Friday 29 December 2023

सहायक निदेशकों और वरिष्‍ठ अ‍नुवाद अधिकारियों के पदोन्‍नति आदेश जारी

साथियो,

अंतत: वह सुखद क्षण आ ही गया जिसका सभी को इंतज़ार था।

वर्ष 2023 की सहायक निदेशक की कुल 25 रिक्तियों के एवज में राजभाषा विभाग द्वारा पदोन्‍नति आदेश जारी कर दिए गए हैं। उल्‍लेखनीय है कि ये रिक्तियां वर्ष 2023 की हैं। इस वर्ष यह पूरी प्रक्रिया विभिन्‍न कारणों से विलंबित होती रही। विभाग द्वारा अगस्‍त माह में राजभाषा विभाग को प्रस्‍ताव प्रस्‍तुत किया गया और यूपीएससी में 27 दिसंबर को डीपीसी संपन्‍न हुई थी।

कुल 46 एसटीओ भी हुए पदोन्‍नत: वहीं वर्ष 2024 की रिक्तियों के लिए कुल 46 वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के भी पदोन्‍नति आदेश जारी कर दिए गए हैं।

तमाम दिक्‍कतों के बावजूद इस पदोन्‍नति को संभव बनाने के लिए एसोसिएशन के साथ-साथ संबंधित स्‍टेकहोल्‍डरों सहित विभाग के अधिकारियों ने भी अनथक परिश्रम किया है। हम राजभाषा विभाग की आदरणीय सचिव महोदयाआदरणीय संयुक्‍त सचिव महोदया के विशेष आभारी हैं। इसके अतिरिक्त सहायक निदेशक (सेवा) सहित सेवा प्रभाग के सभी संबंधित पदाधिकारियों के प्रति भी आभारी हैं। सबके सामूहिक प्रयासों से यह मनोरथ सफल हुआ। कहते हैं अंत भला तो सब भला।

ये सम्भवतः पहला अवसर है जब विभाग ने अंतिम कार्यदिवस के उपरांत जारी आदेश में ही 1 जनवरी, 2024 से सभी के लिए स्टैंड रिलीव के आदेश जारी कर दिए हैं। एसोसिएशन के इस अनुरोध को स्वीकार करने के लिए एसोसिएशन विभाग की आभारी है।

 इसके साथ ही हम आशा करते हैं कि इस वर्ष से सीख लेकर भविष्‍य में और तत्‍परता से सहायक निदेशकों की पदोन्‍नति प्रक्रिया को संपन्‍न करने का प्रयास किया जाएगा और वर्ष 2024 की रिक्तियों के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

सभी नव पदोन्‍नत सहायक निदेशकों एवं वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को हार्दिक शुभकामनाएं।

Wednesday 27 December 2023

सहायक निदेशकोंं की डीपीसी संपन्‍न, अब आदेश का इंतज़ार

वर्ष 2023 की रिक्तियों के एवज में सहायक निदेशक की डीपीसी आज संघ लोक सेवा आयोग में संपन्‍न हो गई। इस वर्ष की लगभग 25 रिक्तियों के लिए वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी सहायक निदेशक के पद पर पदोन्‍न होंगे। 

उल्‍लेखनीय है कि ये रिक्तियां वर्ष 2023 की हैं। इस पूरे वर्ष विभिन्‍न कारणों से यह पदोन्‍नति प्रक्रिया विलंबित होती रही है। अब अंतत: वर्ष के आखिरी दिनों में डीपीसी होने से समय पर पदोन्‍नति आदेश का जारी होना और संबंधित अधिकारियों का अपने विभागों से कार्यमुक्‍त होना  चुनौतीपूर्ण विषय है। 

एसोसिएशन आशा करती है कि विभाग संबंधित अधिकारियों के संभावित आर्थिक नुकसान से बचाव के लिए हर संभव उपाय अवश्‍य करेगा। फिलहाल  पदोन्‍नत होने जा रहे सभी साथियों को हार्दिक बधाई और अग्रिम शुभकामनाएं। 

Tuesday 12 December 2023

इधर जेटीओ के नियमितीकरण आदेश जारी, उधर एसटीओ पर पदोन्‍नति की तैयारी

साथियो, 

कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के बहुप्रतीक्षित नियमितीकरण आदेश आज दिनांक 12 दिसंबर, 2023 को जारी कर दिए गए हैं। इस आदेश में वर्ष 2017 के शेष 6 तथा वर्ष 2019 के कुल 58 कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को नियमित किया गया है। सभी 64 कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। 

हम आशा करते हैं कि भविष्‍य में भी नियमित रूप से नियमितीकरण संबंधी आदेश जारी किए जाते रहेंगे और नियमितीकरण की प्रकिया में कोई विलंब नहीं होगा। एसोसिएशन राजभाषा विभाग की आदरणीय सचिव महोदया, संयुक्‍त सचिव महोदया के साथ-साथ इस नियमितीकरण प्रक्रिया को संपन्‍न करने से जुड़े अन्‍य सभी अधिकारियों के प्रति भी आभार प्रकट करती है।

शीघ्र ही विभाग वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की वर्ष 2023 की शेष रिक्तियों तथा वर्ष 2024 की रिक्तियों के लिए विभागीय पदोन्‍नति समिति की बैठक आयोजित करेगा। इसके लिए विचार क्षेत्र में शामिल कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के दस्‍तावेज विभाग द्वारा पहले ही आमंत्रित किए जा चुके हैं। एसोसिएशन सभी संबंधित कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों से अनुरोध करती है कि यदि किसी के दस्‍तावेज अभी भी विभाग तक पहुंचने शेष हों तो इस संबंध में तत्‍काल अपेक्षित कार्रवाई सुनिश्चित करें। 










Friday 10 November 2023

वरीयता सूचियों के अद्यतनीकरण के लिए विभाग को अनुस्‍मारक सौंपा

 साथियो, 

आपको स्‍मरण होगा कि केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा संवर्ग के विभिन्‍न स्‍तरों के लिए वरीष्‍ठता सूचियों के अद्यतनीकरण के संदर्भ में एसोसिएशन ने दिनांक 18 मई, 2023 को आदरणीय सचिव महोदया को एक अभ्‍यावेदन सौंपा था जिसमें अनुरोध किया गया था कि संवर्ग के सभी स्‍तरों के अधिकारियों की वरिष्‍ठता सूचियों को अधिकारियों के पूर्ण विवरण के साथ अद्यतन किया जाए। इस संबंध में बीच-बीच में भी सेवा प्रभाग को स्‍मरण कराया जाता रहा है। खेद का विषय है कि यह सूचियां दो वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अद्यतन नहीं की गई हैं। 

जहां वर्ष 2020 और 2022 बैच के कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों का विवरण वेबसाइट पर नहीं है। वहीं वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों का रिकॉर्ड भी दो वर्ष से अपडेट नहीं हुआ है। अधिकारियों के  प्रतिनियुक्ति पर जाने, सेवानिवृत हो, वीआरएस लेने आदि के कारण होने वाले परविर्तनों की सूचना के अभाव में कार्मिकों के लिए यह जानना नितांत असंभव हो जाता है कि वरीयता सूची में उनका वास्‍तविक स्‍थान कहां है। नियमानुसार किसी भी पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूचियां सार्वजनिक की जानी चाहिएं।     

एसोसिएशन ने पुन: दिनांक 07 नवंबर, 2023 को आदरणीय सचिव महोदया को एक स्‍मरण पत्र लिखा है। हम राजभाषा विभाग से अनुरोध करते हैं कि इन सूचियों को जल्‍द से जल्‍द अद्यतन कर दिया जाए ताकि पदोन्‍नति प्रक्रिया पारदर्शी  हो सके।   




सहायक निदेशक की सीधी भर्ती परीक्षा के स्‍वरूप में परिवर्तन हेतु अभ्‍यावेदन विभाग को सौंपा गया

साथियो, 

आदरणीय सचिव महोदया के साथ एसोसिएशन की विगत बैठक में एसोसिएशन ने सहायक निदेशक की सीधी भर्ती परीक्षा के स्‍वरूप में परिवर्तन के विषय को विभाग के समक्ष उठाया था। सचिव महोदया ने एसोसिएशन के सुझावों पर सैद्धांतिक रूप से सहमति व्‍यक्‍त की थी। अब चूंकि विभाग कुछ पदों को सीधी भर्ती हेतु संघ लोक सेवा आयोग को भेजने की प्रक्रिया में है इसलिए एसोसिएशन ने दिनांक 07 नवंबर, 2023 के एक अभ्‍यावेदन के माध्‍यम से राजभाषा विभाग से इस परीक्षा के स्‍वरूप में परिवर्तन हेतु औपचारिक रूप से कुछ अनुरोध किए हैं ताकि भविष्‍य में संवर्ग को सुयोग्‍य अधिकारी प्राप्‍त हो सकें। विभाग को सौंपेे गए अभ्‍यावेदन की प्रति आप सभी के ध्‍यानार्थ :  



