Tuesday 30 May 2023

कार्यकारिणी की बैठक में सभी महत्‍वपूर्ण विषयों की समीक्षा, सक्रियता से कार्रवाई जारी

'केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन (CSOLSTOA)' की कार्यकारिणी की चौथी बैठक दिनांक 19.05.2023 को अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य की अध्‍यक्षता में उद्योग भवन, नई दिल्‍ली में संपन्‍न हुई। बैठक में कार्यकारिणी के सदस्‍यों द्वारा संवर्ग के हित से जुड़े विभिन्‍न मुद्दों पर चर्चा की गई और आगामी कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया।  इस बैठक में कुल 18 सदस्‍यों ने भाग लिया। बैठक की शुरुआत में अध्‍यक्ष ने विगत दो माह के दौरान विभिन्‍न विषयों में हुई प्रगति से सदस्‍यों को अवगत कराया। 


तदुपरांत कुछ महत्‍वपूर्ण विषयों पर विस्‍तार से चर्चा की गई:

1. वरीयता सूचियों के अद्यतनीकरण के लिए सचिव महोदया को अभ्‍यावेदन: वरीयता सूचियों को समय पर अद्यतन किया जाना देखने में एक साधारण विषय है परंतु इसके गंभीर प्रभाव पड़ते हैं। संवर्ग के अनुवाद अधिकारी साथी लंबे समय से यह शिकायत करते आ रहे थे कि विभाग द्वारा पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूचियों को जारी नहीं किया जाता है जिससे किसी श्रेणी विशेष में, किसी भी कार्मिक के लिए किसी रिक्ति वर्ष में सृजित होने वाली रिक्तियों का अनुमान लगाना और अपने वरिष्‍ठता क्रम का निर्धारण कर पाना कठिन हो जाता है। उदाहरण के लिए विभाग की वेबसाइट पर सहायक निदेशक (रा.भा.) की उपलब्‍ध वरिष्‍ठता सूची को दिनांक 21 मार्च, 2022 को जारी किया गया जो दिनांक 01.01.2022 की स्थिति के आधार पर है। इसी प्रकार वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की वरीयता सूची दिनांक 31 मई, 2022 को जारी की गई जो 5 माह पूर्व अर्थात दिनांक 01.01.2022 की स्थिति के आधार पर है। जबकि इन दोनों श्रेणियों में पदोन्‍नति सूची जारी करने और उस श्रेणी में पदोन्‍नति किए जाने में काफी बड़ा अंतराल रहा है। इस दौरान स्‍टेकहोल्‍डर्स इन सूचियों में होने वाले जोड़-घटा से अनभिज्ञ रहे। नियमानुसार, पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूच‍ियों को स्‍टेकहोल्‍डर्स के लिए जारी किया जाना चाहिए।

इस संबंध में एसोसिएशन ने दिनांक 18.05.2023 को एक अभ्‍यावेदन सचिव महोदया को दिया है जिसमें एसोसिएशन ने व‍रीयता सूचियों के रख-रखाव के संबंध में विस्‍तृत सुझाव विभाग को दिए हैं और पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूचियों को अद्यतन कर जारी किया जाना सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।

