Monday 3 July 2023

राजभाषा के स्‍वर्णकाल में स्‍वागत है नए साथियों का...

प्रिय मित्रो,

वर्ष 2022 बैच के आप सभी साथियों में से अधिकांश तमाम मंत्रालयों और विभागों में अपना पदभार ग्रहण कर चुके हैं और कुछ साथी अभी प्रक्रिया में हैं। केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन (CSOLSTOA) के अध्‍यक्ष के रूप में मैं सौरभ आर्य अपने समस्‍त साथी पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्‍यों की ओर से आप सभी नवनियुक्‍त साथियों का संवर्ग में हार्दिक स्‍वागत करता हूं। परिवार में नए सदस्‍यों का आना स्‍वाभाविक रूप से हर्ष और उल्‍लास का विषय होता है। 



आज आप सभी से पहली बार मुखातिब होने का अवसर मिल रहा है। मैं विशेष रूप से कहना चाहता हूं कि आप सभी भले ही एक-एक या दो-दो की संख्‍या में अलग-अलग कार्यालयों में तैनात किए गए हैं, अभी आपके अधिक मित्र भी नहीं होंगे यहां। संभव है कुछ साथियों को अलग-थलग तैनात होने पर थोड़ा अकेलापन महसूस हो। लेकिन आप सभी स्‍वयं को कभी अकेला महसूस न करें। 22 सदस्‍यों की एक पूरी कार्यकारिणी हमेशा आप लोगों के आस-पास रहेगी। यदि किसी भी प्रकार की कठिनाई आपको हो तो कार्यकारिणी के किसी भी सदस्‍य के माध्‍यम से संगठन तक अपनी बात पहुंचाएं। 500 से अधिक सदस्‍यों का वाट्सएप ग्रुप आपकी अपनी ताकत है। इसके अलावा आप जिन कार्यालयों में तैनात किए गए हैं वहां पहले से तैनात वरिष्‍ठ साथी और अधिकारी भी अवश्‍य ही आपकी मदद करेंगे। बहुत जल्‍दी ही आप इस परिवार में रच-बस जाएंगे।

मित्रो, समय बदल रहा है। समय के साथ अनुवाद अधिकारियों से विभाग और सरकार की अपेक्षाएं भी बदल रही हैं। हमें उन अपेक्षाओं पर खरा उतरना है। हाथ से लिखकर अनुवाद करने के दिन अब बीत चुके हैं। अब तकनीक का युग है। हम आपसे यह भी कहना चाहेंगे कि आप अभी से स्‍वयं को सक्षम बनाने पर ध्‍यान केंद्रित करें। बेहतर से बेहतर अनुवाद करने और अनुवाद के लिए नई तकनीकों और ई टूल्‍स के इस्‍तेमाल से परहेज न करें। गूगल अनुवाद की सिर्फ मदद लें इस पर निर्भर होकर अपने अनुवाद कौशल के साथ समझौता न करें। इसके लिए तमाम अन्‍य टूल्‍स के साथ-साथ राजभाषा विभाग और सीडैक द्वारा विकसित किया गया स्‍मृति आधारित अनुवाद सॉफ्टवेयर कंठस्‍थ भी आपकी मदद करेगा। धीरे-धीरे इससे भी दोस्‍ती कीजिएगा।

आप सभी को कुछ दिनों की इंडक्‍शन ट्रेंनिंग दी जाए इसके लिए एसोसिएशन ने राजभाषा विभाग की आदरणीय सचिव महोदया से अनुरोध किया हुआ है। हम एक बार पुन: उनसे आग्रह करेंगे कि वे इस दिशा में इस वर्ष से एक नई पहल शुरू करें। 

साथियो, केंद्रीय सचिवालय का राजभाषा सेवा संवर्ग भारत सरकार का सबसे अधिक उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त लोगों का संवर्ग है। हां, थोड़ा उपेक्षित रहा है वेतन आदि के मामले में लेकिन उस मोर्चे पर भी संघर्ष जारी है। समय के साथ आप इस परिवार के अन्‍य संघर्षों, आकांक्षाओं और अपेक्षाओं से भी परिचित होंगे। 

