया गया।
बैठक में श्री ओम प्रकाश कुशवाहा, श्री बुधेश कुमार डनसेना, श्री प्रेम चंद, श्रीमती नंदिता निधि, श्रीमती ज्योत्सना, श्री प्रेम शंकर जायसवाल, श्री सत्येंद्र दहिया, श्री संतोष जायसवाल, श्री सचिन, श्री इरफान खान, श्री आलोक, एवं श्री अनिल कुमार सहित कई महिला साथियों ने महत्वपूर्ण सुझाव रखे। निस्संदेह डेढ़ घंटे का समय इतने गंभीर विषयों पर अंतिम राय कायम करने के लिए पर्याप्त नहीं था। इसलिए तय किया गया कि सुझाव देने वाले साथी अपने सुझावों के संबंध में और विस्तारित जानकारी अन्य साथियों को उपलब्ध कराएंगे ताकि कार्य समिति तथ्यों के आलोक में आगे बढ़ सके।
ये एक बेहद सफल आयोजन रहा। तय किया गया कि भविष्य में इस प्रकार की बैठकें नियमित अंतराल पर आयोजित की जाएंगी ताकि महत्वपूर्ण विषयों पर लोकतांत्रित और पारदर्शी तरीकेे से निर्णय लिए जा सकें। अगली बैठक नवंबर माह में आयोजित की जाएगी।
दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से तकरीबन 60 कनिष्ठ/वरिष्ठ अनुवाद अधिकारियों ने इस बैठक में भाग लिया। दर्जनोंं साथी शहर से बाहर होने या कार्यालय में व्यस्त होने के कारण इस बैठक में भाग नहीं ले सके। भाग लेने वाले सभी साथियों का बहुत शुक्रिया।