2. सहायक निदेशक (रा.भा) की श्रेणी में वर्ष 2023 की रिक्तियों के लिए पदोन्‍नति का मामला: वर्ष 2023 की सहायक निदेशक की रिक्तियों के लिए पदोन्‍नति प्रस्‍ताव यूपीएससी को भेजे जाने से पूर्व यूपीएससी की अनुशंसा पर राजभाषा विभाग द्वारा अनुसूचित जनजाति श्रेणी की 3 बैकलॉग रिक्तियों के रिवाइवल का प्रस्‍ताव आईएफडी को भेजा गया है। इस मामले में कई बार संबंधित फाइल की आपत्तियों और प्रश्‍नों के उत्‍तरों के साथ आईएफडी और राजभाषा विभाग के बीच आवाजाही हुई है। इस संबंध में कुछ दिनों पूर्व एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी आईएफडी के अधिकारियों से मुलाकात कर मामले में त्‍वरित कार्रवाई का अनुरोध किया था। आज दिनांक 30.05.2023 को भी एक बार फिर आईएफडी द्वारा यह फाइल राजभाषा विभाग को कुछ प्रश्‍नों के साथ भेज दी गई जिस पर राजभाषा विभाग के सेवा प्रभाग के अधिकारियों द्वारा सक्रियता से कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। एसोसिएशन इस मामले के शीघ्र निपटान के लिए प्रयास कर रही है। आशा है जल्‍द ही फाइल क्लियरेंस के साथ विभाग लौटेगी। इसके साथ ही एसोसिएशन ने विभाग से आग्रह किया है कि वर्ष 2023 के पदोन्‍नति प्रस्‍ताव के संबंध में शेष औपचारिकताओं को समय रहते प्राथमिकता के आधार पर संपन्‍न कर लिया जाए ताकि कई माह से पदोन्‍नति की प्रतीक्षा कर रहे साथियों की पदोन्‍नति में और अधिक विलंब न हो। 

उल्‍लेखनीय है कि वर्ष 2023 की संभावित रिक्तियों का विवरण एसोसिएशन अपने स्‍तर पर कुछ दिन पूर्व साझा कर चुकी है। 

3. पदों की गणना तथा रोस्‍टर के पालन आद‍ि पर कार्यशाला का आयोजन : सदस्‍यों ने समिति को अवगत कराया कि कुछ दिनों पूर्व एसोसिएशन द्वारा रिक्ति वर्ष 2023 की सहायक निदेशकों की रिक्तियों की गणना के संबंध में जारी की गई सूचना का संवर्ग के साथियों ने स्‍वागत किया है। इस मामले में अब तक संवर्ग में पारदर्शिता और जानकारी का अभाव रहा है। कुछ सदस्‍यों ने सुझाव दिया कि इस विषय में एसोसिएशन के स्‍तर पर शीघ्र ही एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया जाए ताकि सभी सदस्‍य इस प्रक्रिया और इससे जुड़े नियम आदि को और बेहतर तरीके से समझ सकें और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान कर सकें। 

एसोसिएशन इस विषय में शीघ्र ही एक कार्यशाला आयोजित करने का प्रयास करेगी।

4. वर्ष 4600 ग्रेड वेतन का मामला: इस मामले में लीगल आधार पर चल रहा प्रस्‍ताव इस समय आईएफडी में है। आईएफडी द्वारा इस मामले में बार-बार अनावश्‍यक आपत्तियां लगाई जा रही हैं। इस मामले में अंतिम रूप से व्‍यय विभाग को फैसला लेना है। इस मामले के त्‍वरित निपटान के लिए एसोसिएशन अब आदरणीय सचिव महोदया से उनके स्‍तर पर हस्‍तक्षेप का अनुरोध करेगी ताकि मामले का समय से निपटान हो सके। 

5. 2019 बैच के कनिष्‍ठ अनुवादकों का नियमितीकरण: विभाग शीघ्र ही 2019 बैच के कुछ अनुवादकों का नियमितीकरण आदेश जारी करने जा रहा है। इसी क्रम में सभी संबंधितों से दस्‍तावेज आमंत्रित किए गए हैं। चूंकि 2019 का बैच काफी बड़ा है और सभी साथियों ने अभी अपनी न्‍यूनतम सेवा पूरी नहीं की है इसलिए शेष कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को भी क्रमिक रूप से नियमित किया जाएगा। वर्षों बाद यह पहला अवसर है जब न्‍यूनतम सेवा अर्हता पूर्ण होते ही अनुवाद अधिकारियों को नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है।

