Tuesday 30 May 2023

कार्यकारिणी की बैठक में सभी महत्‍वपूर्ण विषयों की समीक्षा, सक्रियता से कार्रवाई जारी

'केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन (CSOLSTOA)' की कार्यकारिणी की चौथी बैठक दिनांक 19.05.2023 को अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य की अध्‍यक्षता में उद्योग भवन, नई दिल्‍ली में संपन्‍न हुई। बैठक में कार्यकारिणी के सदस्‍यों द्वारा संवर्ग के हित से जुड़े विभिन्‍न मुद्दों पर चर्चा की गई और आगामी कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया।  इस बैठक में कुल 18 सदस्‍यों ने भाग लिया। बैठक की शुरुआत में अध्‍यक्ष ने विगत दो माह के दौरान विभिन्‍न विषयों में हुई प्रगति से सदस्‍यों को अवगत कराया। 


तदुपरांत कुछ महत्‍वपूर्ण विषयों पर विस्‍तार से चर्चा की गई:

1. वरीयता सूचियों के अद्यतनीकरण के लिए सचिव महोदया को अभ्‍यावेदन: वरीयता सूचियों को समय पर अद्यतन किया जाना देखने में एक साधारण विषय है परंतु इसके गंभीर प्रभाव पड़ते हैं। संवर्ग के अनुवाद अधिकारी साथी लंबे समय से यह शिकायत करते आ रहे थे कि विभाग द्वारा पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूचियों को जारी नहीं किया जाता है जिससे किसी श्रेणी विशेष में, किसी भी कार्मिक के लिए किसी रिक्ति वर्ष में सृजित होने वाली रिक्तियों का अनुमान लगाना और अपने वरिष्‍ठता क्रम का निर्धारण कर पाना कठिन हो जाता है। उदाहरण के लिए विभाग की वेबसाइट पर सहायक निदेशक (रा.भा.) की उपलब्‍ध वरिष्‍ठता सूची को दिनांक 21 मार्च, 2022 को जारी किया गया जो दिनांक 01.01.2022 की स्थिति के आधार पर है। इसी प्रकार वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की वरीयता सूची दिनांक 31 मई, 2022 को जारी की गई जो 5 माह पूर्व अर्थात दिनांक 01.01.2022 की स्थिति के आधार पर है। जबकि इन दोनों श्रेणियों में पदोन्‍नति सूची जारी करने और उस श्रेणी में पदोन्‍नति किए जाने में काफी बड़ा अंतराल रहा है। इस दौरान स्‍टेकहोल्‍डर्स इन सूचियों में होने वाले जोड़-घटा से अनभिज्ञ रहे। नियमानुसार, पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूच‍ियों को स्‍टेकहोल्‍डर्स के लिए जारी किया जाना चाहिए।

इस संबंध में एसोसिएशन ने दिनांक 18.05.2023 को एक अभ्‍यावेदन सचिव महोदया को दिया है जिसमें एसोसिएशन ने व‍रीयता सूचियों के रख-रखाव के संबंध में विस्‍तृत सुझाव विभाग को दिए हैं और पदोन्‍नति से पूर्व वरीयता सूचियों को अद्यतन कर जारी किया जाना सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।

2. सहायक निदेशक (रा.भा) की श्रेणी में वर्ष 2023 की रिक्तियों के लिए पदोन्‍नति का मामला: वर्ष 2023 की सहायक निदेशक की रिक्तियों के लिए पदोन्‍नति प्रस्‍ताव यूपीएससी को भेजे जाने से पूर्व यूपीएससी की अनुशंसा पर राजभाषा विभाग द्वारा अनुसूचित जनजाति श्रेणी की 3 बैकलॉग रिक्तियों के रिवाइवल का प्रस्‍ताव आईएफडी को भेजा गया है। इस मामले में कई बार संबंधित फाइल की आपत्तियों और प्रश्‍नों के उत्‍तरों के साथ आईएफडी और राजभाषा विभाग के बीच आवाजाही हुई है। इस संबंध में कुछ दिनों पूर्व एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी आईएफडी के अधिकारियों से मुलाकात कर मामले में त्‍वरित कार्रवाई का अनुरोध किया था। आज दिनांक 30.05.2023 को भी एक बार फिर आईएफडी द्वारा यह फाइल राजभाषा विभाग को कुछ प्रश्‍नों के साथ भेज दी गई जिस पर राजभाषा विभाग के सेवा प्रभाग के अधिकारियों द्वारा सक्रियता से कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। एसोसिएशन इस मामले के शीघ्र निपटान के लिए प्रयास कर रही है। आशा है जल्‍द ही फाइल क्लियरेंस के साथ विभाग लौटेगी। इसके साथ ही एसोसिएशन ने विभाग से आग्रह किया है कि वर्ष 2023 के पदोन्‍नति प्रस्‍ताव के संबंध में शेष औपचारिकताओं को समय रहते प्राथमिकता के आधार पर संपन्‍न कर लिया जाए ताकि कई माह से पदोन्‍नति की प्रतीक्षा कर रहे साथियों की पदोन्‍नति में और अधिक विलंब न हो। 

