Tuesday 12 March 2013

वर्ष 2009 बैच के अनुवादकों को स्‍थाई किए जाने संबंधी आदेश जारी

वर्ष 2009 बैच के स्‍थाई होने वाले समस्‍त अनुवादकों को बधाई. आज दिनांक 12.03.2013 को विभागीय पदोन्‍नति समिति की सिफारिश पर राजभाषा विभाग ने कुल 42 अनुवादकों के स्‍थाईकरण आदेश जारी कर दिए हैं. 
http://www.rajbhasha.nic.in/sewa12mar13.pdf

8 comments:

  1. कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला:
    इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा दिए गए प्रतिवेदन पर राजभाषा विभाग के सचिव महोदय द्वारा फाईल वित मंत्रालय को प्रेषित कर दी गई है क्‍या या नहीं कृपया अवगत करवाएं

    Dr. Vijay Sharma

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    1. कृपया नवीनतम उपलब्धियों से अवगत कराने का कष्ट करें। क्या इसमें केवल दिल्ली स्थित कार्यालय आएंगे या देशभर में स्थित सभी कार्यालयों पर यह ग्रेड 4600 रुपये लागू होगा। कृपया स्थित स्पष्ट करने की कृपया करें।
      डॉ.एस.आर.यादव

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    2. कृपया नवीनतम स्थिति से अवगत कराएं। क्या यह दिल्ली से बाहर के कार्यालयों पर भी लागू होगा. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, कृषि भवन, नई दिल्ली भी इस दायरे में आता है क्योंकि वहाँ के निदेशक(राजभाषा) केंद्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठकों में परिषद का प्रतिनिधित्व करते हैं।
      डॉ.एस.आर.यादव, हैदराबाद

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  2. कृपया हो रही कार्यवाही से अवगत कराएं.

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  3. Dear moderator,
    माधवी जी ठीक कह रही हैं अति शघ्र कार्रवई अपेक्षित है :-
    What's the matter?What does your silence mean? You never took so much time to reply our queries.In fact,we are in a fix.Please pursue the matter very quickly otherwise all your efforts will be in vain if Rajbhasha vibhaag or Ministry of Finance lingers on the issue too long.We do not even know where the representation regarding 4600 gp to jht is lying at present as association is not answering our queries.I hope this time my query will not go unanswered.I expect a quick reply from your side..Thanking you in anticipation. डा विजय शर्मा

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  4. 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला: कृपया अवगत करवाएं

    Dr. Vijay Sharma

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  5. 4600 रू. ग्रेड वेतन संबंधी मामला: कृपया अवगत करवाएं

    Dr. Vijay Sharma

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  6. प्रिय मित्रो,
    यह कटु सत्‍य है कि यह ब्‍लॉग पिछले कई माह से निष्क्रिय हो गया है. न ही नई सूचनाएं आप तक पहुंच रही हैं और न ही आपकी जिज्ञासाओं के उत्‍तर दिए जा रहे हैं. इस ब्‍लॉग का मोडरेटर होने के नाते इस पूरी असुविधा और अराजकता के लिए मैं आप सभी से क्षमाप्रार्थी हूं. यह अपरिहार्य कारणों से हुआ. मैं जानता हूं कि यह 'अपरिहार्य' शब्‍द बहुत धोखा देता है. मगर एक सार्वजनिक पद और संगठन की कार्यशैली के चलते मेरी कुछ सीमाएं थीं जो मुझे यहां कुछ भी स्‍वत: ही पोस्‍ट कर देने के लिए स्‍वतंत्र नहीं छोड़ती थीं. इस व्‍यवस्‍था के अनुसार मैं चाह कर भी स्‍वयं आपको आधिकारिक रूप से सूचनाएं नहीं दे सकता था.

    परंतु ये सीमाएं अगर जनहित के विरूद्ध जा रही हों तो उनका क्‍या औचित्‍य. सूचनाएं आपके पास होना आपका अधिकार है और किसी भी कीमत पर उनका हनन नहीं होना चाहिए. यह पहली बार ही था कि पूरा केन्‍द्रीय सचिवालय सेवा संवर्ग और देश भर के तमाम अनुवाद साथी इस ब्‍लॉग के माध्‍यम से एक मंच से जुड़ सके. इसी उद्देश्‍य से चुनावों से काफी पहले मैंने इस ब्‍लॉग को डिजायन किया और तब से एसोसिएशन के साथी पदाधिकारियों के सहयोग से एक व्‍यवस्‍था के तहत इसका संचालन एसोसिएशन के हित में करता रहा हूं और निरंतर संवाद सुनिश्चित करते हुए सदैव आपके प्रश्‍नों का उत्‍तर देने का प्रयास किया है. आप सभी ने इसे सराहा और प्रोत्‍साहित भी किया जिसने सदैव उत्‍साह बढ़ाया.

    अब जो हुआ उसका क्षिद्रान्‍वेषण करने के बजाए अब हमें अपने लक्ष्‍यों पर ध्‍यान केन्द्रित करना चाहिए. आप सबके तमाम प्रश्‍नों के संदर्भ में मैं आपको सूचित करना चाहूंगा कि कनिष्‍ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू ग्रेड पे से संबंधित एसोसिएशन के प्रतिवेदन की फाइल सचिव, राजभाषा विभाग द्वारा वित्‍त मंत्रालय को प्रेषित कर दी गई थी. एसोसिएशन के प्रतिवेदन पर अभी भी वित्‍त मंत्रालय में विचार किया जा रहा है. यह मामला हमारी प्राथमिकताओ में है तथा आपको आश्‍वस्‍त करना चाहेंगे कि इस मामले में सभी अपेक्षित कार्रवाई की जाएंगी. और आगामी हर महत्‍वपूर्ण डवलपमेंट से आपको अवगत कराया जाएगा.

    कुछ साथियों ने इस मामले में कोर्ट में केस दायर करने की बात की है...मैं किसी को रोकने का अधिकार तो नहीं रखता हूं परंतु आग्रह करना चाहूंगा कि एक बार वित्‍त मंत्रालय का उत्‍तर प्राप्‍त होने तक इंतजार किया जाना चाहिए और उसके बाद यदि वित्‍त मंत्रालय का उत्‍तर नकारात्‍मक रहता है तो पूरे तथ्‍यों के साथ हम न्‍यायालय की शरण लेंगे. यदि आप पहल करेंगे तो उस स्थिति में भी आप मुझे सदैव अपने साथ पाएंगे. अभी के लिए इतना ही....पुन: आप सबके स्‍नेह और आशीर्वाद के लिए हृदय से आभार.

    सौरभ आर्य, संयुक्‍त सचिव, केन्‍द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक एसोसिएशन.

    (यह संदेश में अपनी पर्सनल कैपेसिटी में लिख रहा हूं...मेरे विचारों से एसोसिएशन के अन्‍य पदाधिकारियों का सहमत होना आवश्‍यक नहीं है. )

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