6. नए अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग में सहायता करें एसोसिएशन के समस्‍त पदाधिकारी: बैठक में 2022 बैच के 94 नए कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग के बारे में चर्चा की गई। महासचिव श्री सुनील चौरसिया द्वारा सभी सदस्‍यों से आग्रह किया गया कि नए अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग में कोई समस्‍या हो तो अपने आस-पास ऐसे कनिष्‍ठ साथियों की यथासंभव सहायता करें। इसके अतिरिक्‍त ऐसे साथियों को आगामी तकनीकी सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए भी प्रोत्‍साहित करें। नवागंतुकों को सहायता के लिए दायित्‍व एसोसिएशन के उपाध्‍यक्ष श्री विमल सिंह को सौंपा गया।

7. एसोसिएशन का पंजीकरण: अन्‍य विषयों पर प्राथमिकता के चलते अब तक इस मामले में कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई है। अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने कहा कि अगले एक से डेढ़ माह के दौरान इस विषय से जुड़ी समस्‍त औपचारिकताओं को पूरा कर इस कार्य को संपन्‍न कराया जाएगा।

8. परामर्शदाताओं को नियमित अधिकारियों की तुलना में वरीयता दिया जाना: विभिन्‍न मंत्रालयों और विभागों में तैनात अनुवाद अधिकारियों ने एसोसिएशन को सूचित किया है कि कुछ कार्यालयों में नियमित अनुवाद अधिकारियों के स्‍थान पर परामर्शदाता के रूप में कार्यरत सेवानिवृत अधिकारियों को ही संसदीय समि‍ति के निरीक्षणों, हिंदी सलाहकार समिति की बैठकों आदि के आयोजन में शामिल किया जा रहा है। यहां तक कि कुछ कार्यालयों में अधीनस्‍थ कार्यालयों का निरीक्षण भी परामर्शदाताओं द्वारा किया जा रहा है। इससे नियमित अनुवाद अधिकारी सेवाकालीन अनुभव से वंचित हो रहे हैं।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस मामले को राजभाषा विभाग के साथ उठाने का आश्‍वासन दिया।

 

कार्यकारिणी के सभी सदस्‍यों के प्रति धन्‍यवाद के साथ बैठक समाप्‍त हुई। 








Friday 12 May 2023

वर्ष 2022 बैच के 94 नए कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों का स्‍वागत

साथियो, अत्‍यंत हर्ष का विषय है कि सीएसओएलएस परिवार में 2022 बैच के 94 नए सदस्‍य शामिल होने जा रहे हैं। 

यहां उल्‍लेखनीय है कि नियुक्ति पूर्व दस्‍तावजों की जांच के लिए डॉक्‍यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रकिया अब तक कर्मचारी चयन आयोग के स्‍तर पर होती रही है। लेकिन इस वर्ष यह जिम्‍मेदारी राजभाषा विभाग को सौंपी गई थी। कुछ दिनों पूर्व विभाग द्वारा डॉक्‍यूमेंट वेरिफिकेशन किया गया था जिसके दौरान कुछ अभ्‍यर्थियों द्वारा उनकी पात्रता के निर्धारण संबंधी कुछ समस्‍याओं के लिए एसोसिएशन से संपर्क किया गया। एसोसिएशन ने तत्‍काल मामलों को उच्‍चाधिकारियों के संज्ञान में डाला और विभाग ने उन पर सहृदयतापूर्वक कार्रवाई भी की। हमें हर्ष है कि विभाग ने सफलतापूर्वक इस प्रकिया को अपने स्‍तर पर संपन्‍न किया। इसके लिए राजभाषा विभाग और विशेषकर सेवा प्रभाग बधाई का पात्र है।

अब हाल ही में सभी सफल अभ्‍यर्थियों की नियुक्ति के लिए विभागों का आवंटन कर दिया गया है और उनके दस्‍तावजे संबंधित मंत्रालयों/‍विभागों को भेज दिए गए हैं। पत्रों की प्रति सभी अभ्‍यर्थियों को भी प्रेषित की गई है। शीघ्र ही उन कार्यालयों में नियुक्ति प्रकिया प्रारंभ हो जाएगी। सभी नए साथियों का संवर्ग में हार्दिक स्‍वागत है।