आप सभी भाग्‍यशाली हैं कि आप राजभाषा के स्‍वर्णकाल में प्रवेश कर रहे हैं। आज न केवल समय पर कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के पद भरे जा रहे हैं बल्कि वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी के पद पर 5 वर्ष की न्‍यूनतम सेवा शर्त पूरा होने से पहले ही रिक्तियां उपलब्‍ध हैं। सहायक निदेशक के पदों पर भी नियमित रिक्तियां की जा रही हैं। और ऊपर के पदों पर बरसों के स्‍टैगनेशन को दूर करने के उपाय किए जा रहे हैं। आपके वरिष्‍ठ साथियों ने समय पर पदोन्‍नति न हो पाने की पीड़ा को लंबे अरसे तक झेला है। स्‍वाभाविक रूप से आपको अपने आस-पास कुछ निराशाजनक स्‍वर भी सुनाई देंगे। मैंने स्‍वयं यहां 18 वर्षों में कनिष्‍ठ से वरिष्‍ठ अनुवादक के पदों पर पदोन्‍नति होते देखी है और बहुत से साथी वरिष्‍ठ अनुवाद के पदों से ही सेवानिवृत हो गए। इसलिए अपने वरिष्‍ठ साथियों के संघर्षों और उनकी वरिष्‍ठता का सम्‍मान कीजिएगा। वे भी अपना स्‍नेह आप पर लुटाएंगे। हां, अनावश्‍यक नकारात्‍मकता से आपको स्‍वयं को बचाकर रखना है। हर हाल में सकारात्‍मक रहें और अपनी ऊर्जा स्‍वयं को तराशने और परिस्थितियों को बेहतर बनाने में लगाएं। दोस्‍तो, अब समय बदल रहा है। स्थितियां हर गुजरते दिन के साथ बेहतर हो रही हैं। आप लोगों के सामने ऐसे कष्‍ट न आएं इसके लिए एसोसिएशन पूरी शक्ति के साथ कार्य कर रही है और राजभाषा विभाग के अधिकारी भी पुरानी समस्‍याओं को दूर करने का प्रयत्‍न कर रहे हैं।

आप सभी को संवर्ग के वाट्सअप ग्रुप से जोड़ दिया गया है। यह मंच अनुवाद अधिकारियों से जुड़े महत्‍वपूर्ण विषयों पर चर्चा के लिए है। इस ग्रुप का इसके नियमों के दायरे में रहते हुए सदुपयोग करें। इसके साथ ही एसोसिएशन के विभिन्‍न सोशल मीडिया हैंडल्‍स से भी जुड़ जाइए ताकि समय पर आपको सूचनाएं प्राप्‍त होती रहें। इनके लिंक आपको उपलब्‍ध करा दिए जाएंगे।

एक अंतिम और विशेष बात, कि सिर्फ अनुवाद और फाइलों तक सीमित न रहें। हर दिन कुछ नया सोचें और प्रयोग करें। सरकारी कायदे-कानूनों को समझें, अपनी सेवा से जुड़े आदेशों, प्रक्रियाओं को समझते चलें। नियम विरुद्ध हर चीज को चुनौती दें। वस्‍तुत: एक जागरूक समाज एक उन्‍नत समाज की पहली शर्त है। आप सभी संवर्ग का भविष्‍य हैं, आपसे एसोसिएशन को, वरिष्‍ठ अधिकारियों को और राजभाषा विभाग को बहुत उम्‍मीदें हैं। 

मुझे पूरा विश्‍वास है कि आप सभी इन उम्‍मीदों पर खरा उतरेंगे। आपकी सफल जीवनयात्रा के लिए एसोसिएशन के समस्‍त साथियों की ओर से आप सभी को पुन: हार्दिक शुभकामनाएं।

सौरभ आर्य,

अध्‍यक्ष

केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन