एसोसिएशन के एक 5 सदस्यीय
प्रतिनिधिमण्डल की आज शाम राजभाषा विभाग के सचिव श्री ए. के. जैन के साथ एक महत्वपूर्ण
बैठक संपन्न हुई । इस बैठक में एसोसिएशन द्वारा सहायक निदेशक (राजभाषा) के पद पर
शीघ्र ही तदर्थ पदोन्नति किए जाने - तदर्थ सहायक निदेशकों को नियमित किए जाने,
कनिष्ठ अनुवादकों
हेतु 4600 रू
ग्रेड वेतन की मांग तथा नए भर्ती नियमों में संवर्ग के हित में संशोधन किए जाने
संबंधी विभिन्न मांगों के संबंध में कुल तीन प्रतिवेदन सौंपे गए । उपर्युक्त
तीनों विषयों पर सचिव महोदय के साथ विस्तार से चर्चा की गई । सचिव महोदय ने भी इन
मुद्दों पर पूरी रूचि दिखाते हुए उन्हें गंभीरता से समझा और तीनों ही विषयों पर
सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन देते हुए आवश्यक निदेश जारी कर दिए हैं ।
धन्यवाद प्रतिवेदन सचिव महोदय को सौंपने के लिए स्थिति से अवगत करवाते रहें । मेहरबानी होगी
ReplyDeleteकृपया नवीनतम जानकारी से अवगत करवाने का कष्ट करें आपका बहुत बहुत धन्य वाद होगा
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
@vijay Sharma,
ReplyDeleteश्रीमान जी इस संदर्भ में जो भी महत्वपूर्ण प्रगति होगी उसे अवश्य ही एसोसिएशन के द्वारा सभी के संज्ञान में लाया जाएगा. विभाग में उपर्युक्त मामलों में कार्रवाई प्रारंभ हो चुकी है.
-सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, एसोसिएशन.
सौरभ आर्य जी,
ReplyDeleteएसोसिएशन का नेतृत्व कुशल हाथों में है.इसलिए पॉजिटिव परिणाम शीघ्र ही प्राप्त होंगे,हमें पूर्ण विश्वास है.नव वर्ष की शुभकामनाओ सहित.-माधवी नवीन गर्ग
धन्यवाद् माधवी जी, आप लोगों की शुभकामनाएँ साथ हैं। आपके ये शब्द हमे उत्साह प्रदान करते हैं। पुनः धन्यवाद!!
ReplyDeletePlease be careful.Rajbhasha Vibhag may linger on the issue of 4600 gp till next Pay Commission, and then we will be at great loss as it will be then applicable from the date of implementation of the next pay commission.....hope u must be taking this point also in consideration....
ReplyDeleteकनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू ग्रेड वेतन की मांग संबंधी प्रतिवेदन सौंपे जाने के लिए साभार धन्यवाद। तत्संबंधी अद्यतन जानकारी से अवगत करवाने के अनुरोध के साथ पुनरपि धन्यवाद।
ReplyDeleteक्या jht को 4600 gp वाला मामला कुछ आगे बढ़ा ? .कृपया एस्सोसिअशन यह भी ध्यान दे की jht को 4600 gp 01-01-2006 से ही मिले.7th Pay Commission तक यदि मामला खिंचता है तो फिर संभव है 01-01-2006 से न देकर आगे की डेट से दें तो फिर JHT loss में रहेंगे.
ReplyDeleteमाधवी जी ठीक कह रही हैं, वर्तमान ऐसोशियेशन ही जेएचटी के ग्रेड वेतन का केस अतिशीघ्र हल करवा सकती है यह केस लंबा नहीं खिचना चाहिए अन्येथा र्कोट केस का कोई लाभ नहीं होगा
ReplyDeleteडाक्टर विजय शर्मा
कृपया नवीनतम जानकारी से अवगत करवाने का कष्ट करें आपका बहुत बहुत धन्य वाद होगा
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
एसोसिएशन के अविरत प्रयास और राजभाषा विभाग द्वारा सकारात्मक नीति/कार्रवाई से अनुवादकों के वेतनमान में बढोतरी होने में दोनों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। इसी फलस्वरूप अनुवादकों के अब तक के वेतनमान में(4500-7000 से 5000-8000 फिर 5500-9000) वृद्धि संभव हो पाई है। इसलिए दोनों को साभार धन्यवाद।
ReplyDeleteआशा करते है कि ठीक उसी प्रकार इस मामले का भी हल निकल आएगा। थोडा इंतजार करने की जरूरत है। सब्र का फल मीठा ही होता है।
शरत्कुमार काशीकर्
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, एसोसिएशन. जी से विशेष अनुरोध है कि क्या jht को 4600 gp वाला मामला कुछ आगे बढ़ा ? बताया जाए
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, एसोसिएशन. जी से विशेष अनुरोध है कि वह अपना दूरभाष/मोबाईल नम्बर अवश्य डिस्पले करें ताकि दूरभाष के माध्यम से उनसे संपर्क हो पाए
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
एसोशियेशन किसी गंभीर चिंतन में मग्न है रु 4600/- वेतमान में गंभीरता की कमी है पहले के सभी केस सुलझ गए हैं परंतु यह मामला अभी अटका हुआ है कब सुलझेगा प्रमात्मा जानता है एसेशियशन इसमें असफल लग रही है अन्यथा कभी का आंसर प्राप्त हो जाता
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, एसोसिएशन. जी से विशेष अनुरोध है कि क्या jht को 4600 gp वाला मामला कुछ आगे बढ़ा ? बताया जाए
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, एसोसिएशन. जी से विशेष अनुरोध है कि क्या jht को 4600 gp वाला मामला कुछ आगे बढ़ा ? बताया जाए
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, एसोसिएशन. जी से विशेष अनुरोध है कि क्या jht को 4600 gp वाला मामला कुछ आगे बढ़ा ? बताया जाए
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, एसोसिएशन. जी से विशेष अनुरोध है कि क्या jht को 4600 gp वाला मामला कुछ आगे बढ़ा ? बताया जाए
ReplyDeleteडा विजय शर्मा
लगता है एसोसिएशन भंग हो गयी है.कोई अपडेट्स नहीं मिल रहे.यदि ऐसा है तो कृपया बताएं ताकि हम queries करना बंद कर दें.