Monday 8 May 2023

संवर्ग के विकास में योगदान के लिए सदैव याद किया जाएगा श्री बी. एल. मीणा को

राजभाषा विभाग में निदेशक (सेवा) के पद पर कार्यरत श्री बी. एल. मीणा राजभाषा विभाग को लंबी सेवा देने के बाद अपने मूल कैडर इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्‍ट्रीज में वापिस लौट रहे हैं। उनके एक और सेवा विस्‍तार की आशा सभी को थी लेकिन दुर्भाग्‍य से यह संभव नहीं हो सका। श्री बी. एल. मीणा ने जिस समय विभाग में सेवा प्रभाग की जिम्‍मेदारी ली उस समय सेवा संबंधी रिकॉर्ड और पदोन्‍नति प्रक्रियाएं भारी अव्‍यवस्‍था की शिकार थीं। श्री मीणा के कार्यकाल में सेवा प्रभाग की कार्यप्रणाली में काफी सुधार आया और कई लंबित मामलों का निपटान हुआ। इस समय भी कई महत्‍वपूर्ण मामले संवर्ग के उत्‍थान के लिए विचाराधीन हैं जिनका श्री मीणा के रहते हुए शीघ्र समाधान की आशा एसोसिएशन को थी।

श्री मीणा को विशेष रूप से उनकी सहजता और सुलभता के लिए याद किया जाएगा। एक सहृदय अधिकारी के रूप में वे अनुवाद अधिकारियों की समस्‍याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिए सदैव उपलब्‍ध रहते थे। आदरणीय मीणा जी ने अपने परिश्रम से सबके हृदय मेंं स्‍थान बनाया। 

एसोसिएशन श्री बी. एल. मीणा जी को उनकी नई पारी के लिए अनेक शुभकामनाएं देती है।

सचिव महोदया के साथ एसोसिएशन की बैठक और मामलों की अद्यतन स्थिति


केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन की दिनांक 13.04.2023 को राजभाषा विभाग की सचिव महोदया, श्रीमती अंशुली आर्या जी के साथ एक बैठक संपन्‍न हुई। इस बैठक में अनुवाद अधिकारियों से जुड़े विभिन्‍न ज्‍वलंत मुद्दों पर चर्चा की गई।


कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए 4600 रु. ग्रेड वेतन: इस विषय में सचिव महोदया को स्‍मरण कराया गया कि दिसंबर, 2022 में एसोसिएशन की पहली बैठक में एसोसिएशन ने अदालती मामलों के आधार पर चल रही फाइल को गति प्रदान करने और नए सिरे से एक नया प्रस्‍ताव व्‍यय विभाग को भेजे जाने का अनुरोध किया था। जिसके उपरांत लीगल मामलों की फाइल आईएफडी के प्रश्‍नों के आलोक में डीओपीटी को भेजी गई थी और कुछ प्रश्‍नों का उत्‍तर राजभाषा विभाग द्वारा दिया जाना था। सचिव महोदया ने कैट की विभिन्‍न शाखाओं द्वारा अनुवाद अधिकारियों के पक्ष में दिए जा रहे विभिन्‍न फैसलों से जुड़े मामलों को गहराई से समझने का प्रयास किया।

इस विषय पर विस्‍तार से चर्चा के उपरांत सचिव महोदया ने इस फाइल को अविलंब आईएफडी के माध्‍यम से व्‍यय विभाग को अग्रेषित करने के निदेश दिए। (अद्यतन स्थिति के अनुसार यह फाइल पुन: आईएफडी को भेज दी गई है और वहां से, यदि कोई नई आपत्ति/प्रश्‍न नहीं होता है तो व्‍यय विभाग को प्रेषित की जाएगी)

एसोसिएशन ने पुन: स्‍मरण कराया कि इस लीगल मामले के अतिरिक्‍त कनिष्‍ठ एवं वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के ग्रेड वेतन उन्‍नयन के लिए नए सिरे से प्रस्‍ताव व्‍यय विभाग को भेजने पर विगत बैठक में सह‍मति बनी थी जिस पर एसोसिएशन ने आवश्‍यक दस्‍तावेज भी दिसंबर,22 में विभाग को उपलब्‍ध करा दिए थे और एक नई फाइल भी विभाग द्वारा चलाई गई थी। परंतु इस मामले में कोई विशेष प्रगति अभी तक नहीं हुई है। उल्‍लेखनीय है कि वेतन उन्‍नयन का मामला संवर्ग समीक्षा के माध्‍यम से भी उठाया गया था जिस पर संवर्ग समीक्षा समिति ने इस मामले में Financial Implication होने के कारण इस मामले को व्‍यय विभाग के साथ उठाने के निदेश दिए हैं। एसोसिएशन ने आग्रह किया कि लीगल मामले की प्रगति को इस मामले से अलग रखते हुए विभाग इस मामले को व्‍यय विभाग को अग्रेषित करे।

सचिव महोदया ने इस प्रस्ताव में कुछ और तथ्‍यों को शामिल करते हुए इसे भी व्‍यय विभाग के साथ उठाने के निदेश दिए।

APAR के लिए स्‍पैरो जैसी ऑनलाइन प्रणाली: एसोसिएशन की ओर से अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को स्‍मरण कराया कि एसोसिएशन की पहली बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था। सचिव महोदया ने एसोसिएशन को अवगत कराया कि वे इसके लिए अनुमोदन दे चुकी हैं और यह मामला प्रगति में है। एसोसिएशन ने पुन: सचिव महोदया से आग्रह किया कि यह एक तकनीकी मामला है और राजभाषा विभाग शीघ्र ही तकनीकी सम्‍मेलन आयोजित करने जा रहा है। यदि इस प्रणाली को इस सम्‍मेलन में लॉन्‍च किया जा सके तो तकनीकी सम्‍मेलन का आयोजन और अधिक सार्थक सिद्ध होगा।

सचिव महोदया ने कहा कि इसे संभव बनाने के लिए प्रयास किया जाएगा।

डीआर की बैकलॉग वेकेंसियों को पदोन्‍नति के माध्‍यम से भरा जाना: एसोसिएशन ने सचिव महोदया को अवगत कराया कि डीआर की बैकलॉग वेकेंसियों का मामला संवर्ग के सामने एक गंभीर समस्‍या है और इसका स्‍थायी समाधान होना चाहिए। उल्‍लेखनीय है कि एसोसिएशन इस विषय में विभाग के सभी अधिकारियों के साथ पहले से चर्चा करती रही है और इसका श्रेष्‍ठ समाधान खोजने का आग्रह करती रही है। एसोसिएशन ने विभाग से आग्रह किया है कि डीआर के बैकलॉग पदों को पदोन्‍नति कोटे से भरे जाने के लिए प्रयास किया जाए ताकि बरसों से पदोन्‍नति की प्रतीक्षा कर रहे वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी पदोन्‍नत हो सकें। हमारे भर्ती नियमों में 25% सीधी भर्ती का प्रावधान मौजूद होने के चलते इन सीर्धी भर्ती के समस्‍त पदों को पदोन्‍नती कोटे में परिवर्तित किया जाना कठिन कार्य है। उधर यह भी सत्‍य है कि विभाग वर्ष 2015 के बाद से आज तक 1 भी पद सीधी भर्ती से नहीं भर पाया है और यह समस्‍या बढ़ती जा रही है। इसलिए एक ऐसा रास्ता निकालना आवश्यक है जिससे डीओपीटी सहमत हो सके।

उल्‍लेखनीय है कि वर्ष 2021 में नए भर्ती नियम अधिसूचित किए गए थे। इसलिए अब विभाग 2021 को आधार वर्ष मानकर 2021 से 2023 तक की सीधी भर्ती के लगभग 11 पदों को सीधी भर्ती से भरे जाने के लिए यूपीएससी को भेजने पर विचार कर रहा है और शेष पदों को पदोन्‍नति से भरने के लिए डीओपीटी से छूट मांगी जाएगी। यदि यह संभव होता है तो सहायक निदेशक के लगभग 54 पद पदोन्‍नति से भर्ती के लिए संवर्ग को मिल सकेंगे। यहां यह भी उल्‍लेखनीय है कि एसोसिएशन तात्‍कालिक रूप से वर्ष 2023 तक इस समस्‍या के निपटान के साथ-साथ भविष्‍य के लिए भर्ती नियमों में सीधी भर्ती के 25% के अनुपात को और कम करने सहित कुछ अन्‍य संशोधनों के लिए भी प्रयासरत है ताकि भविष्‍य में संवर्ग के कनिष्‍ठ साथियों पर इन भर्ती नियमों का न्‍यूनतम प्रभाव पड़े।

सचिव महोदया ने कहा, कि उन्‍होंने संवर्ग के हित में एक फैसला लिया है और वे आशा करती हैं कि संवर्ग के लोग इस समस्‍या के समाधान में विभाग का साथ देंगे।

सीधी भर्ती की परीक्षा के स्‍वरूप में बदलाव: एसोसिएशन ने सचिव महोदया को अवगत कराया कि अंतिम बार सीधी भर्ती परीक्षा वर्ष 2015 में आयोजित की गई थी इस परीक्षा का पैटर्न न्‍यायसंगत नहीं था। उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराया गया कि मात्र 150 हिंदी साहित्‍य के मल्‍टीपल चॉइस प्रश्‍नों के आधार पर किसी सहायक निदेशक (रा.भा.) का चयन तर्कसंगत नहीं है। इस परीक्षा पद्धति से भर्ती होने वाले सहायक निदेशक अनुवाद कार्य की विधीक्षा में सक्षम सिद्ध नहीं होंगे। इससे कहीं अधिक कठिन परीक्षा कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी की होती है। एसोसिएशन ने इस परीक्षा के स्‍वरूप को और अधिक तर्कसंगत और कठिन बनाने के लिए कुछ सुझाव सचिव महोदया के समक्ष रखे। एसोसिएशन शीघ्र ही इस विषय में विस्‍तृत रूप-रेखा के साथ एक अभ्‍यावेदन भी विभाग को सौंपेगी।

सचिव महोदया ने एसोसिएशन के सुझावों पर अपनी सहमति व्‍यक्‍त की और इसमें अपेक्षित संशोधन किए जाने के लिए आवश्‍यक कार्रवाई का आश्‍वासन दिया।

नए भर्ती कनिष्‍ठ अनुवादकों के लिए इंडक्‍शन ट्रेनिंग: एसोसिएशन के पदाधिकारयों ने सचिव महोदया को अवगत कराया कि भर्ती होने के उपरांत वर्षों तक कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की किसी भी प्रकार की ट्र‍ेनिंग नहीं हो पाती है। जिससे कार्य की गुणवत्‍ता पर असर पड़ता है और अनुवाद अधिकारियों का संवर्ग के साथ उचित तालमेल नहीं बैठ पाता है। सचिव महोदया ने अवगत कराया कि विभाग जल्‍दी ही 2022 बैच के कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की तैनाती करने जा रहा है और उनका प्रयास है कि अधिकांश लोग 26 मई को आयोजित होन वाले तकनीकी सम्‍मेलन में भाग ले सकें ताकि वे अपने संवर्ग के लोगों के साथ मिल-जुल सकें।

नए भर्ती होने वाले कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए संक्षिप्‍त इंडक्‍शन ट्रेनिंग दिए जाने के एसोसिएशन के प्रस्‍ताव पर सचिव महोदया ने स‍हमति प्रदान की