Monday 6 November 2023

जेटीओ से एसटीओ की पदोन्‍नति हेतु 15 नवंबर तक दस्‍तावेज आमंत्रित

 

प्रिय साथियो,

कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी से वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी के पद पर पदोन्‍नति के सिलसिले में विभाग ने 15 नवंबर तक कुल 76 कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के दस्‍तावेज आमंत्रित किए हैं। उल्‍लेखनीय है कि विभाग वर्ष 2023 की रिक्तियों के एवज में 18 कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को दिसंबर, 2022 में जारी पदोन्‍नति आदेश के माध्‍यम से पदोन्‍नत कर चुका है। अतएव वर्ष 2023 की शेष रिक्तियों तथा वर्ष 2024 की रिक्तियों के एवज में होने वाली पदोन्‍नति प्रक्रिया हेतु कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों से दस्‍तावेज आमंत्रित किए गए हैं।


सभी संबंधित साथियों से अनुरोध है कि अविलंब अपने दस्‍तावेज राजभाषा विभाग को उपलब्‍ध कराएं ताकि समय रहते सभी औपचारिकताएं पूरी की जा सकें। एसोसिएशन के आग्रह पर उचित कार्रवाई के लिए हम विभाग के सभी संबंधित अधिकारियों के आभारी हैं।







Saturday 9 September 2023

संवर्ग के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

नमस्कार मित्रो, आप सभी को संवर्ग के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। 09 सितंबर, 1981 की अधिसूचना के माध्यम से केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा संवर्ग का गठन हुआ था। 1981 में जब संवर्ग का गठन हुआ उस समय केवल कनिष्ठ अनुवाद और वरिष्ठ अनुवादक के पद संवर्ग में शामिल किए गए। फिर बाद में 1983 में सहायक निदेशक से लेकर निदेशक तक के पद शामिल हुए। दिलचस्प बात यह है कि उस समय केवल निदेशक का पद ही समूह 'क' श्रेणी का पद था। लम्बे संघर्ष के बाद सहायक निदेशक का पद समूह 'क' राजपत्रित हो सका। ऐसे तमाम संघर्ष रहे,कुछ में सफलता मिली कुछ में असफलता। 

1981 से लेकर अब तक संवर्ग ने लम्बा समय व्यतीत किया है। वर्षों तक प्रशासनिक और राजनीतिक उपेक्षा और उदासीनता का शिकार रहा संवर्ग कुछ वर्षों तक एडहॉक सेवा के ऐसे गर्त में जा पहुंचा जहाँ से बाहर निकल कर सभी पदों को भर पाना इस समय चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है। संवर्ग को पुनः पटरी पर लाने के लिए अभी बहुत प्रयासों की आवश्यकता है। स्थितियां बदल रही हैं लेकिन गति की आवश्यकता है। हमारा लक्ष्य है कि व्यवस्था अधिक से अधिक पारदर्शी, समावेशी और न्यायसंगत बने। देश भर के अनुवादकों की आकांक्षाओं और अभिलाषाओं को लंबे समय से अनसुना किया गया है। हम आशा करते हैं कि वर्तमान और भविष्य हमें अवश्य सुनेंगे। 

साथियो, हम सभी को मिलकर इस संवर्ग को पहले से और अधिक बेहतर बनाना है और इसके लिए संगठित होना पहली शर्त है। निजी हित से ऊपर संवर्ग के हित को प्राथमिकता देनी होगी। समय लगेगा लेकिन कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होगा। हमें अपने भविष्य का निर्माण स्वयं करना है। 

आप सभी को एसोसिएशन की ओर से संवर्ग के स्थापना दिवस की पुनः हार्दिक शुभकामनाएं। 🙏

Monday 3 July 2023

राजभाषा के स्‍वर्णकाल में स्‍वागत है नए साथियों का...

प्रिय मित्रो,

वर्ष 2022 बैच के आप सभी साथियों में से अधिकांश तमाम मंत्रालयों और विभागों में अपना पदभार ग्रहण कर चुके हैं और कुछ साथी अभी प्रक्रिया में हैं। केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन (CSOLSTOA) के अध्‍यक्ष के रूप में मैं सौरभ आर्य अपने समस्‍त साथी पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्‍यों की ओर से आप सभी नवनियुक्‍त साथियों का संवर्ग में हार्दिक स्‍वागत करता हूं। परिवार में नए सदस्‍यों का आना स्‍वाभाविक रूप से हर्ष और उल्‍लास का विषय होता है। 



आज आप सभी से पहली बार मुखातिब होने का अवसर मिल रहा है। मैं विशेष रूप से कहना चाहता हूं कि आप सभी भले ही एक-एक या दो-दो की संख्‍या में अलग-अलग कार्यालयों में तैनात किए गए हैं, अभी आपके अधिक मित्र भी नहीं होंगे यहां। संभव है कुछ साथियों को अलग-थलग तैनात होने पर थोड़ा अकेलापन महसूस हो। लेकिन आप सभी स्‍वयं को कभी अकेला महसूस न करें। 22 सदस्‍यों की एक पूरी कार्यकारिणी हमेशा आप लोगों के आस-पास रहेगी। यदि किसी भी प्रकार की कठिनाई आपको हो तो कार्यकारिणी के किसी भी सदस्‍य के माध्‍यम से संगठन तक अपनी बात पहुंचाएं। 500 से अधिक सदस्‍यों का वाट्सएप ग्रुप आपकी अपनी ताकत है। इसके अलावा आप जिन कार्यालयों में तैनात किए गए हैं वहां पहले से तैनात वरिष्‍ठ साथी और अधिकारी भी अवश्‍य ही आपकी मदद करेंगे। बहुत जल्‍दी ही आप इस परिवार में रच-बस जाएंगे।

मित्रो, समय बदल रहा है। समय के साथ अनुवाद अधिकारियों से विभाग और सरकार की अपेक्षाएं भी बदल रही हैं। हमें उन अपेक्षाओं पर खरा उतरना है। हाथ से लिखकर अनुवाद करने के दिन अब बीत चुके हैं। अब तकनीक का युग है। हम आपसे यह भी कहना चाहेंगे कि आप अभी से स्‍वयं को सक्षम बनाने पर ध्‍यान केंद्रित करें। बेहतर से बेहतर अनुवाद करने और अनुवाद के लिए नई तकनीकों और ई टूल्‍स के इस्‍तेमाल से परहेज न करें। गूगल अनुवाद की सिर्फ मदद लें इस पर निर्भर होकर अपने अनुवाद कौशल के साथ समझौता न करें। इसके लिए तमाम अन्‍य टूल्‍स के साथ-साथ राजभाषा विभाग और सीडैक द्वारा विकसित किया गया स्‍मृति आधारित अनुवाद सॉफ्टवेयर कंठस्‍थ भी आपकी मदद करेगा। धीरे-धीरे इससे भी दोस्‍ती कीजिएगा।

आप सभी को कुछ दिनों की इंडक्‍शन ट्रेंनिंग दी जाए इसके लिए एसोसिएशन ने राजभाषा विभाग की आदरणीय सचिव महोदया से अनुरोध किया हुआ है। हम एक बार पुन: उनसे आग्रह करेंगे कि वे इस दिशा में इस वर्ष से एक नई पहल शुरू करें। 

साथियो, केंद्रीय सचिवालय का राजभाषा सेवा संवर्ग भारत सरकार का सबसे अधिक उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त लोगों का संवर्ग है। हां, थोड़ा उपेक्षित रहा है वेतन आदि के मामले में लेकिन उस मोर्चे पर भी संघर्ष जारी है। समय के साथ आप इस परिवार के अन्‍य संघर्षों, आकांक्षाओं और अपेक्षाओं से भी परिचित होंगे। 