ReplyDeleteप्रिय मित्रो,
ReplyDeleteयह कटु सत्य है कि यह ब्लॉग पिछले कई माह से निष्क्रिय हो गया है. न ही नई सूचनाएं आप तक पहुंच रही हैं और न ही आपकी जिज्ञासाओं के उत्तर दिए जा रहे हैं. इस ब्लॉग का मोडरेटर होने के नाते इस पूरी असुविधा और अराजकता के लिए मैं आप सभी से क्षमाप्रार्थी हूं. यह अपरिहार्य कारणों से हुआ. मैं जानता हूं कि यह 'अपरिहार्य' शब्द बहुत धोखा देता है. मगर एक सार्वजनिक पद और संगठन की कार्यशैली के चलते मेरी कुछ सीमाएं थीं जो मुझे यहां कुछ भी स्वत: ही पोस्ट कर देने के लिए स्वतंत्र नहीं छोड़ती थीं. इस व्यवस्था के अनुसार मैं चाह कर भी स्वयं आपको आधिकारिक रूप से सूचनाएं नहीं दे सकता था.
परंतु ये सीमाएं अगर जनहित के विरूद्ध जा रही हों तो उनका क्या औचित्य. सूचनाएं आपके पास होना आपका अधिकार है और किसी भी कीमत पर उनका हनन नहीं होना चाहिए. यह पहली बार ही था कि पूरा केन्द्रीय सचिवालय सेवा संवर्ग और देश भर के तमाम अनुवाद साथी इस ब्लॉग के माध्यम से एक मंच से जुड़ सके. इसी उद्देश्य से चुनावों से काफी पहले मैंने इस ब्लॉग को डिजायन किया और तब से एसोसिएशन के साथी पदाधिकारियों के सहयोग से एक व्यवस्था के तहत इसका संचालन एसोसिएशन के हित में करता रहा हूं और निरंतर संवाद सुनिश्चित करते हुए सदैव आपके प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयास किया है. आप सभी ने इसे सराहा और प्रोत्साहित भी किया जिसने सदैव उत्साह बढ़ाया.
अब जो हुआ उसका क्षिद्रान्वेषण करने के बजाए अब हमें अपने लक्ष्यों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए. आप सबके तमाम प्रश्नों के संदर्भ में मैं आपको सूचित करना चाहूंगा कि कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू ग्रेड पे से संबंधित एसोसिएशन के प्रतिवेदन की फाइल सचिव, राजभाषा विभाग द्वारा वित्त मंत्रालय को प्रेषित कर दी गई थी. एसोसिएशन के प्रतिवेदन पर अभी भी वित्त मंत्रालय में विचार किया जा रहा है. यह मामला हमारी प्राथमिकताओ में है तथा आपको आश्वस्त करना चाहेंगे कि इस मामले में सभी अपेक्षित कार्रवाई की जाएंगी. और आगामी हर महत्वपूर्ण डवलपमेंट से आपको अवगत कराया जाएगा.
कुछ साथियों ने इस मामले में कोर्ट में केस दायर करने की बात की है...मैं किसी को रोकने का अधिकार तो नहीं रखता हूं परंतु आग्रह करना चाहूंगा कि एक बार वित्त मंत्रालय का उत्तर प्राप्त होने तक इंतजार किया जाना चाहिए और उसके बाद यदि वित्त मंत्रालय का उत्तर नकारात्मक रहता है तो पूरे तथ्यों के साथ हम न्यायालय की शरण लेंगे. यदि आप पहल करेंगे तो उस स्थिति में भी आप मुझे सदैव अपने साथ पाएंगे. अभी के लिए इतना ही....पुन: आप सबके स्नेह और आशीर्वाद के लिए हृदय से आभार.
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव, केन्द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक एसोसिएशन.
(यह संदेश में अपनी पर्सनल कैपेसिटी में लिख रहा हूं...मेरे विचारों से एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारियों का सहमत होना आवश्यक नहीं है. )
सौरभ आर्य, संयुक्त सचिव
ReplyDeleteसभी अनुवादक भाईयों को मेल/फोन के माध्यम से इस ब्लाग के साथ जुडने का अनुरोध करें।
डा विजय शर्मा