Wednesday 1 February 2023

लक्ष्‍य की ओर, एक कदम और...

 


नमस्‍कार मित्रो
, वर्ष 2022 की समाप्ति संवर्ग के लगभग हर पायदान पर पदोन्‍नतियों के साथ हुई जिससे संवर्ग में ऊर्जा और उत्‍साह का संचार हुआ। कुछ इसी उत्‍साह के साथ वर्ष 2023 का पहला माह गुजरा। जनवरी माह में एसोसिएशन के नाम का परिवर्तन हुआ और पहली बार एसोसिएशन के कैलेंडर का प्रकाशन कराया गया। हमें हर्ष है कि संवर्ग के कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी से निदेशक स्‍तर के अधिकारियों ने इस पहल का स्‍वागत किया। 

कैलेंडर का प्रकाशन और वितरण ऐसे तमाम अभिनव प्रयासों में से एक है जो एसोसिएशन इस संवर्ग की प्रतिष्‍ठा और मान-सम्‍मान को सुनिश्चित करने के लिए भविष्‍य में भी करती रहेगी। लेकिन इसके साथ ही हमें अपने मूल लक्ष्‍यों और उद्देश्‍यों का स्‍मरण है। उत्‍साह और उमंग के साथ शुरू हुए इस वर्ष में संवर्ग से जुड़े कार्य भी पूरे उत्‍साह के साथ आगे बढ़ रहे हैं। एसोसिएशन के समस्‍त पदाधिकारी और सदस्‍य प्रतिदिन किसी न किसी मामले पर विचार-मंथन कर रहे हैं और आवश्‍यक निर्णय लेकर आगे बढ़ रहे हैं। संवर्ग के बहुत से साथी समय-समय पर तमाम मामलों में हो रही प्रगति को जानने के लिए प्रश्‍न पूछते हैं। जिज्ञासाएं होना स्‍वाभाविक है। एसोसिएशन इस संबंध में अपनी नीति पहले दिन ही स्‍पष्‍ट कर चुकी है कि सभी मामलों में हो रही प्रगति की सूचना नियमित अंतराल पर सदस्‍यों के साथ साझा की जाएगी। एसोसिएशन का नेतृत्‍व एक व्‍यक्ति नहीं बल्कि 22 सदस्‍यों की एक कार्यकारिणी कर रही है जो संवर्ग के हित के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए इस बात को लेकर अब आश्‍वस्‍त रहें कि कोई भी मुद्दा नज़रअंदाज नहीं होगा। वर्ष 2023 के प्रथम माह की समाप्ति पर अनुवाद अधिकारियों से जुड़े मामलों की अद्यतन स्थिति इस प्रकार है:  

1. कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए 4600 ग्रेड वेतन की फाइल डीओपीटी भेजी गई: मित्रो आपको स्‍मरण होगा कि पूर्व एसोसिएशन ने 26 अगस्‍त, 2020 को विभिन्‍न अदालती आदेशों के आधार पर कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को 01.01.2006 से 4600 रु. ग्रेड वेतन प्रदान किए जाने के लिए एक अभ्‍यावेदन राजभाषा विभाग को दिया था जिस पर राजभाषा विभाग ने एक प्रस्‍ताव आईएफडी को भेजा था परंतु यह मामला बार-बार आईएफडी और राजभाषा विभाग के बीच फाइल पर प्रश्‍न और उत्‍तरों में उलझा हुआ था और मामला प्रगति नहीं कर पा रहा था। दिनांक 30 नवंबर, 2022 को आदरणीय सचिव महोदया के साथ हुई एसोसिएशन की भेंट में एसोसिएशन की ओर से यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था जिस पर सचिव महोदया ने कार्रवाई का आश्‍वासन दिया था। अब कुछ दिनों पूर्व ही आईएफडी की आपत्तियों का उत्‍तर देते हुए फाइल को डीओपीटी की टिप्‍पणियों के लिए भेज दिया गया है।

2. कनिष्‍ठ तथा वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के लिए नए आधारों पर 4600 तथा 4800 (राजपत्रित दर्जा सहित) की मांग: सचिव महोदया के साथ हुई पिछली बैठक में एसोसिएशन ने इस विषय में विस्‍तार से अपनी बात आदरणीय सचिव महोदया के समक्ष रखी थी। एसोसिएशन सभी आवश्‍यक तथ्‍य और संबंधित दस्‍तावेज विभाग को उपलब्‍ध करा चुकी है। हर्ष का विषय है कि राजभाषा विभाग इस दिशा में एक नया प्रस्‍ताव तैयार कर रहा है जो शीघ्र ही आगे बढ़ा दिया जाएगा।

3.  संवर्ग के अधिकारियों के लिए स्‍पैरो जैसी ऑनलाइन APAR की व्‍यवस्‍था: 

एसोसिएशन द्वारा सचिव महोदया के साथ हुई बैठक में इस मांग को उठाया गया था। आपको जानकर हर्ष होगा कि इस समय राजभाषा विभाग में इस विषय पर कार्रवाई की जा रही है और शीघ्र ही इस नई व्‍यवस्‍था के अस्तित्‍व में आने की आशा है। 

3. वर्ष 2022 की रिक्तियों के एवज में सहायक निदेशक के पद पर पदोन्‍नति: 

राजभाषा विभाग द्वारा विगत 22 दिसंबर, 2022 को तत्‍संबंधी प्रस्‍ताव संघ लोक सेवा आयोग में जमा करा दिया गया था। लेकिन अभी तक संघ लोक सेवा आयोग ने इस मामले में डीपीसी के लिए कोई डेट नहीं दी है। सूत्रों के अनुसार यूपीएससी में तमाम अन्‍य मंत्रालयों और विभागों के मामले पहले से प्रतीक्षाधीन हैं। नियमानुसार, यूपीएससी प्रस्‍ताव जमा होने के उपरांत 6 माह तक का समय ले सकता है परंतु आशा की जा रही है कि यह कार्य मार्च माह तक संपन्‍न हो जाएगा। 

4. वर्ष 2023 की रिक्तियों के एवज में सहायक निदेशक के पद पर पदोन्‍नति: 

वर्ष 2023 की रिक्तियों के एवज में विचाराधीन क्षेत्र में आने वाले सभी संबंधित वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के दस्‍तावेज राजभाषा विभाग में प्राप्‍त हो चुके हैं। नियमत: 2023 की रिक्तियों के लिए प्रस्‍ताव यूपीएससी को तभी भेजा जा सकता है जब इससे विगत वर्ष की रिक्तियों के लिए डीपीसी हो चुकी हो। अतएव, जैसे ही 2022 की रिक्तियों के एवज में डीपीसी प्रक्रिया संपन्‍न होगी, 2023 की रिक्तियों के लिए भी प्रस्‍ताव यूपीएससी को भेज दिया जाएगा। 

5. सीधी भर्ती की रिक्तियों संबंधी अदालती मामला समाप्‍त: 

सहायक निदेशक के पद पर सीधी भर्ती कोटे की जो रिक्तियां यूपीएससी द्वारा लौटाई गई थीं उनसे संबंधित एक मामला लंबे समय से अदालत में लंबित था। हर्ष का विषय है कि अब इस मामले का पटाक्षेप हो गया है। इन रिक्तियों को तमाम पेचीदगियों के कारण सीधी भर्ती से नहीं भरा जा सकता है। एसोसिएशन का प्रयास है कि इन पदों को भरने के संबंध में आ रही अड़चनें जल्‍द से जल्‍द दूर हों। इस संबंध में एसोसिएशन विभाग के साथ संपर्क में है। 

6. संवर्ग समीक्षा: इस मामले में निरंतर प्रगति हो रही है। विभिन्‍न मंत्रालयों और विभागों के इसकी प्रक्रिया में शामिल होने के कारण निश्चित ही इस मामले में अभी समय लगेगा। विभाग के अधिकारियों के अनुसार यह मामला अभी तक सकारात्‍मक रूप से आगे बढ़ रहा है। उच्‍च स्‍तर से भी इस मामले में त्‍वरित कार्रवाई के प्रयास किए जा रहे हैं। 

7. आम सभा का आयोजन: एसोसिएशन का प्रयास है कि आमसभा का आयोजन फरवरी माह में ही किया जाए। तत्‍संबंधी सूचना शीघ्र ही साझा की जाएगी।

8. एसोसिएशन की मान्‍यता अथवा पंजीकरण: एसोसिएशन की मान्‍यता अथवा पंजीकरण के मामले में एसोसिएशन ने तमाम अन्‍य संगठनों के पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया है। प्रक्रियागत कुछ पेचीदगियां हैं जिनका समाधान किया जा रहा है। इसी क्रम में एसोसिएशन को अपने सभी सदस्‍यों के हस्‍ताक्षर युक्‍त रिकॉर्ड की आवश्‍यकता है। इसी उद्देश्‍य से दिनांक 02 फरवरी, 2023 से एक अभियान चलाकर सभी सदस्‍यों के विवरण पर हस्‍ताक्षर एकत्र किए जाएंगे। कैलेंडर वितरण के दौरान हमारे साथियों ने आपसे जो रिकॉर्ड प्राप्‍त किया है उसे कार्यालय और बिल्डिंग-वार व्‍यवस्थित किया जा रहा है। अब आपको सिर्फ उस रिकॉर्ड पर हस्‍ताक्षर करने हैं।  

8. एसोसिएशन को प्राप्‍त सुझावों पर कार्रवाई: एसोसिएशन अपने सभी सदस्‍यों से सुझावों का सदैव स्‍वागत करती है। अभी तक औपचारिक रूप से एसोसिएशन को कोई भी सुझाव प्राप्‍त नहीं हुआ है। यदि कोई सदस्‍य कोई सुझाव साझा करना चाहे तो एसोसिएशन की ई-मेल csolstoa@gmail.com पर भेज सकते हैं। सदस्‍यों से प्राप्‍त सुझावों पर कार्यकारिणी की बैठकों में विचार किया जाएगा।


उपर्युक्‍त सभी मामलों में यथोचित कार्रवाई के लिए हम विभाग के सभी संबंधित अधिकारियों के आभारी हैं।

मित्रो कुछ और उत्‍साहजनक बातें हैं, कुछ इरादे हैं, कुछ योजनाएं हैं जिनका जि़क्र यहां उचित नहीं। हम सभी जल्‍दी ही मिलेंगे तब एक साथ बैठकर चर्चाएं होंगी।