आप सभी भाग्‍यशाली हैं कि आप राजभाषा के स्‍वर्णकाल में प्रवेश कर रहे हैं। आज न केवल समय पर कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के पद भरे जा रहे हैं बल्कि वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी के पद पर 5 वर्ष की न्‍यूनतम सेवा शर्त पूरा होने से पहले ही रिक्तियां उपलब्‍ध हैं। सहायक निदेशक के पदों पर भी नियमित रिक्तियां की जा रही हैं। और ऊपर के पदों पर बरसों के स्‍टैगनेशन को दूर करने के उपाय किए जा रहे हैं। आपके वरिष्‍ठ साथियों ने समय पर पदोन्‍नति न हो पाने की पीड़ा को लंबे अरसे तक झेला है। स्‍वाभाविक रूप से आपको अपने आस-पास कुछ निराशाजनक स्‍वर भी सुनाई देंगे। मैंने स्‍वयं यहां 18 वर्षों में कनिष्‍ठ से वरिष्‍ठ अनुवादक के पदों पर पदोन्‍नति होते देखी है और बहुत से साथी वरिष्‍ठ अनुवाद के पदों से ही सेवानिवृत हो गए। इसलिए अपने वरिष्‍ठ साथियों के संघर्षों और उनकी वरिष्‍ठता का सम्‍मान कीजिएगा। वे भी अपना स्‍नेह आप पर लुटाएंगे। हां, अनावश्‍यक नकारात्‍मकता से आपको स्‍वयं को बचाकर रखना है। हर हाल में सकारात्‍मक रहें और अपनी ऊर्जा स्‍वयं को तराशने और परिस्थितियों को बेहतर बनाने में लगाएं। दोस्‍तो, अब समय बदल रहा है। स्थितियां हर गुजरते दिन के साथ बेहतर हो रही हैं। आप लोगों के सामने ऐसे कष्‍ट न आएं इसके लिए एसोसिएशन पूरी शक्ति के साथ कार्य कर रही है और राजभाषा विभाग के अधिकारी भी पुरानी समस्‍याओं को दूर करने का प्रयत्‍न कर रहे हैं।

आप सभी को संवर्ग के वाट्सअप ग्रुप से जोड़ दिया गया है। यह मंच अनुवाद अधिकारियों से जुड़े महत्‍वपूर्ण विषयों पर चर्चा के लिए है। इस ग्रुप का इसके नियमों के दायरे में रहते हुए सदुपयोग करें। इसके साथ ही एसोसिएशन के विभिन्‍न सोशल मीडिया हैंडल्‍स से भी जुड़ जाइए ताकि समय पर आपको सूचनाएं प्राप्‍त होती रहें। इनके लिंक आपको उपलब्‍ध करा दिए जाएंगे।

एक अंतिम और विशेष बात, कि सिर्फ अनुवाद और फाइलों तक सीमित न रहें। हर दिन कुछ नया सोचें और प्रयोग करें। सरकारी कायदे-कानूनों को समझें, अपनी सेवा से जुड़े आदेशों, प्रक्रियाओं को समझते चलें। नियम विरुद्ध हर चीज को चुनौती दें। वस्‍तुत: एक जागरूक समाज एक उन्‍नत समाज की पहली शर्त है। आप सभी संवर्ग का भविष्‍य हैं, आपसे एसोसिएशन को, वरिष्‍ठ अधिकारियों को और राजभाषा विभाग को बहुत उम्‍मीदें हैं। 

मुझे पूरा विश्‍वास है कि आप सभी इन उम्‍मीदों पर खरा उतरेंगे। आपकी सफल जीवनयात्रा के लिए एसोसिएशन के समस्‍त साथियों की ओर से आप सभी को पुन: हार्दिक शुभकामनाएं।

सौरभ आर्य,

अध्‍यक्ष

केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन


Tuesday 30 May 2023

कार्यकारिणी की बैठक में सभी महत्‍वपूर्ण विषयों की समीक्षा, सक्रियता से कार्रवाई जारी

'केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन (CSOLSTOA)' की कार्यकारिणी की चौथी बैठक दिनांक 19.05.2023 को अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य की अध्‍यक्षता में उद्योग भवन, नई दिल्‍ली में संपन्‍न हुई। बैठक में कार्यकारिणी के सदस्‍यों द्वारा संवर्ग के हित से जुड़े विभिन्‍न मुद्दों पर चर्चा की गई और आगामी कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया।  इस बैठक में कुल 18 सदस्‍यों ने भाग लिया। बैठक की शुरुआत में अध्‍यक्ष ने विगत दो माह के दौरान विभिन्‍न विषयों में हुई प्रगति से सदस्‍यों को अवगत कराया। 


तदुपरांत कुछ महत्‍वपूर्ण विषयों पर विस्‍तार से चर्चा की गई:

1. वरीयता सूचियों के अद्यतनीकरण के लिए सचिव महोदया को अभ्‍यावेदन: वरीयता सूचियों को समय पर अद्यतन किया जाना देखने में एक साधारण विषय है परंतु इसके गंभीर प्रभाव पड़ते हैं। संवर्ग के अनुवाद अधिकारी साथी लंबे समय से यह शिकायत करते आ रहे थे कि विभाग द्वारा पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूचियों को जारी नहीं किया जाता है जिससे किसी श्रेणी विशेष में, किसी भी कार्मिक के लिए किसी रिक्ति वर्ष में सृजित होने वाली रिक्तियों का अनुमान लगाना और अपने वरिष्‍ठता क्रम का निर्धारण कर पाना कठिन हो जाता है। उदाहरण के लिए विभाग की वेबसाइट पर सहायक निदेशक (रा.भा.) की उपलब्‍ध वरिष्‍ठता सूची को दिनांक 21 मार्च, 2022 को जारी किया गया जो दिनांक 01.01.2022 की स्थिति के आधार पर है। इसी प्रकार वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की वरीयता सूची दिनांक 31 मई, 2022 को जारी की गई जो 5 माह पूर्व अर्थात दिनांक 01.01.2022 की स्थिति के आधार पर है। जबकि इन दोनों श्रेणियों में पदोन्‍नति सूची जारी करने और उस श्रेणी में पदोन्‍नति किए जाने में काफी बड़ा अंतराल रहा है। इस दौरान स्‍टेकहोल्‍डर्स इन सूचियों में होने वाले जोड़-घटा से अनभिज्ञ रहे। नियमानुसार, पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूच‍ियों को स्‍टेकहोल्‍डर्स के लिए जारी किया जाना चाहिए।

इस संबंध में एसोसिएशन ने दिनांक 18.05.2023 को एक अभ्‍यावेदन सचिव महोदया को दिया है जिसमें एसोसिएशन ने व‍रीयता सूचियों के रख-रखाव के संबंध में विस्‍तृत सुझाव विभाग को दिए हैं और पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूचियों को अद्यतन कर जारी किया जाना सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।

2. सहायक निदेशक (रा.भा) की श्रेणी में वर्ष 2023 की रिक्तियों के लिए पदोन्‍नति का मामला: वर्ष 2023 की सहायक निदेशक की रिक्तियों के लिए पदोन्‍नति प्रस्‍ताव यूपीएससी को भेजे जाने से पूर्व यूपीएससी की अनुशंसा पर राजभाषा विभाग द्वारा अनुसूचित जनजाति श्रेणी की 3 बैकलॉग रिक्तियों के रिवाइवल का प्रस्‍ताव आईएफडी को भेजा गया है। इस मामले में कई बार संबंधित फाइल की आपत्तियों और प्रश्‍नों के उत्‍तरों के साथ आईएफडी और राजभाषा विभाग के बीच आवाजाही हुई है। इस संबंध में कुछ दिनों पूर्व एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी आईएफडी के अधिकारियों से मुलाकात कर मामले में त्‍वरित कार्रवाई का अनुरोध किया था। आज दिनांक 30.05.2023 को भी एक बार फिर आईएफडी द्वारा यह फाइल राजभाषा विभाग को कुछ प्रश्‍नों के साथ भेज दी गई जिस पर राजभाषा विभाग के सेवा प्रभाग के अधिकारियों द्वारा सक्रियता से कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। एसोसिएशन इस मामले के शीघ्र निपटान के लिए प्रयास कर रही है। आशा है जल्‍द ही फाइल क्लियरेंस के साथ विभाग लौटेगी। इसके साथ ही एसोसिएशन ने विभाग से आग्रह किया है कि वर्ष 2023 के पदोन्‍नति प्रस्‍ताव के संबंध में शेष औपचारिकताओं को समय रहते प्राथमिकता के आधार पर संपन्‍न कर लिया जाए ताकि कई माह से पदोन्‍नति की प्रतीक्षा कर रहे साथियों की पदोन्‍नति में और अधिक विलंब न हो। 

उल्‍लेखनीय है कि वर्ष 2023 की संभावित रिक्तियों का विवरण एसोसिएशन अपने स्‍तर पर कुछ दिन पूर्व साझा कर चुकी है। 

