Monday 9 January 2023

अनुवादक एसोसिएशन आज से 'अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन'



मित्रो, आज का दिन एसोसिएशन के इतिहास में बहुत महत्‍वपूर्ण है। आज से एसोसिएशन का परिवर्तित होकर 'केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन' हो गया है। चूंकि चुनाव की पूरी प्रक्रिया एसोसिएशन के पुराने नाम पर ही हुई थी इसलिए नई एसोसिएशन ने भी अपना कार्य पुराने नाम के साथ ही शुरू किया। परंतु संवर्ग के अनुवाद अधिकारियों के पदनामों में परिवर्तन के उपरांत एसोसिएशन का पुराना नाम प्रासंगिक नहीं रह गया था और इसके नाम में परिवर्तन करना चुनाव के समय से ही टीम प्रतिबद्ध की अभिलाषा थी। एसोसिएशन की कार्यकारिणी इस परिवर्तन का पहले ही अनुमोदन कर चुकी थी परंतु यह कार्य विधिवत रूप से आम सभा द्वारा किया जाना अपेक्षित था। 

ऐसे ही कुछ अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण कार्योें को संपन्‍न करने के लिए 10 जनवरी, 23 को आम सभा की बैठक आयोजित करने की घोषणा की गई थी। परंतु गणतंत्र दिवस सबंधी सुरक्षा कारणों और आसन्‍न बजट सत्र को देखते हुए यह बैठक मध्‍य फरवरी तक संभव नहीं है। इसी कारणवश आम सभा को स्‍थगित किया गया है। इस दौरान एसोसिएशन एक छोटा सा अभिनव प्रयास करने जा रही है जिसमें एसोसिएशन का नाम स्थायी रूप से लिखा जाना आवश्यक होगा। 

ये इसलिए भी आवश्यक था कि हमारे अभ्यावेदनों, पत्रों आदि में नाम के विरोधाभास के कारण भविष्य में कोई तकनीकी अड़चनें न खड़ी हों। यह हम सबके हित में है कि नाम की यह दुविधा जल्द से जल्द दूर हो जाए। तदनुसार संविधान और बाई लॉज में भी नाम का संशोधन किया जाएगा। कुछ और संशोधन भी किए जाने हैं, जो आमसभा की विधिवत बैठक के उपरांत ही किए जाएंगे। फिलहाल सिर्फ नाम का परिवर्तन किया जाना था।

अब समय बदल रहा है। आज तकनीक ने हमें ऐसे मंच उपलब्ध करा दिए हैं जिनसे हम असाधारण परिस्थितियों में त्वरित और समावेशी निर्णय ले सकते हैं। इस‍लिए तय किया गया कि इस असाधारण परिस्थिति में आम सभा का किसी ऑनलाइन मंच पर आह्वान किया जाए और डिजीटल प्‍लेटफॉर्म पर सभी सदस्‍यों की सहमति से निर्णय लिया जाए। तदनुसार, दिनांक 07.01.2023 को संवर्ग के व्‍हाट्सएप ग्रुप में एसोसिएशन द्वारा एक प्रस्‍ताव सदस्‍यों के समक्ष रखा गया कि 'क्‍या एसोसिएशन का नाम अनुवादक एसोसिएशन से परिवर्तित कर अनुवाद अधिकारी एसोसएिशन कर दिया जाए ? सभी सदस्‍यों को ऑनलाइन वोटिंग का विकल्‍प दिया गया। जिस पर संवर्ग के कुल 186 सदस्‍यों ने प्रस्‍ताव के पक्ष में मददान किया। हर्ष का विषय है कि इसमें संवर्ग के एक भी साथी को आपत्ति नहीं थी। प्रस्ताव के पक्ष में 100% मतदान हुआ। 

इस प्रकार आज से आपकी एसोसिएशन का नाम केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवाद अधिकारी एसोसिएशन हुआ और एसोसिएशन के नाम से अनुवादक शब्द हमेशा के लिए हट गया है।

जिन्होंने इस प्रक्रिया में भाग लिया, एसोसिएशन उन सभी साथियों का ह्रदय से आभार व्यक्त करती है। सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स, एसोसिएशन के लैटर हैड, ब्लॉग, लोगो सहित अन्य दस्तावेजों में तदनुसार परिवर्तन किया जा रहा है और राजभाषा विभाग को तत्‍संबंधी सूचना प्रेषित की जा रही है। 



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