Thursday 14 November 2019

कनिष्‍ठ से वरिष्‍ठ की पदोन्नति के लिए प्रयास तेज , वरीयता सूची पर भी काम शुरू

हमारी टीम ने 2019 की रिक्तियों के एवज में वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी के पद पर होने वाली पदोन्नति के सम्बन्ध में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात की. जो कनिष्ठ साथी किन्हीं कठिनाइयों के कारण अभी तक विभाग को दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाए हैं, उनके संबंध में विभाग को अवगत कराया गया है. एक-दो मामलों में विभाग कनिष्ठ साथियों की सहायता के लिए ज़रूरी कार्रवाई कर रहा है. आशा है विभाग के हस्तक्षेप से अब कनिष्ठ साथियों को अपने दस्तावेज जल्दी प्राप्त करने में सहायता मिलेगी. हमारा प्रयास है कि ये पदोन्नति आदेश दिसम्बर की शुरुआत में जारी हो जाएं ताकि समय से पदभार ग्रहण कर कनिष्ठ साथी वेतन वृद्धि का समुचित लाभ उठा सकें. आज दिनांक 14.11.2019 की सांय तक कुल 3 कनिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी ही शेष बचे हैं जिनके दस्‍तावेज शेष हैं। 

इस पदोन्‍नति से जुड़ा एक महत्‍वपूर्ण तथ्‍य ये है कि अब कुल 49 वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों के स्‍थान पर कुल 41 वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी बन पाएंगे. इसकी वजह वर्ष 2019 के लिए वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारियों की रिक्तियों की पुन: गणना किया जाना है। पूर्व में विभाग ने यह मानकर कि वर्ष 2019 की रिक्तियों के लिए सहायक निदेशक के पद पर नियुक्ति हो जाएगी, कुल 49 पदों के लिए तैयारी शुरू कर दी थी. लेकिन क्‍योंकि अभी वर्ष 2019 की रिक्तियों के लिए सहायक निदेशक की नियि‍मित नियुक्ति नहीं हो सकी है इसलिए कुल पदों की संख्‍या में संशोधन हुआ है. परंतु कनिष्‍ठ साथियों को निराश होने की आवश्‍यकता नहीं है. इस पदोन्‍नति में छूट जाने वाले कनिष्‍ठ साथी बहुत जल्‍द 2020 की सूची में शामिल किए जाएंगे. 
  
कनिष्ठ अनुवादकों की इस वर्ष की अंतिम पदोन्नति के साथ ही हमारी टीम का अगला लक्ष्य वरीयता सूची का अद्यतनीकरण है और इसके लिए टीम विभाग की सहायता के लिए कार्य प्रारम्भ कर चुकी है. आशा है दिसम्बर समाप्त होने से पहले कनिष्ठ और वरिष्ठ अनुवादकों की नई और अद्यतन वरीयता सूची सार्वजनिक हो सकेगी.


इधर आज शाम वरिष्‍ठ अनुवाद अधिकारी से सहायक निदेशक (रा.भा.) के पद पर तदर्थ पदोन्‍नति के लिए डीपीसी संपन्‍न हो गई है. सभी वरिष्‍ठ साथियों को अग्रिम बधाई. 

हम विभाग के सभी अधिकारियों और सभी कर्मचारियों के आभारी हैं कि अनुवाद अधिकारियों से जुड़े विभिन्न मामलों पर इस समय सक्रियता और सदाशयता से कार्य किए जा रहे हैं.

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