3. पदों की गणना तथा रोस्‍टर के पालन आद‍ि पर कार्यशाला का आयोजन : सदस्‍यों ने समिति को अवगत कराया कि कुछ दिनों पूर्व एसोसिएशन द्वारा रिक्ति वर्ष 2023 की सहायक निदेशकों की रिक्तियों की गणना के संबंध में जारी की गई सूचना का संवर्ग के साथियों ने स्‍वागत किया है। इस मामले में अब तक संवर्ग में पारदर्शिता और जानकारी का अभाव रहा है। कुछ सदस्‍यों ने सुझाव दिया कि इस विषय में एसोसिएशन के स्‍तर पर शीघ्र ही एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया जाए ताकि सभी सदस्‍य इस प्रक्रिया और इससे जुड़े नियम आदि को और बेहतर तरीके से समझ सकें और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान कर सकें। 

एसोसिएशन इस विषय में शीघ्र ही एक कार्यशाला आयोजित करने का प्रयास करेगी।

4. वर्ष 4600 ग्रेड वेतन का मामला: इस मामले में लीगल आधार पर चल रहा प्रस्‍ताव इस समय आईएफडी में है। आईएफडी द्वारा इस मामले में बार-बार अनावश्‍यक आपत्तियां लगाई जा रही हैं। इस मामले में अंतिम रूप से व्‍यय विभाग को फैसला लेना है। इस मामले के त्‍वरित निपटान के लिए एसोसिएशन अब आदरणीय सचिव महोदया से उनके स्‍तर पर हस्‍तक्षेप का अनुरोध करेगी ताकि मामले का समय से निपटान हो सके। 

5. 2019 बैच के कनिष्‍ठ अनुवादकों का नियमितीकरण: विभाग शीघ्र ही 2019 बैच के कुछ अनुवादकों का नियमितीकरण आदेश जारी करने जा रहा है। इसी क्रम में सभी संबंधितों से दस्‍तावेज आमंत्रित किए गए हैं। चूंकि 2019 का बैच काफी बड़ा है और सभी साथियों ने अभी अपनी न्‍यूनतम सेवा पूरी नहीं की है इसलिए शेष कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को भी क्रमिक रूप से नियमित किया जाएगा। वर्षों बाद यह पहला अवसर है जब न्‍यूनतम सेवा अर्हता पूर्ण होते ही अनुवाद अधिकारियों को नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है।

6. नए अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग में सहायता करें एसोसिएशन के समस्‍त पदाधिकारी: बैठक में 2022 बैच के 94 नए कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग के बारे में चर्चा की गई। महासचिव श्री सुनील चौरसिया द्वारा सभी सदस्‍यों से आग्रह किया गया कि नए अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग में कोई समस्‍या हो तो अपने आस-पास ऐसे कनिष्‍ठ साथियों की यथासंभव सहायता करें। इसके अतिरिक्‍त ऐसे साथियों को आगामी तकनीकी सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए भी प्रोत्‍साहित करें। नवागंतुकों को सहायता के लिए दायित्‍व एसोसिएशन के उपाध्‍यक्ष श्री विमल सिंह को सौंपा गया।

7. एसोसिएशन का पंजीकरण: अन्‍य विषयों पर प्राथमिकता के चलते अब तक इस मामले में कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई है। अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने कहा कि अगले एक से डेढ़ माह के दौरान इस विषय से जुड़ी समस्‍त औपचारिकताओं को पूरा कर इस कार्य को संपन्‍न कराया जाएगा।

8. परामर्शदाताओं को नियमित अधिकारियों की तुलना में वरीयता दिया जाना: विभिन्‍न मंत्रालयों और विभागों में तैनात अनुवाद अधिकारियों ने एसोसिएशन को सूचित किया है कि कुछ कार्यालयों में नियमित अनुवाद अधिकारियों के स्‍थान पर परामर्शदाता के रूप में कार्यरत सेवानिवृत अधिकारियों को ही संसदीय समि‍ति के निरीक्षणों, हिंदी सलाहकार समिति की बैठकों आदि के आयोजन में शामिल किया जा रहा है। यहां तक कि कुछ कार्यालयों में अधीनस्‍थ कार्यालयों का निरीक्षण भी परामर्शदाताओं द्वारा किया जा रहा है। इससे नियमित अनुवाद अधिकारी सेवाकालीन अनुभव से वंचित हो रहे हैं।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस मामले को राजभाषा विभाग के साथ उठाने का आश्‍वासन दिया।

 

कार्यकारिणी के सभी सदस्‍यों के प्रति धन्‍यवाद के साथ बैठक समाप्‍त हुई। 








Friday 12 May 2023

वर्ष 2022 बैच के 94 नए कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों का स्‍वागत

साथियो, अत्‍यंत हर्ष का विषय है कि सीएसओएलएस परिवार में 2022 बैच के 94 नए सदस्‍य शामिल होने जा रहे हैं। 

यहां उल्‍लेखनीय है कि नियुक्ति पूर्व दस्‍तावजों की जांच के लिए डॉक्‍यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रकिया अब तक कर्मचारी चयन आयोग के स्‍तर पर होती रही है। लेकिन इस वर्ष यह जिम्‍मेदारी राजभाषा विभाग को सौंपी गई थी। कुछ दिनों पूर्व विभाग द्वारा डॉक्‍यूमेंट वेरिफिकेशन किया गया था जिसके दौरान कुछ अभ्‍यर्थियों द्वारा उनकी पात्रता के निर्धारण संबंधी कुछ समस्‍याओं के लिए एसोसिएशन से संपर्क किया गया। एसोसिएशन ने तत्‍काल मामलों को उच्‍चाधिकारियों के संज्ञान में डाला और विभाग ने उन पर सहृदयतापूर्वक कार्रवाई भी की। हमें हर्ष है कि विभाग ने सफलतापूर्वक इस प्रकिया को अपने स्‍तर पर संपन्‍न किया। इसके लिए राजभाषा विभाग और विशेषकर सेवा प्रभाग बधाई का पात्र है।

अब हाल ही में सभी सफल अभ्‍यर्थियों की नियुक्ति के लिए विभागों का आवंटन कर दिया गया है और उनके दस्‍तावजे संबंधित मंत्रालयों/‍विभागों को भेज दिए गए हैं। पत्रों की प्रति सभी अभ्‍यर्थियों को भी प्रेषित की गई है। शीघ्र ही उन कार्यालयों में नियुक्ति प्रकिया प्रारंभ हो जाएगी। सभी नए साथियों का संवर्ग में हार्दिक स्‍वागत है।

Monday 8 May 2023

संवर्ग के विकास में योगदान के लिए सदैव याद किया जाएगा श्री बी. एल. मीणा को

राजभाषा विभाग में निदेशक (सेवा) के पद पर कार्यरत श्री बी. एल. मीणा राजभाषा विभाग को लंबी सेवा देने के बाद अपने मूल कैडर इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्‍ट्रीज में वापिस लौट रहे हैं। उनके एक और सेवा विस्‍तार की आशा सभी को थी लेकिन दुर्भाग्‍य से यह संभव नहीं हो सका। श्री बी. एल. मीणा ने जिस समय विभाग में सेवा प्रभाग की जिम्‍मेदारी ली उस समय सेवा संबंधी रिकॉर्ड और पदोन्‍नति प्रक्रियाएं भारी अव्‍यवस्‍था की शिकार थीं। श्री मीणा के कार्यकाल में सेवा प्रभाग की कार्यप्रणाली में काफी सुधार आया और कई लंबित मामलों का निपटान हुआ। इस समय भी कई महत्‍वपूर्ण मामले संवर्ग के उत्‍थान के लिए विचाराधीन हैं जिनका श्री मीणा के रहते हुए शीघ्र समाधान की आशा एसोसिएशन को थी।

श्री मीणा को विशेष रूप से उनकी सहजता और सुलभता के लिए याद किया जाएगा। एक सहृदय अधिकारी के रूप में वे अनुवाद अधिकारियों की समस्‍याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिए सदैव उपलब्‍ध रहते थे। आदरणीय मीणा जी ने अपने परिश्रम से सबके हृदय मेंं स्‍थान बनाया। 

एसोसिएशन श्री बी. एल. मीणा जी को उनकी नई पारी के लिए अनेक शुभकामनाएं देती है।

सचिव महोदया के साथ एसोसिएशन की बैठक और मामलों की अद्यतन स्थिति


केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन की दिनांक 13.04.2023 को राजभाषा विभाग की सचिव महोदया, श्रीमती अंशुली आर्या जी के साथ एक बैठक संपन्‍न हुई। इस बैठक में अनुवाद अधिकारियों से जुड़े विभिन्‍न ज्‍वलंत मुद्दों पर चर्चा की गई।


कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए 4600 रु. ग्रेड वेतन: इस विषय में सचिव महोदया को स्‍मरण कराया गया कि दिसंबर, 2022 में एसोसिएशन की पहली बैठक में एसोसिएशन ने अदालती मामलों के आधार पर चल रही फाइल को गति प्रदान करने और नए सिरे से एक नया प्रस्‍ताव व्‍यय विभाग को भेजे जाने का अनुरोध किया था। जिसके उपरांत लीगल मामलों की फाइल आईएफडी के प्रश्‍नों के आलोक में डीओपीटी को भेजी गई थी और कुछ प्रश्‍नों का उत्‍तर राजभाषा विभाग द्वारा दिया जाना था। सचिव महोदया ने कैट की विभिन्‍न शाखाओं द्वारा अनुवाद अधिकारियों के पक्ष में दिए जा रहे विभिन्‍न फैसलों से जुड़े मामलों को गहराई से समझने का प्रयास किया।

इस विषय पर विस्‍तार से चर्चा के उपरांत सचिव महोदया ने इस फाइल को अविलंब आईएफडी के माध्‍यम से व्‍यय विभाग को अग्रेषित करने के निदेश दिए। (अद्यतन स्थिति के अनुसार यह फाइल पुन: आईएफडी को भेज दी गई है और वहां से, यदि कोई नई आपत्ति/प्रश्‍न नहीं होता है तो व्‍यय विभाग को प्रेषित की जाएगी)

एसोसिएशन ने पुन: स्‍मरण कराया कि इस लीगल मामले के अतिरिक्‍त कनिष्‍ठ एवं वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के ग्रेड वेतन उन्‍नयन के लिए नए सिरे से प्रस्‍ताव व्‍यय विभाग को भेजने पर विगत बैठक में सह‍मति बनी थी जिस पर एसोसिएशन ने आवश्‍यक दस्‍तावेज भी दिसंबर,22 में विभाग को उपलब्‍ध करा दिए थे और एक नई फाइल भी विभाग द्वारा चलाई गई थी। परंतु इस मामले में कोई विशेष प्रगति अभी तक नहीं हुई है। उल्‍लेखनीय है कि वेतन उन्‍नयन का मामला संवर्ग समीक्षा के माध्‍यम से भी उठाया गया था जिस पर संवर्ग समीक्षा समिति ने इस मामले में Financial Implication होने के कारण इस मामले को व्‍यय विभाग के साथ उठाने के निदेश दिए हैं। एसोसिएशन ने आग्रह किया कि लीगल मामले की प्रगति को इस मामले से अलग रखते हुए विभाग इस मामले को व्‍यय विभाग को अग्रेषित करे।

सचिव महोदया ने इस प्रस्ताव में कुछ और तथ्‍यों को शामिल करते हुए इसे भी व्‍यय विभाग के साथ उठाने के निदेश दिए।

APAR के लिए स्‍पैरो जैसी ऑनलाइन प्रणाली: एसोसिएशन की ओर से अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को स्‍मरण कराया कि एसोसिएशन की पहली बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था। सचिव महोदया ने एसोसिएशन को अवगत कराया कि वे इसके लिए अनुमोदन दे चुकी हैं और यह मामला प्रगति में है। एसोसिएशन ने पुन: सचिव महोदया से आग्रह किया कि यह एक तकनीकी मामला है और राजभाषा विभाग शीघ्र ही तकनीकी सम्‍मेलन आयोजित करने जा रहा है। यदि इस प्रणाली को इस सम्‍मेलन में लॉन्‍च किया जा सके तो तकनीकी सम्‍मेलन का आयोजन और अधिक सार्थक सिद्ध होगा।

सचिव महोदया ने कहा कि इसे संभव बनाने के लिए प्रयास किया जाएगा।

डीआर की बैकलॉग वेकेंसियों को पदोन्‍नति के माध्‍यम से भरा जाना: एसोसिएशन ने सचिव महोदया को अवगत कराया कि डीआर की बैकलॉग वेकेंसियों का मामला संवर्ग के सामने एक गंभीर समस्‍या है और इसका स्‍थायी समाधान होना चाहिए। उल्‍लेखनीय है कि एसोसिएशन इस विषय में विभाग के सभी अधिकारियों के साथ पहले से चर्चा करती रही है और इसका श्रेष्‍ठ समाधान खोजने का आग्रह करती रही है। एसोसिएशन ने विभाग से आग्रह किया है कि डीआर के बैकलॉग पदों को पदोन्‍नति कोटे से भरे जाने के लिए प्रयास किया जाए ताकि बरसों से पदोन्‍नति की प्रतीक्षा कर रहे वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी पदोन्‍नत हो सकें। हमारे भर्ती नियमों में 25% सीधी भर्ती का प्रावधान मौजूद होने के चलते इन सीर्धी भर्ती के समस्‍त पदों को पदोन्‍नती कोटे में परिवर्तित किया जाना कठिन कार्य है। उधर यह भी सत्‍य है कि विभाग वर्ष 2015 के बाद से आज तक 1 भी पद सीधी भर्ती से नहीं भर पाया है और यह समस्‍या बढ़ती जा रही है। इसलिए एक ऐसा रास्ता निकालना आवश्यक है जिससे डीओपीटी सहमत हो सके।

उल्‍लेखनीय है कि वर्ष 2021 में नए भर्ती नियम अधिसूचित किए गए थे। इसलिए अब विभाग 2021 को आधार वर्ष मानकर 2021 से 2023 तक की सीधी भर्ती के लगभग 11 पदों को सीधी भर्ती से भरे जाने के लिए यूपीएससी को भेजने पर विचार कर रहा है और शेष पदों को पदोन्‍नति से भरने के लिए डीओपीटी से छूट मांगी जाएगी। यदि यह संभव होता है तो सहायक निदेशक के लगभग 54 पद पदोन्‍नति से भर्ती के लिए संवर्ग को मिल सकेंगे। यहां यह भी उल्‍लेखनीय है कि एसोसिएशन तात्‍कालिक रूप से वर्ष 2023 तक इस समस्‍या के निपटान के साथ-साथ भविष्‍य के लिए भर्ती नियमों में सीधी भर्ती के 25% के अनुपात को और कम करने सहित कुछ अन्‍य संशोधनों के लिए भी प्रयासरत है ताकि भविष्‍य में संवर्ग के कनिष्‍ठ साथियों पर इन भर्ती नियमों का न्‍यूनतम प्रभाव पड़े।

सचिव महोदया ने कहा, कि उन्‍होंने संवर्ग के हित में एक फैसला लिया है और वे आशा करती हैं कि संवर्ग के लोग इस समस्‍या के समाधान में विभाग का साथ देंगे।

सीधी भर्ती की परीक्षा के स्‍वरूप में बदलाव: एसोसिएशन ने सचिव महोदया को अवगत कराया कि अंतिम बार सीधी भर्ती परीक्षा वर्ष 2015 में आयोजित की गई थी इस परीक्षा का पैटर्न न्‍यायसंगत नहीं था। उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराया गया कि मात्र 150 हिंदी साहित्‍य के मल्‍टीपल चॉइस प्रश्‍नों के आधार पर किसी सहायक निदेशक (रा.भा.) का चयन तर्कसंगत नहीं है। इस परीक्षा पद्धति से भर्ती होने वाले सहायक निदेशक अनुवाद कार्य की विधीक्षा में सक्षम सिद्ध नहीं होंगे। इससे कहीं अधिक कठिन परीक्षा कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी की होती है। एसोसिएशन ने इस परीक्षा के स्‍वरूप को और अधिक तर्कसंगत और कठिन बनाने के लिए कुछ सुझाव सचिव महोदया के समक्ष रखे। एसोसिएशन शीघ्र ही इस विषय में विस्‍तृत रूप-रेखा के साथ एक अभ्‍यावेदन भी विभाग को सौंपेगी।

सचिव महोदया ने एसोसिएशन के सुझावों पर अपनी सहमति व्‍यक्‍त की और इसमें अपेक्षित संशोधन किए जाने के लिए आवश्‍यक कार्रवाई का आश्‍वासन दिया।

नए भर्ती कनिष्‍ठ अनुवादकों के लिए इंडक्‍शन ट्रेनिंग: एसोसिएशन के पदाधिकारयों ने सचिव महोदया को अवगत कराया कि भर्ती होने के उपरांत वर्षों तक कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की किसी भी प्रकार की ट्र‍ेनिंग नहीं हो पाती है। जिससे कार्य की गुणवत्‍ता पर असर पड़ता है और अनुवाद अधिकारियों का संवर्ग के साथ उचित तालमेल नहीं बैठ पाता है। सचिव महोदया ने अवगत कराया कि विभाग जल्‍दी ही 2022 बैच के कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की तैनाती करने जा रहा है और उनका प्रयास है कि अधिकांश लोग 26 मई को आयोजित होन वाले तकनीकी सम्‍मेलन में भाग ले सकें ताकि वे अपने संवर्ग के लोगों के साथ मिल-जुल सकें।

नए भर्ती होने वाले कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए संक्षिप्‍त इंडक्‍शन ट्रेनिंग दिए जाने के एसोसिएशन के प्रस्‍ताव पर सचिव महोदया ने स‍हमति प्रदान की

पदोन्‍नति के लिए प्रशिक्षण हेतु अधिकांश वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को प्रशिक्षण: अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराया कि नवंबर माह में लगभग 41 सहायक निदेशकों के उप निदेशक (रा. भा.) के पद पर पदोन्‍नति के लिए योग्‍य होने तथा निकट भविष्‍य में डीआर की बैकलॉग वेकेंसियों के संभावित समाधान के आलोक में सृजित होने वाले सहायक निदेशकों के पदों के लिए हमें पर्याप्‍त संख्‍या में ट्रेनिंग पूरी कर चुके वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की आवश्‍यकता होगी। इसके लिए लगभग 50 वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के जिस एक बैच को अभी प्रशिक्षण दिया जा रहा है वह पर्याप्‍त नहीं होगा। प्रशिक्षण के अभाव में पदोन्‍नति संभव नहीं हैं इसलिए इस मामले को गंभीरता से लिए जाने की आवश्‍यकता है।

सचिव महोदया ने निर्देश दिए कि वर्ष 2023 में वर्ष भर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाकर यथासंभव वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाए।

पदोन्‍नति पर अधिकारियों को उनके स्‍थान पर रिटेन किया जाना: सचिव महोदया को अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा पदोन्‍नति पर अक्‍सर अधिकारियों को उनके पूर्व कार्यालय में ही रिटेन किए जाने से संवर्ग के लोगों में रोष है। एसोसिएशन ने कहा कि विभाग द्वारा पदोन्‍नति नीति को अक्षरश: लागू किया जाना चाहिए और पदोन्‍नति पर अधिकारियों को अनिवार्य रूप से स्‍थानांतरण किया जाए। कई ऐसे उदाहरण हैं अधिकारी पिछले लंबे अरसे से तैनात हैं और पदोन्‍नतियों के बावजूद उनका स्‍थानांतरण नहीं किया गया। एसोसिएशन ने यह भी कहा कि पदोन्‍नति नीति के अनुसार 5 वर्ष की सेवा के उपरांत अधिकारियों का अनिवार्य रूप से स्‍थानांतरण किया जाए।

सचिव महोदया ने कहा कि अत्‍यंत विशेष परिस्थितियों में ही अधिकारियों को रिटेन किया जाता है। भविष्‍य में इस दिशा में और अधिक सतर्कता बरती जाएगी।

वर्ष 2023 की रिक्तियों के लिए सहायक निदेशक के पद पर पदोन्‍नति: इस मामले से संबंधित फाइल गृह मंत्रालय के आईएफडी प्रभाग को भेजी गई है। वहां से लौटने के उपरांत इसे यूपीएससी भेजा जाएगा। इस दौरान एसोसिएशन ने वर्ष 2023 की रिक्तियों की सही गणना करने और अद्यतन वरिष्‍ठता सूची जारी करने का अनुरोध विभाग से किया है। 

सचिव महोदया की अध्‍यक्षता में संपन्‍न हुई इस बैठक में एसोसिएशन की ओर से अध्‍यक्ष श्री सौरभ आर्य, उपाध्‍यक्ष, श्रीमती विशाखा बिष्‍ट एवं महासचिव, श्री सुनील चौरसिया ने भाग लिया। इस बैठक में राजभाषा विभाग से संयुक्‍त सचिव, श्रीमती मीनाक्षी जौली, परामर्शदाता श्री राकेश दुबे, उप सचिव, श्री अनिल कुमार तथा सहायक निदेशक (रा.भा.), श्री राजेश कुमार भी मौजूद थे। अनुवाद अधिकारियों से जुड़े मामलों को गंभीरतापूर्वक सुनने और उन पर अपेक्षित कार्रवाई करने का वायदा करने के लिए एसोसिएशन सचिव महोदया, संयुक्‍त सचिव महोदया और विभाग के सभी अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट करती है। आशा है जल्‍दी ही उपर्युक्‍त सभी मामलों में प्रगति होगी और एक-एक कर सभी कार्य संपन्‍न होंगे।

Saturday 18 March 2023

संवर्ग एक सुदृढ़ भविष्‍य की ओर : आम सभा की पहली बैठक का कार्यवृत्‍त

केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन द्वारा दिनांक 24 फरवरी, 2023 को आयोजित की गई आम सभा की पहली बैठक का कार्यवृत्त

 

केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन (CSOLSTOA)’ के चुनाव अक्‍टूबर, 2022 में संपन्‍न हुए जिसके माध्‍यम से संवर्ग के अनुवाद अधिकारियों ने 7 पदाधिकारियों को चुना। नवगठित एसोसिएशन द्वारा दिनांक 24 फरवरी, 2023 को अपराह्न 12:45 बजे आम सभा की पहली बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक एसोसिएशन के अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य (वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी, इस्‍पात मंत्रालय) की अध्‍यक्षता में उद्योग भवन के निकट, कर्तव्‍य पथ लॉन में आयोजित की गई जिसमें संवर्ग के सैकड़ों अनुवाद अधिकारियों ने भाग लिया।

 



बैठक में एसोसिएशन के महासचिव, श्री सुनील कुमार चौरसिया द्वारा सर्वप्रथम सभी सदस्यों का स्वागत किया गया और एसोसिएशन के क्रियाकलापों का संक्षिप्त परिचय दिया गया। उन्‍होंने सभी सदस्‍यों का एक आदर्श चुनाव प्रक्रिया में भाग लेकर एसोसिएशन के गठन में प्रतिभागी बनने और टीम प्रतिबद्ध के सदस्‍यों को भारी बहुमत से चुनने के लिए धन्‍यवाद व्‍यक्‍त किया। तदुपरांत, उन्होंने एसोसिएशन के अध्यक्ष, श्री सौरभ आर्य को सदस्यों के समक्ष विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत जानकारी देने के लिए आमंत्रित किया।

 

2. अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने भी सभी सदस्‍यों का बैठक में उपस्थित होने के लिए आभार व्‍यक्‍त किया और कहा कि चुनाव प्रकिया समाप्‍त होते ही हम सबकी आपसी प्रतिस्‍पर्धा समाप्‍त हो गई है और अब हम सभी को संवर्ग के लिए कल्‍याण के लिए मिल-जुलकर आगे बढ़ना है। तदुपरांत उन्‍होंने दिनांक 12.10.2022 को एसोसिएशन के चुनाव से लेकर अब तक एसोसिएशन के द्वारा किए गए क्रियाकलापों पर विस्‍तार से जानकारी साझा की। उन्‍होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया संपन्‍न होने के तत्‍काल पश्‍चात एसोसिएशन ने चुनाव में भाग लेने वाले समस्‍त प्रतिभागियों की बैठक आयोजित की जिसमें सभी प्रतिभागियों ने संवर्ग के हित में मिल-जुलकर कार्य करने का प्रण लिया। उन्‍होंने यह भी कहा कि नई एसोसिएशन अधिकतम पारदर्शिता में विश्‍वास रखती है इसलिए सदस्‍यों को हर संभव माध्‍यम से समय पर सूचनाएं उपलब्‍ध कराने और सबके लिए एक समान अवसरों को सुनिश्चित कराने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं। 

 

 उन्‍होंने आगे बताया कि, एसोसिएशन ने दिनांक 30 नवंबर, 2022 को आदरणीय सचिव महोदया श्रीमती अंशुली आर्या जी के साथ शिष्‍टाचार भेंट कर, अनुवाद अधिकारियों के ग्रेड वेतन के अपग्रेडेशन, सहायक निदेशकों के रिक्‍त पदों को भरे जाने, स्‍पैरो जैसी ऑनलाइन प्रणाली लागू किए जाने, कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के नए बैच को जॉइनिंग के तत्‍काल बाद इंडक्‍शन ट्रेनिंग दिए जाने, पदोन्‍नति पूर्व प्रशिक्षण को फिजीकल मोड में नियमित रूप से आयोजित करने जैसे संवर्ग के ज्‍वलंत मुद्दों को उठाया गया। अध्‍यक्ष ने बताया कि इस सभी मामलों में राजभाषा विभाग सक्रियता से कार्य कर रहा है और एसोसिएशन लगातार विभाग के संपर्क में है। इस अवधि के दौरान एसोसिएशन दिनांक 1 दिसंबर, 2022, 30 दिसंबर, 2022 और 22 फरवरी, 2023 को कार्यकारिणी की 3 बैठकें आयोजित कर चुकी है। तत्‍पश्‍चात, बैठक की कार्यसूची के अनुसार विभिन्‍न विषयों पर निम्‍नानुसार चर्चा की गई:  