पदोन्‍नति के लिए प्रशिक्षण हेतु अधिकांश वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को प्रशिक्षण: अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराया कि नवंबर माह में लगभग 41 सहायक निदेशकों के उप निदेशक (रा. भा.) के पद पर पदोन्‍नति के लिए योग्‍य होने तथा निकट भविष्‍य में डीआर की बैकलॉग वेकेंसियों के संभावित समाधान के आलोक में सृजित होने वाले सहायक निदेशकों के पदों के लिए हमें पर्याप्‍त संख्‍या में ट्रेनिंग पूरी कर चुके वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की आवश्‍यकता होगी। इसके लिए लगभग 50 वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के जिस एक बैच को अभी प्रशिक्षण दिया जा रहा है वह पर्याप्‍त नहीं होगा। प्रशिक्षण के अभाव में पदोन्‍नति संभव नहीं हैं इसलिए इस मामले को गंभीरता से लिए जाने की आवश्‍यकता है।

सचिव महोदया ने निर्देश दिए कि वर्ष 2023 में वर्ष भर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाकर यथासंभव वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाए।

पदोन्‍नति पर अधिकारियों को उनके स्‍थान पर रिटेन किया जाना: सचिव महोदया को अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा पदोन्‍नति पर अक्‍सर अधिकारियों को उनके पूर्व कार्यालय में ही रिटेन किए जाने से संवर्ग के लोगों में रोष है। एसोसिएशन ने कहा कि विभाग द्वारा पदोन्‍नति नीति को अक्षरश: लागू किया जाना चाहिए और पदोन्‍नति पर अधिकारियों को अनिवार्य रूप से स्‍थानांतरण किया जाए। कई ऐसे उदाहरण हैं अधिकारी पिछले लंबे अरसे से तैनात हैं और पदोन्‍नतियों के बावजूद उनका स्‍थानांतरण नहीं किया गया। एसोसिएशन ने यह भी कहा कि पदोन्‍नति नीति के अनुसार 5 वर्ष की सेवा के उपरांत अधिकारियों का अनिवार्य रूप से स्‍थानांतरण किया जाए।

सचिव महोदया ने कहा कि अत्‍यंत विशेष परिस्थितियों में ही अधिकारियों को रिटेन किया जाता है। भविष्‍य में इस दिशा में और अधिक सतर्कता बरती जाएगी।

वर्ष 2023 की रिक्तियों के लिए सहायक निदेशक के पद पर पदोन्‍नति: इस मामले से संबंधित फाइल गृह मंत्रालय के आईएफडी प्रभाग को भेजी गई है। वहां से लौटने के उपरांत इसे यूपीएससी भेजा जाएगा। इस दौरान एसोसिएशन ने वर्ष 2023 की रिक्तियों की सही गणना करने और अद्यतन वरिष्‍ठता सूची जारी करने का अनुरोध विभाग से किया है। 

सचिव महोदया की अध्‍यक्षता में संपन्‍न हुई इस बैठक में एसोसिएशन की ओर से अध्‍यक्ष श्री सौरभ आर्य, उपाध्‍यक्ष, श्रीमती विशाखा बिष्‍ट एवं महासचिव, श्री सुनील चौरसिया ने भाग लिया। इस बैठक में राजभाषा विभाग से संयुक्‍त सचिव, श्रीमती मीनाक्षी जौली, परामर्शदाता श्री राकेश दुबे, उप सचिव, श्री अनिल कुमार तथा सहायक निदेशक (रा.भा.), श्री राजेश कुमार भी मौजूद थे। अनुवाद अधिकारियों से जुड़े मामलों को गंभीरतापूर्वक सुनने और उन पर अपेक्षित कार्रवाई करने का वायदा करने के लिए एसोसिएशन सचिव महोदया, संयुक्‍त सचिव महोदया और विभाग के सभी अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट करती है। आशा है जल्‍दी ही उपर्युक्‍त सभी मामलों में प्रगति होगी और एक-एक कर सभी कार्य संपन्‍न होंगे।