उल्‍लेखनीय है कि वर्ष 2023 की संभावित रिक्तियों का विवरण एसोसिएशन अपने स्‍तर पर कुछ दिन पूर्व साझा कर चुकी है। 

3. पदों की गणना तथा रोस्‍टर के पालन आद‍ि पर कार्यशाला का आयोजन : सदस्‍यों ने समिति को अवगत कराया कि कुछ दिनों पूर्व एसोसिएशन द्वारा रिक्ति वर्ष 2023 की सहायक निदेशकों की रिक्तियों की गणना के संबंध में जारी की गई सूचना का संवर्ग के साथियों ने स्‍वागत किया है। इस मामले में अब तक संवर्ग में पारदर्शिता और जानकारी का अभाव रहा है। कुछ सदस्‍यों ने सुझाव दिया कि इस विषय में एसोसिएशन के स्‍तर पर शीघ्र ही एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया जाए ताकि सभी सदस्‍य इस प्रक्रिया और इससे जुड़े नियम आदि को और बेहतर तरीके से समझ सकें और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान कर सकें। 

एसोसिएशन इस विषय में शीघ्र ही एक कार्यशाला आयोजित करने का प्रयास करेगी।

4. वर्ष 4600 ग्रेड वेतन का मामला: इस मामले में लीगल आधार पर चल रहा प्रस्‍ताव इस समय आईएफडी में है। आईएफडी द्वारा इस मामले में बार-बार अनावश्‍यक आपत्तियां लगाई जा रही हैं। इस मामले में अंतिम रूप से व्‍यय विभाग को फैसला लेना है। इस मामले के त्‍वरित निपटान के लिए एसोसिएशन अब आदरणीय सचिव महोदया से उनके स्‍तर पर हस्‍तक्षेप का अनुरोध करेगी ताकि मामले का समय से निपटान हो सके। 

5. 2019 बैच के कनिष्‍ठ अनुवादकों का नियमितीकरण: विभाग शीघ्र ही 2019 बैच के कुछ अनुवादकों का नियमितीकरण आदेश जारी करने जा रहा है। इसी क्रम में सभी संबंधितों से दस्‍तावेज आमंत्रित किए गए हैं। चूंकि 2019 का बैच काफी बड़ा है और सभी साथियों ने अभी अपनी न्‍यूनतम सेवा पूरी नहीं की है इसलिए शेष कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों को भी क्रमिक रूप से नियमित किया जाएगा। वर्षों बाद यह पहला अवसर है जब न्‍यूनतम सेवा अर्हता पूर्ण होते ही अनुवाद अधिकारियों को नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है।

6. नए अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग में सहायता करें एसोसिएशन के समस्‍त पदाधिकारी: बैठक में 2022 बैच के 94 नए कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग के बारे में चर्चा की गई। महासचिव श्री सुनील चौरसिया द्वारा सभी सदस्‍यों से आग्रह किया गया कि नए अनुवाद अधिकारियों की जॉइनिंग में कोई समस्‍या हो तो अपने आस-पास ऐसे कनिष्‍ठ साथियों की यथासंभव सहायता करें। इसके अतिरिक्‍त ऐसे साथियों को आगामी तकनीकी सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए भी प्रोत्‍साहित करें। नवागंतुकों को सहायता के लिए दायित्‍व एसोसिएशन के उपाध्‍यक्ष श्री विमल सिंह को सौंपा गया।

7. एसोसिएशन का पंजीकरण: अन्‍य विषयों पर प्राथमिकता के चलते अब तक इस मामले में कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई है। अध्‍यक्ष, श्री सौरभ आर्य ने कहा कि अगले एक से डेढ़ माह के दौरान इस विषय से जुड़ी समस्‍त औपचारिकताओं को पूरा कर इस कार्य को संपन्‍न कराया जाएगा।

8. परामर्शदाताओं को नियमित अधिकारियों की तुलना में वरीयता दिया जाना: विभिन्‍न मंत्रालयों और विभागों में तैनात अनुवाद अधिकारियों ने एसोसिएशन को सूचित किया है कि कुछ कार्यालयों में नियमित अनुवाद अधिकारियों के स्‍थान पर परामर्शदाता के रूप में कार्यरत सेवानिवृत अधिकारियों को ही संसदीय समि‍ति के निरीक्षणों, हिंदी सलाहकार समिति की बैठकों आदि के आयोजन में शामिल किया जा रहा है। यहां तक कि कुछ कार्यालयों में अधीनस्‍थ कार्यालयों का निरीक्षण भी परामर्शदाताओं द्वारा किया जा रहा है। इससे नियमित अनुवाद अधिकारी सेवाकालीन अनुभव से वंचित हो रहे हैं।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस मामले को राजभाषा विभाग के साथ उठाने का आश्‍वासन दिया।

 

कार्यकारिणी के सभी सदस्‍यों के प्रति धन्‍यवाद के साथ बैठक समाप्‍त हुई। 








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