 

1.  कार्यकारिणी के सदस्यों का अनुमोदन: सर्वप्रथम, आम सभा के सदस्‍यों का एसोसिएशन की कार्यकारिणी के मनोनीत 15 सदस्यों का परिचय कराया गया। सदस्‍यों को अवगत कराया गया कि कार्यकारिणी में लगभग हर बैच और हर प्रमुख भवन के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। कार्यकारिणी में महिला प्रतिनिधियों को भी पर्याप्‍त स्‍थान दिया गया है।

सभी उपस्थित सदस्‍यों ने कार्यकारिणी के सदस्‍यों का स्‍वागत किया और कार्यकारिणी को ध्‍वनिमत से अनुमोदन प्रदान किया।

 

2.  संविधान में संशोधन: एसोसिएशन के प्रभावी संचालन के मद्देनज़र संविधान में कुछ संशोधनों का प्रस्‍ताव किया गया जिनमें निम्‍नलिखित शामिल हैं:


 I.     एसोसिएशन के नाम का परिवर्तन: उल्‍लेखनीय है कि एसोसिएशन के चुनावों के समय एसोसिएशन का नाम केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक एसोसिएशन था। परंतु बाद में दिनांक 08 जनवरी, 2023 को एसोसिएशन ने एक ऑनलाइन वोटिंग प्रक्रिया के माध्‍यम से आम सभा के सदस्‍यों की सहमति प्राप्‍त करते हुए एसोसिएशन का नया नाम केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशनकर दिया था। तदनुसार, औपचारिक रूप से संविधान में भी नए नाम को शामिल किया जाना है।


II. सदस्‍यता शुल्‍क का निर्धारण: एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि एसोसिएशन को आर्थिक मोर्चे पर सुदृढ़ किए बिना एसोसिएशन प्रभावी ढ़ंंग से कार्य नहीं कर सकती। अध्‍यक्ष ने सभा को जानकारी दी कि वर्तमान एसोसिएशन को पूर्व एसोसिएशन से कोई धनराशि प्राप्‍त नहीं हुई है और इस समय एसोसिएशन के पास गतिविधियों के संचालन के लिए कोई निधि नहीं हैै। एसोसिएशन ने प्रस्‍ताव रखा कि एक बारगी पंजीकरण शुल्‍क (Enrollment Fee) 20 रुपए तथा सदस्‍यता शुल्‍क (Yearly Subscription) 40 रुपए प्रतिमाह अर्थात 500 रुपए प्रति सदस्‍य प्रति वर्ष रखा जाए। 


    इस प्रस्‍ताव पर चर्चा के दौरान कुछ सदस्‍यों ने सुझाव दिया कि वार्षिक सदस्‍यता शुल्‍क को न्‍यूनतम 50 रुपए प्रतिमाह रखा जाए जिसे वर्ष में एक बार ही एकत्र कर लिया जाए। इस प्रकार यह शुल्‍क 600 रुपए प्रतिवर्ष होगा। उपस्थित सदस्‍यों ने इस प्रस्‍ताव को ध्‍वनिमत से स्‍वीकार किया।  


III.     आम सभा की असाधारण बैठक को ऑनलाइन माध्‍यम से आयोजित किए जाने का प्रावधान: कुछ असाधारण परिस्थितियों में, जब सदस्‍यों का फिजीकल रूप से उपस्थित होना संभव न हो रहा हो, और एसोसिएशन की कार्यकारिणी इसे आवश्‍यक समझे तो 48 घंटे पूर्व सूचना जारी करते हुए आम सभा की ऑनलाइन बैठक आयोजित की जाए।


IV.  कोषाध्‍यक्ष द्वारा एक बार में अधिकतम व्‍यय की सीमा: पुराने संविधान में यह सीमा 500 रुपए थी परंतु वर्तमान परिस्थितियों में इसे बढ़ाकर 5000 रुपए किया जाए।


V.     आम सभा की बैठकों का कोरम: पुराने संविधान में यह कोरम 1/10 था जिसे बढ़ाकर 1/3 किया जाए।

 

उपर्युक्‍त सभी प्रस्‍तावों का सदस्‍यों ने स्‍वागत किया और ध्‍वनिमत से अनुमोदन किया। बैठक के उपरांत मसौदा संविधान को सभी सदस्‍यों के लिए परिचालित किया गया और सदस्‍यों द्वारा इसे स्‍वीकार किया गया।

 

3.  एसोसिएशन का बैंक खाता खोलना: एसोसिएशन ने सदस्‍यों के समक्ष प्रस्‍ताव रखा कि एसोसिएशन का एक बैंक खाता होना चाहिए जिसमें सदस्‍यों का सदस्‍यता शुल्‍क एकत्र किया जा सके। अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने सदस्‍यों को सूचित किया कि एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक में हुई चर्चा के आधार पर प्रस्‍ताव है कि यह खाता नई दिल्‍ली में उद्योग भवन स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में खोला जाए।

  सभी सदस्‍यों ने इस प्रस्‍ताव को सहर्ष अनुमोदित किया।

 

4.  दो उप-कोषाध्‍यक्षों का चयन: अध्‍यक्ष महोदय ने प्रस्‍ताव रखा कि एसोसिएशन के आर्थिक क्रियाकलापों के सुचारू संचालन के लिए कोषाध्‍यक्ष, श्री प्रेमचंद जी के सहायतार्थ दो उप-कोषाध्‍यक्षों का भी प्रावधान किया जाए। एसोसिएशन ने प्रस्‍ताव रखा कि कार्यकारिणी के दो सदस्‍यों (1) श्रीमती कल्‍पना सिंह, एवं (2) श्री शुभम रामावत को उप-कोषाध्‍यक्ष के रूप में चुना जाए।

सभी सदस्‍यों ने इस प्रस्‍ताव को सहर्ष अनुमोदित किया।

 

5.  आंतरिक लेखा-परीक्षक का चयन: अध्‍यक्ष महोदय ने कहा कि एसोसिएशन अपनी कार्यप्रणाली में हर संभव तरीके से पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में उन्‍होंने प्रस्‍ताव रखा कि एसोसिएशन के खाते की लेखा परीक्षा के लिए एक आंतरिक लेखा परीक्षक (ऑडिटर) भी चुना जाए। कुछ सदस्‍यों ने श्री चंद्रभूषण मौर्य, वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी, डीआईपीपी के नाम का प्रस्‍ताव रखा। चर्चा के उपरांत, श्री मौर्य को वित्‍त वर्ष 2023-24 के लिए अथवा, नए लेखा-परीक्षक का चयन होने तक, जो भी पहले हो, के लिए आंतरिक लेखा परीक्षक के रूप में चयन का अनुमोदन किया।

सभी ने सर्व सम्‍मति से श्री चंद्रभूषण मौर्य, वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी के नाम का अनुमोदन किया।

 

 

इसके उपरांत उपस्थित सदस्‍यों के सुझाव आमंत्रित किए गए और उन पर चर्चा के उपरांत कुछ निर्णय लिए गए:


6. विश्व हिंदी सम्मेलन में हुई अव्यवस्था: बैठक में कई सदस्‍यों द्वारा हाल ही में फिजी के नादी शहर में विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित किए गए विश्‍व हिंदी सम्‍मेलन में आखिरी क्षणों में अधिकारियों की प्रतिभागिता को रद्द किए जाने के मामले को उठाया। इससे संवर्ग के अधिकारियों को जहां काफी कष्‍ट पहुंचा वहीं यह पूरा प्रकरण अपमानजनक था। सदस्‍यों ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि एसोसिएशन इस मामले को उपयुक्‍त मंच पर उठाए ताकि भविष्‍य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति न हो।

  एसोसिएशन ने इस मामले को सचिव (राजभाषा) के माध्‍यम से विदेश मंत्रालय के साथ उठाने का आश्‍वासन दिया।

 

7. स्‍थानांतरण नीति को लागू किया जाना: कुछ सदस्‍यों ने राजभाषा विभाग द्वारा जारी स्‍थानांतरण नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि राजभाषा विभाग खुद अपनी ही स्‍थानांतरण नीति का पालन नहीं कर रहा है। संवर्ग में बहुत से अधिकारी बरसों तक एक ही विभाग में तैनात रहते हैं जबकि कुछ अनुवाद अधिकारियों का तबादला जल्‍दी-जल्‍दी किया जाता है। कुछ ऐसे भी उदाहरण सामने हैं जहां अधिकारी 20 से अधिक वर्षों से एक ही विभाग में बैठे हैं। सदस्‍यों के मध्‍य इस मामले में विभाग के रवैये को लेकर काफी रोष था। सदस्‍यों ने कहा कि जब नीति के अनुसार 5 वर्षों में स्‍थानांतरण किया जाना तय है तो विभाग द्वारा इस नीति का कड़ाई से अनुपालन किया जाना चाहिए। कुछ लोगों को रिटेन करना और कुछ को नहीं करना एक प्रकार का पक्षपाती माहौल तैयार करता है। स्‍थानांतरण के लिए एक स्‍पष्‍ट, पारदर्शी और सबके लिए समान नीति होनी चाहिए और इसे अक्षरश: लागू किया जाना चाहिए।

एसोसिएशन ने इस विषय को राजभाषा विभाग के साथ उठाने का आश्‍वासन दिया।

 

8. प्रतिनियुक्ति संबंधी नीति: बैठकों में कुछ सदस्‍यों द्वारा प्रतिनियुक्ति पर आवेदन किए जाने के समय राजभाषा विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए जाने के मामले में पारदर्शिता के अभाव का जिक्र किया। कुछ सदस्‍यों ने कहा कि राजभाषा विभाग की प्रतिनियुक्ति संबंधी नीति वेबसाइट पर सार्वजनिक नहीं है और न ही आवेदन करने वाले अभ्‍यर्थियों को उनके आवेदन निरस्‍त होने का कारण स्‍पष्‍ट हो पाता है। सदस्‍यों ने कहा कि इस मामले में एक पारदर्शी नीति का पालन किया जाना चाहिए और सबसे पहले इस नीति को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। साथ ही कुछ सदस्‍यों ने सुझाव दिया कि प्रतिनियुक्ति पर भेजे जाने के लिए न्‍यूनतम सेवा को 5 वर्ष से कम किया जाए ताकि कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी भी अन्‍य कार्यालयों में वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी के पदों पर जा सकें।

एसोसिएशन ने इस मामले को विभाग के साथ उठाने का आश्‍वासन दिया।

 

9. सहायक निदेशक के पदों पर बैकलॉग वेकेंसियों को पदोन्‍नति के माध्‍यम से भरा जाना: इस विषय पर चर्चा के दौरान कुछ सदस्‍यों ने कहा कि सहायक निदेशक के पद पर पिछले 8-9 वर्षों की सीधी भर्ती कोटे की रिक्तियां भरी नहीं जा सकी हैं जिसके कारण संवर्ग के काफी पद अभी रिक्‍त पड़े हैं। इससे जहां आज अनुवाद अधिकारियों को सहायक निदेशक के पद पर पदोन्‍नति के लिए लगभग 20 वर्षों का इंतजार करना पड़ रहा है वहीं रिक्‍त पड़े पदों के कारण शेष अधिकारी भी दबाव में काम कर रहे हैं। सदस्‍यों ने कहा कि संवर्ग के हित में इन बैकलॉग वेकेंसियों को एकबारगी पदोन्‍नति के माध्‍यम से भरकर आगे से नियमित रूप से सीधी भर्ती के पद भरे जाएं जिससे संवर्ग में आने वाली स्‍टेगनेशन से बचा जा सके।

एसोसिएशन ने इस मामले को विभाग के साथ उठाने का आश्‍वासन दिया।

 

10. पदोन्‍नति संबंधी नियमों, डीपीसी प्रक्रिया आदि पर कार्यशाला का आयोजन: बैठक से पूर्व सदस्‍यों से ई मेल के माध्‍यम से सुझाव आमंत्रित किए गए थे। इस संबंध में श्री शशिकांत तिवारी, वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी से सुझाव प्राप्‍त हुआ कि अनुवाद अधिकारियों के लिए आईएसटीएम तथा कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग आदि के विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा ऐसी कार्यशाला आयोजित की जाए जिससे अनुवाद अधिकारियों को पदोन्नति की प्रक्रिया और डीपीसी के नियम, रिक्तियों के सृजन (एससी, एसटी, दिव्यांग के आरक्षण के दृष्टिगत), रोस्टर इत्यादि जैसे विषयों से अवगत कराया जा सके।

एसोसिएशन इस संबंध में किसी विशेषज्ञ को आमंत्रित कर एक कार्यशाला आयोजित करने का प्रयास करेगी।

 

11. संवर्ग का स्‍थापना दिवस मनाया जाना: अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने सभा को सूचित किया कि एसोसिएशन की कार्यकारिणी ने इस वर्ष से संवर्ग का स्‍थापना दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया है। अनुवादकों के संवर्ग के गठन संबंधी भर्ती नियम पहली बार 09 सितंबर, 1981 को अधिसूचित किए गए थे। तदनुसार, अब से प्रत्‍येक वर्ष 09 सितंबर का दिन संवर्ग के स्‍थापना दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

 

12. कलेंडर का प्रकाशन नियमित रूप से किया जाना: एसोसिएशन के अभिनव प्रयास के रूप में नव वर्ष पर पहली बार कैलेंडर के प्रकाशन की सभी सदस्‍यों ने सराहना की। सदस्‍यों ने कहा कि इस प्रकार का प्रकाशन अगले वर्षों में भी नियमित रूप से किया जाए। कुछ सदस्‍यों ने सुझाव दिया कि कार्यकारिणी द्वारा कलेंडर पर व्‍यय की गई राशि को भविष्‍य में एसोसिएशन द्वारा एकत्र किए जाने वाले फंड से समायोजित कर लिया जाए। अधिकांश उपस्थित सदस्‍यों ने इस प्रस्‍ताव का स्‍वागत किया जबकि कुछ सदस्‍यों ने तकनीकी कारणों से इस व्‍यय को समायोजित किए जाने संबंधी संभावित कठिनाइयों का जिक्र किया। एसोसिएशन ने इस विषय में तत्‍काल कोई निर्णय न लेते हुए इस विषय को कार्यकारिणी की अगली बैठक के लिए विचारार्थ नोट कर लिया। 

 

13. एसोसिएशन के सोशल मीडिया हैंडल को जॉइन करना: एसोसिएशन की ओर से सभी सदस्‍यों से आग्रह किया गया कि सभी सदस्‍य एसोसिएशन के ट्विट, फेसबुक तथा अन्‍य सोशल मीडिया हैंडल को अवश्‍य जॉइन करें ताकि एसोसिएशन के साथ सभी सदस्‍यों का सक्रिय संवाद स्‍थापित रहे और सभी सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म के माध्‍यम से अनुवाद अधिकारियों के मुद्दे मजबूती से उठाए जा सकें।

 

बैठक की कार्रवाई अत्यंत सौहार्दपूर्ण माहौल में आयोजित की गई तथा सभी सदस्यों ने पूरे उत्साह के साथ चर्चा में भागीदारी की और अनुवाद अधिकारियों से जुड़े तमाम मुद्दों पर अपनी स्पष्ट और बेबाक राय रखी। भविष्य की रूपरेखा तैयार करने में सभी साथियों का और विशेष रूप से उन साथियों के सहयोग का आह्वान किया गया जिन्होंने चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर भाग लिया था। 


सभी सदस्यों ने एसोसिएशन की कार्यप्रणाली और अभी तक किए गए प्रयासों के प्रति संतोष व्‍यक्‍त किया। एसोसिएशन की ओर से सभी सदस्‍यों से आम सभा की बैठकों में नियमित रूप से भाग लेने का अनुरोध किया गया। बैठक स्‍थल पर ही अब तक एसोसिएशन का कलेंडर प्राप्‍त न कर सके साथियों को कलेंडर वितरण भी किया गया। 



बैठक के अंत में महासचिव, श्री सुनील चौरसिया द्वारा बैठक में उत्‍साहपूर्वक भाग लेने के लिए सभी सदस्‍यों का धन्‍यवाद व्‍यक्‍त किया गया।

 

नोट: सभी सदस्‍यों से अनुरोध है कि यदि आपकी कोई प्रतिक्रिया हो तो कृपया दिनांक 22 मार्च, 2023 तक एसोसिएशन को ई-मेल csolstoa@gmail.com पर अवगत करा दें।

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 बैठक की कुछ झलकियां

बैठक को संबोधित करते हुए, अध्‍यक्ष श्री सौरभ आर्य

बैठक को संबोधित करते हुए, महासचिव, श्री सुनील चौरसिया


बैठक के उपरांत सभी सदस्‍य

एसोसिएशन के सभी सात पदाधिकारी